Gautam Adani: Hindenburg Research के बाद MSCI ने दिया गौतम अडानी को तगड़ा झटका, कतर दिए चार कंपनियों के ‘पंख’


नई दिल्ली: अडानी ग्रुप (Adani Group) के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इंडेक्स प्रोवाइडर MSCI ने अडानी ग्रुप के चार शेयरों के फ्री फ्लोट स्टेटस में कटौती कर दी है। एनालिस्ट्स का कहना है कि इससे इंडेक्स में उनका वेटेज कम हो सकता है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक MSCI ने एक बयान में कहा कि उसने अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises), अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas), अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) और एसीसी (ACC) के फ्री फ्लोट स्टेटस को कम कर दिया है। यह बदलाव एक मार्च से लागू होगा। MSCI के एमर्जिंग मार्केट्स इंडेक्स में इन चार कंपनियों का कंबाइंड वेटेज 0.4 परसेंट था। बाकी कंपनियों के फ्री फ्लोट स्टेटस में कोई कमी नहीं की गई है। फ्री फ्लोट किसी भी सिक्योरिटी का वह हिस्सा होता है जो इंटरनेशनल इनवेस्टर्स के लिए खरीद फरोख्त के लिए उपलब्ध होता है।

अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म Hindenburg Research की एक रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसमें कहा गया है कि अडानी ग्रुप शेयरों में हेराफेरी में शामिल रहा है। हालांकि अडानी ग्रुप ने इन आरोपों का खंडन किया है। लेकिन इस रिपोर्ट के कारण अडानी ग्रुप की कंपनियों में भारी गिरावट आई है। ग्रुप का मार्केट कैप 100 अरब डॉलर से नीचे आ चुका है। गौतम अडानी भी दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में तीसरे से 21वें नंबर पर खिसक चुके हैं। गुरुवार को अडानी ग्रुप की 10 में से नौ कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई।

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MSCI ने क्यों किया ऐसा

MSCI ने कहा था कि कुछ मार्केट पार्टिसिपेंट्स ने अडानी ग्रुप के शेयरों को कुछ इंडेक्सेज में शामिल किए जाने के औचित्य पर सवाल उठाए हैं और उनके फ्री फ्लोट स्टेटस की समीक्षा की जाएगी। अडानी ग्रुप की आठ कंपनियां MSCI इंडेक्स में शामिल हैं। अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स, अडानी टोटल गैस, अडानी ग्रीन, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी पावर, अंबूजा और एसीसी MSCI India इंडेक्स का हिस्सा हैं। किसी भी लिस्टेड कंपनी के लिए यह सुनिश्चित करना होता है कि उसकी कम से कम 25 फीसदी शेयरहोल्डिंग पब्लिक के पास होनी चाहिए।



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