आजकल हो रही खांसी की वजह सर्दी या कोविड ने फिर दे दी दस्तक, जानें क्या कहते हैं आंकड़े?

005b999e7a11a31f44a51f50d4f2be601709797754446593 original



<p style="text-align: justify;"><strong>Coronavirus Cases: </strong>इन दिनों तेजी से मौसम करवट ले रही है. दोपहर में गर्मी और रात में ठंड के कारण बच्चे और बूढ़ों के लिए यह मौसम बेहद खतरनाक है. ज्यादातर लोगों को सर्दी-खांसी की समस्या हो रही है. अगर आपके भी आसपास या घर में किसी को काफी वक्त से सर्दी-खांसी है तो इसे नॉर्मल फीवर या वायरल फीवर समझकर इग्नोर न करें बल्कि कोरोना टेस्ट जरूर करवाएं.&nbsp; कोरोना टेस्ट इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इन दिनों पूरे देश में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;">राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार, दिल्ली जैसे भारत के उत्तरी राज्यों में एक बार फिर से कोरोना के केसेस तेजी से बढ़ रहे हैं. दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 63 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए गए. जो पिछले साल मई के बाद से राजधानी का सबसे अधिक मामला है. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 15 दिनों में दिल्ली में कोविड-19 के 459 मामले दर्ज किए गए हैं, जो पिछले पखवाड़े में 191 और उससे पहले 15 दिन की अवधि में 73 थे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में, जहां मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सकारात्मक परीक्षण किया, पिछले 15 दिनों में 226 मामले सामने आए, जो पिछले दो पखवाड़े में 96 और 27 थे.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पिछले साल अप्रैल में भी तेजी से बढ़े थे कोरोना के मामले</strong></p>
<p style="text-align: justify;">हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक कुछ दिनों से टेस्ट लगातार कम हो रहे थे कि जिसकी वजह से लग रही थी संख्या कम है. इसलिए संख्या को लेकर ज्यादा चिंता करने की बात नहीं है. साल 2023 मई में दिल्ली में रोजाना कोविड-19 मामलों की संख्या 50 से अधिक हो गई थी. 19 अप्रैल 2023 तक भारत में 12,500 से अधिक मामले दर्ज किए गए थे.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>साउथ इंडिया में भी कोरोना के मामले दर्ज किए गए थे</strong></p>
<p style="text-align: justify;">इस सर्दी की शुरुआत में (दिसंबर-जनवरी) मामले फिर से बढ़े, हालांकि संख्या बहुत कम थी. इस वृद्धि के दौरान उच्चतम दिन की गिनती 841 थी, जो 30 दिसंबर को भारत में दर्ज की गई थी. उस समय, अधिकांश मामले दक्षिण भारत, विशेष रूप से केरल से दर्ज किए गए थे.</p>
<p style="text-align: justify;">दो महीने से अधिक समय के बादृ दिल्ली और राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश और बिहार में भी संख्या बढ़ रही है. यूपी में 20 जनवरी से 4 फरवरी के बीच 15 दिनों की अवधि में केवल 12 मामले दर्ज किए गए. अगले पखवाड़े (4-19 फरवरी) में यह बढ़कर 36 हो गया और फिर नवीनतम पखवाड़े (19 फरवरी-5 मार्च) में 164 हो गया. इसी तरह बिहार में पिछले पखवाड़े में पाए गए मामलों की संख्या 14 से बढ़कर 103 हो गई है. कर्नाटक में, जहां हाल ही में मामले बढ़े थे, संक्रमण कम होता दिख रहा है. राज्य ने नवीनतम 15-दिन की अवधि में 268 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए. जो दो पखवाड़े पहले के 959 से कम है.</p>
<p style="text-align: justify;">हालांकि, महाराष्ट्र में पिछले तीन पखवाड़े के दौरान मामलों की संख्या अपेक्षाकृत स्थिर रही है. राज्य में नवीनतम अवधि में 496 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले दो पखवाड़े में 466 और 555 थे. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि जैसे-जैसे कोविड स्थानिक होता जा रहा है, समय-समय पर वृद्धि स्वाभाविक और अपेक्षित है. वर्तमान में उत्तरी राज्यों में फैल रहे वायरल स्ट्रेन के बारे में कोई जानकारी नहीं है.</p>
<div dir="auto" style="text-align: justify;">&nbsp;</div>
<div dir="auto" style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें:&nbsp;</strong><a title="महिलाओं पर जल्दी अटैक करती हैं ये बीमारियां, ऐसे टाइम पर लगा सकते हैं इनका पता" href="https://www.abplive.com/lifestyle/health/womens-day-2024-women-health-know-about-these-most-common-diseases-in-women-how-to-detect-them-2631302/amp/amp/amp/amp/amp" target="_blank" rel="noopener">महिलाओं पर जल्दी अटैक करती हैं ये बीमारियां, ऐसे टाइम पर लगा सकते हैं इनका पता</a></div>



Source link