![Gautam Adani: हिंडनबर्ग रिसर्च में आया था नाम, अहमदाबाद की ऑडिटर फर्म ने छोड़ी अडानी की कंपनी 1 pic](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/msid-99967543,imgsize-46480/pic.jpg)
अडानी टोटल गैस ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि उसके चार्टर्ड अकाउंटेंट्स M/s. Shah Dhandharia & Co. LLP ने रिजाइन कर दिया है। यह दो मई से प्रभावी हो गया है। कंपनी ने इसके साथ ही ऑडिटर के इस्तीफे का लेटर भी अटैच किया है। ऑडिटर का कहना है कि 26 जुलाई, 2022 को उसे पांच साल का दूसरा टर्म दिया गया था और उसने 31 मार्च, 2023 को खत्म फाइनेंशियल ईयर के लिए कंपनी का ऑडिट कर दिया है। उसका कहना है कि वह दूसरे असाइनमेंट में व्यस्त है, इसलिए उसने रिजाइन कर दिया है। अभी इस बात का पता नहीं चल पाया है कि वह अडानी एंटरप्राइजेज से भी रिजाइन देगी या नहीं। अडानी एंटरप्राइजेज चार मई को अपने फाइनेंशियल रिजल्ट पर विचार करेगी।
समय बढ़ाने का विरोध
हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी को आई रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर शेयरों के भाव बढ़ाने में हेराफेरी के आरोप लगाए गए थे। हालांकि अडानी ग्रुप ने इन आरोपों से इनकार किया था। लेकिन इस कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में एक महीने से अधिक समय तक गिरावट आई थी। सुप्रीम कोर्ट ने सेबी (SEBI) से इन आरोपों की जांच करने को कहा है। कोर्ट ने इसके लिए दो मई तक का समय दिया था। लेकिन सेबी ने इसे छह महीने और बढ़ाने का अनुरोध किया है। इस बारे में जनहित याचिका दाखिल करने वाले वकील विशाल तिवारी ने सेबी को ज्यादा समय देने का विरोध किया है। उनका कहना है कि इससे जांच लंबी खिंच जाएगी और अतिरिक्त देरी होगी।
(पीटीआई से इनपुट के साथ)