ज्यूरिख एयरपोर्ट एशिया के सीईओ डेनियल बर्चर ने कहा कि हम नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एविएशन लैंडमार्क बनाने के लिए हम पूरी जीजान से जुटे हैं। यह ऐसा एयरपोर्ट होगा जिस पर यूपी और भारत को गर्व होगा। इसके लिए दुनियाभर की कंपनियां काम कर रही हैं। फ्यूल फार्म, मल्टीमोडल कार्गो हब, एयरपोर्ट होटल और कैटरिंग फैसिलिटीज विकसित की जा रही हैं। इसमें टाटा ग्रुप भी शामिल है। यह तो अभी शुरुआत है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यूपी में निवेश बढ़ेगा और विकास को पंख लगेंगे।
मेट्रो और हाई स्पीड ट्रेन से कनेक्टिविटी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कई दिग्गज उद्योगपतियों की मौजूदगी में बर्चर ने कहा, ‘एयरपोर्ट केवल फ्लाइट्स पकड़ने की जगह नहीं होती है। दुनियाभर में हमने देखा है कि एयरपोर्ट से आसपास के इलाकों में इकनॉमिक ग्रोथ और रोजगार को गति मिलती है। यह एयरपोर्ट पश्चिमी यूपी में विकास के नए रास्ते खोलेगा। इससे यह इलाका मैन्युफैक्चरिंग और कॉमर्स का हब बनेगा। साथ ही हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। मल्टीमोडल कार्गो हब से लॉजिस्टिक कॉस्ट में कमी आएगी। यह एक वर्ल्ड क्लास, मॉडर्न और डिजिटली इनेबल्ड एयरपोर्ट होगा। इसमें उत्तर प्रदेश की समृद्ध विरासत देखने को मिलेगी। यह स्विस एफिशियंसी और इंडियन हॉस्पिटैलिटी का शानदार संगम होगा।’
उन्होंने कहा कि जब अगले साल नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट खुलेगा तो इसका डायरेक्ट एक्सेस यमुना एक्सप्रेसवे से होगा। एयरपोर्ट के लिए अलग से एक रोड होगी ताकि फ्रेट को आसानी से ट्रांसपोर्ट किया जा सके। एयरपोर्ट में मेट्रो और हाई स्पीड ट्रेन की सुविधा होगी। इससे पैसेंजर्स को एक अलग अनुभव मिलेगा। यूपी सरकार ने एयरपोर्ट के आसपास भूमि का अधिग्रहण शुरू कर दिया है। इससे भविष्य में इसका विस्तार हो सकेगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप का शानदार उदाहरण है।