![क्या Amritpal Singh Deep Sidhu से जुड़ा किरदार? मौत से पहले सिद्धू ने 'अमृतपाल को ब्लॉक' किया, जानिए 10 बातें 1 cover 1679854172](https://hindi.oneindia.com/img/1200x60x675/2023/03/cover-1679854172.jpg)
Amritpal Singh खालिस्तान से जुड़ी खबरों में सुर्खियां बटोर रहा है। अब दिवंगत एक्टर Deep Sidhu से भी अमृतपाल का नाम जुड़ा है। रिपोर्ट के अनुसार दीप सिद्धू ने अपनी मौत से पहले अमृतपाल का मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया था।
India
oi-Jyoti Bhaskar
![क्या Amritpal Singh Deep Sidhu से जुड़ा किरदार? मौत से पहले सिद्धू ने 'अमृतपाल को ब्लॉक' किया, जानिए 10 बातें 6 loading](/img/loading.gif)
![Amritpal Singh deep sidhu Amritpal Singh deep sidhu](/img/loading.gif)
Amritpal
Singh
Deep
Sidhu
की
मौत
के
कई
महीनों
बाद
पंजाब
से
जुड़े
ऐसे
किरदार
के
रूप
में
उभरा
है,
जिसकी
सोशल
मीडिया
पर
भरपूर
चर्चा
होती
है।
हालांकि,
पंजाब
की
सियासी
की
नब्ज
पर
पैनी
नजर
रखने
वालों
ने
दिवंगत
एक्टर
दीप
सिद्धू
और
अमृतपाल
सिंह
के
बीच
कमाल
की
लिंक
पर
रोशनी
डाली
है।
एक
रिपोर्ट
के
अनुसार
दीप
सिद्धू
ने
अपनी
मौत
से
कुछ
दिन
पहले
अमृतपाल
का
फोन
नंबर
अपने
मोबाइल
पर
ब्लॉक
कर
दिया
था।
दीप
सिद्धू
की
लोकप्रियता
भुनाने
की
कोशिश!
दरअसल,
अमृतपाल
के
अलावा
‘वारिस
पंजाब
दे’
कीवर्ड
भी
ट्रेंडिंग
सर्च
में
शामिल
है।
इसके
बारे
में
आई
एक
रिपोर्ट
के
अनुसार,
अभिनेता
दीप
सिद्धू
के
भाई
ने
इसकी
स्थापना
की
थी।
इस
रिपोर्ट
में
कहा
गया
है
कि
दीप
सिद्धू
के
परिवार
ने
भगोड़े
खालिस्तान
समर्थक
नेता
अमृतपाल
सिंह
को
‘वारिस
पंजाब
दे’
का
उत्तराधिकारी
स्वीकार
करने
से
इनकार
कर
दिया
था।
बता
दें
कि
फरवरी
2022
में
दीप
सिद्धू
की
एक
सड़क
दुर्घटना
में
मौत
हो
गई
थी।
मौत
से
पहले
उन्होंने
अमृतपाल
का
फोन
नंबर
ब्लॉक
कर
दिया
था।
उत्तराधिकारी
पद
नहीं,
अमृतपाल
ने
नया
संगठन
बना
डाला
समाचार
एजेंसी
पीटीआई
की
रिपोर्ट
के
अनुसार,
अमृतपाल
सिंह
ने
कथित
तौर
पर
दिवंगत
अभिनेता
की
लोकप्रियता
पर
सवार
होने
के
लिए
‘वारिस
पंजाब
दे’
के
समान
‘वारिस
पंज-आब
दे’
(Warris
Panj-Aab
De)
बनाने
का
विकल्प
चुना।
इसका
कारण
ये
बना
की
कट्टरपंथी
अमृतपाल
मौजूदा
संगठन
पर
नियंत्रण
पाने
में
विफल
रहे।
उनके
खिलाफ
कार्रवाई
के
दौरान
जब्त
दस्तावेजों
से
भी
इसकी
जानकारी
मिलती
है।
अमृतपाल
सिंह,
वारिस
पंजाब
दे
और
दीप
सिद्धू
से
जुड़ी
10
प्रमुख
बातें
जानिए-
![Amritpal Singh deep sidhu Amritpal Singh deep sidhu](/img/loading.gif)
लंदन
से
लौटने
के
बाद
सिद्धू
पर
दावा
करने
पहुंचा
अमृतपाल
दीप
सिद्धू
के
भाई
मनदीप
ने
4
जुलाई,
2022
को
फतेहगढ़
साहिब
में
एक
संस्था
बनाई।
इसकी
स्थापना
दिवंगत
अभिनेता
दीप
की
इच्छा
के
अनुरूप
हुई।
दस्तावेज़ों
के
अनुसार
ये
संस्था
‘सर्व
शिक्षा
अभियान’
को
बढ़ावा
देने,
प्रदूषण
से
संबंधित
मुद्दों
के
बारे
में
जागरूकता
फैलाने,
नशा
करने
वाले
युवाओं
को
खेलों
की
ओर
आकर्षित
करने
का
प्रयास
करती
है।
साथ
ही
लोगों
को
प्राकृतिक
आपदाओं
के
दौरान
लोगों
की
सहायता
करना
भी
सिखाया
जाता
है।
-
इसकी
स्थापना
कड़े
नियमों
के
साथ
की
गई
थी,
जिसमें
पदाधिकारियों
की
भूमिका
और
चुनाव
शामिल
थे।
मनदीप
ने
कहा
कि
यह
संगठन
उनके
दिवंगत
भाई
के
पंजाब
के
लोगों
की
सेवा
करने
के
सपने
को
पूरा
करने
के
लिए
बनाया
गया
था। -
अमृतपाल
जब
अगस्त
2022
में
विदेश
से
लौटे
और
‘वारिस
पंजाब
दे’
के
कागजात
मांगे
तो
मनदीप
ने
उन्हें
सौंपने
से
इनकार
कर
दिया। -
फिर
अचानक
‘वारिस
पंज-आब
दे’
(Warris
Panj-Aab
De)
नामक
एक
नया
संगठन
सामने
आया।
इसके
साथ
सिद्धू
का
आधिकारिक
फेसबुक
पेज
जुड़ा
हुआ
था।
समाचार
एजेंसी
पीटीआई
के
अनुसार
ये
फेसबुक
पेज
मोगा
जिले
में
पंजीकृत
था,
जिसकी
स्थापना
तिथि
15
दिसंबर,
2021
बताई
गई
थी। -
फेसबुक
पेज
के
फॉलोअर्स
की
संख्या
बहुत
अधिक
हो
गई,
जिससे
यूजर्स
के
बीच
भ्रम
की
स्थिति
पैदा
हो
गई।
बड़ी
संख्या
में
नेटिजन्स
ने
मान
लिया
कि
सिद्धू
के
संगठन
को
अमृतपाल
ने
अपने
कब्जे
में
ले
लिया
है। -
अमृतपाल
के
खिलाफ
चल
रही
कार्रवाई
के
दौरान
सामने
आए
कुछ
दस्तावेजों
से
पता
चलता
है
कि
‘वारिस
पंज-आब
दे’
की
स्थापना
संभावित
रूप
से
पिछले
दिनों
की
गई।
मोगा
जिले
के
दुनेके
गांव
में
अमृतपाल
के
करीबी
सहयोगी
गुरमीत
सिंह
बुक्कनवाला
के
स्वामित्व
वाले
संगठन
का
पंजीकृत
पता
“गुरु
नानक
फर्नीचर
स्टोर”
था।
अमृतपाल
का
संगठन
बहुत
बाद
में
स्थापित
बुक्कनवाला
को
हिरासत
में
ले
लिया
गया
है
और
राष्ट्रीय
सुरक्षा
अधिनियम
(NSA)
के
तहत
आरोप
लगाया
गया
है।
असम
में
डिब्रूगढ़
सेंट्रल
जेल
में
रखे
गए
बुक्कनवाला
ने
पूछताछ
के
दौरान
दावा
किया
कि
संगठन
बहुत
बाद
में
स्थापित
किया
गया
था।
गुरमीत
ने
मोगा
जिले
से
इसे
पंजीकृत
करने
के
लिए
कुछ
संपर्कों
का
इस्तेमाल
किया
गया
था।
हालांकि,
वह
इस
मामले
में
और
जानकारी
नहीं
दे
सके।
![Amritpal Singh deep sidhu Amritpal Singh deep sidhu](/img/loading.gif)
18
मार्च
से
फरार
है
अमृतपाल
बता
दें
कि
अमृतपाल
18
मार्च
से
फरार
है
जब
पंजाब
पुलिस
कार्रवाई
शुरू
कर
चुके
हैं।
पुलिस
के
अनुसार
Amritpal
ने
पुलिस
को
चकमा
दे
दिया
और
पंजाब
के
जालंधर
जिले
में
उसके
काफिले
को
रोके
जाने
के
बावजूद
अमृतपाल
पुलिस
के
जाल
से
बच
निकलने
में
सफल
रहा।
Recommended
Video
Amritpal
Singh
अपनी
NRI
बीबी
Kirandeep
Kaur
को
पीटता
था,
Thailand
में
है
प्रेमिका?
|
वनइंडिया
हिंदी
![Amritpal Singh deep sidhu Amritpal Singh deep sidhu](/img/loading.gif)
300
से
अधिक
गिरफ्तारियां
9.
पंजाब
पुलिस
ने
रविवार
को
कहा
कि
उसने
शांति
भंग
करने
और
कानून
व्यवस्था
की
गड़बड़ी
की
आशंका
पर
निवारक
हिरासत
में
लिए
गए
कुल
353
लोगों
में
से
197
लोगों
को
रिहा
कर
दिया
है।
पुलिस
ने
कहा
कि
उसने
सख्त
राष्ट्रीय
सुरक्षा
कानून
(NSA)के
तहत
सात
लोगों
को
हिरासत
में
लिया
है।
ये
भी
पढ़ें-
Amritpal
Singh:
अरविंद
केजरीवाल
बोले,
‘कट्टर
देशभक्त
पार्टी
है
AAP,
पंजाब
सरकार
ने
दिखा
दिया’
-
Punjab: IPS ज्योति यादव के साथ शादी के बंधन में बंधे मंत्री हरजोत सिंह बैंस, देखें खूबसूरत तस्वीरें
-
आम आदमी पार्टी का वादा, दिल्ली और पंजाब जैसी सुविधाएं राजस्थान में देंगे: नवीन पालीवाल
-
पंजाब में कानून व्यवस्था पर बोले केजरीवाल: पंजाब में अमन-शांति कायम रखना हमारी प्राथमिकता
-
डेरा सचखंड बल्ला पहुंचे सीएम मान और केजरीवाल, रिसर्च सेंटर के लिए सौंपे 25 करोड़
-
बारिश से गेहूं की फसल को पंजाब में हुआ नुकसान, CM मान ने दिए सर्वे के आदेश
-
Amritpal Singh: अब सूट-बूट, गॉगल में नजर आया अमृतपाल सिंह, सामने आया CCTV फुटेज
-
पंजाब: अमृतपाल मामले पर बठिंडा के SSP की अपील- फर्जी सूचनाओं पर भरोसा न करें, सही जानकारी पुलिस खुद देगी
-
Amritpal Singh News: अमृतपाल सिंह का एक और साथी दिल्ली में गिरफ्तार, बॉर्डर से सटे इलाकों में सर्च ऑपरेशन तेज
-
Amritpal Singh: अमृतपाल सिंह साधु के वेश में दिल्ली ISBT पहुंचा, पंजाब पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी
-
पंजाब:स्पीकर कुलतार संधवां ने स्कूली छात्रों से मुलाकात की, विधानसभा देखने पहुंचे स्टूडेंट
-
पंजाब: शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने जलालाबाद हादसे में 3 अध्यापकों की मौत पर जताया दुख
-
Amritpal Singh News: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को लेकर भारत- नेपाल सीमा पर अलर्ट, लगे पोस्टर
English summary
Amritpal Singh deep sidhu phone block waris punjab de khalistan 10 facts