यात्रिगण ध्यान दें! ट्रेन ये सीट होती है सबसे ज्यादा आरामदायक, जानें फायदे की डिटेल्स – Times Bull

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नई दिल्ली:Most comfortable seat in train. देश में हर रोज लाखों की संख्या में लोग इंडियन रेलवे से यात्रा करते हैं। कश्मीर से कन्याकुमारी तक और कच्छ से डिब्रूगढ़ तक भारत में रेलवे नेटवर्क फैला हुआ है, कई बार को लंबे दुरी की ट्रेन के जरिए दो-तीन दिनों के लगातार यात्रा करनी पड़ती है। जिससे इन यात्रिओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप के लिए अपने लिए ट्रेन में सही सीट चुनना जरुरी हो जाता है।

दरअसल ट्रेन से यात्रा करने में को मजा हैं, शायद किसी और परिवहन में नहीं मिल सकता। ट्रेन से सफर करते हुए आसपास के ग्रामीण नजारे, पहाड़ी दृश्य, नदियों और झीलों का संगम के नजारे देखने को मिल जाते है, जिसके लिए ट्रेन में सीट का चयन करना खास होता है।

अलग-अलग लोगों के लिए सुविधाजनक सीट अपने अनुसार होती है, जिससे यहां पर ट्रेन से यात्रा करने वाले लोगों का मानना है कि इसके लिए लोअर बर्थ बेहतर होती है। हालांकि, ये सीट लोगों को इतनी आसानी से जल्दी नहीं मिल पाती है। इसके पीछे की वजह है, कि रेलवे की ओर से सबसे पहले लोअर बर्थ के लिए बड़े बुजुर्गों को प्राथमिकता मिलती है।

अपर बर्थ सीट

ट्रेन में सबसे ऊपर की सीट को पर बर्थ कहते हैं। इस सीट को  ज्यादातर ऑप्शन युवाओं को ही दिया जाता है। जिससे अगर कोई भी बुजुर्ग ट्रेन टिकट बुक करता है, तो उसे ये सीट बहुत कम दी जाती है।

मिडल बर्थ सीट

ट्रेन में मिडल सीट अपर बर्थ और लोअर बर्थ के बीच होती है, जिससे इस तरह की टिकट में बहुत कम लोग मिडल बर्थ बुक करते हैं। क्योंकि इस सीट पर बैठने-उठने में परेशान होती है। रेलवे द्वारा इस सीट को 30 से 40 उम्र के लोगों को ही दिया जाता है।

लोअर बर्थ

ट्रेन में नीचे से पहले नंबर की सीट को लोअर बर्थ कहते हैं। भारतीय रेलवे की ओर से लोअर सीट को बुजुर्ग लोगों और महिलाओं को ज्यादा प्राथिमिकता दी जाती है, जिससे यह सीट आमतौर पर बैठने के लिए होती है।

साइड अपर और साइड लोअर बर्थ

ट्रेन स्लीपर क्लास में अपर बर्थ, मिडिल और लोअर बर्थ के साथ साइड अपर और साइड लोअर बर्थ होते है, जिससे साइड लोअर भी ज्यादातर बुजुर्गों को दी जाती है।  



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