पिछले तीन साल में इस कंपनी के शेयरों में 13 गुना तेजी आई है। इस दौरान यह शेयर 1248 फीसदी चढ़ा है जबकि बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) में 89 फीसदी तेजी आई है। दो दिन पहले ही कंपनी ने होंडा के साथ पार्टनरशिप की घोषणा की थी। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू में पिछले साल के मुकाबले 47.4 फीसदी तेजी आई। कंपनी का अधिकांश रेवेन्यू इनोवेटिव टेक्नोलॉजी से आता है। जानकारों का कहना है कि ऑटो कंपनियां नई जमाने की टेक्नोलॉजी में निवेश बढ़ा रही हैं और इसमें केपीआईटी अग्रणी कंपनी है।
कहां तक पहुंच सकती है कीमत
कंपनियां अभी पूरी तरह कोरोना के असर से नहीं उबर पाई हैं और बैंकिंग सेक्टर के संकट में स्थिति बदतर कर दी हैं। इस कारण कंपनियां टेक्नोलॉजी पर खर्च कम कर रही हैं या टेक बजट में देरी कर रही हैं। इसके बावजूद केपीआईटी का कोई बड़ा क्लाइंट ऑर्डर से पीछे नहीं हटा है। कंपनी ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक रूट से अपने सॉफ्टवेयर डिजाइन्ड वीकल प्रोग्राम का फायदा उठाने की स्थिति में है। इससे कंपनी का शेयर शॉर्ट टर्म में 923 रुपये तक जा सकता है।