आदित्य का दावा- उद्धव के कंधे पर रोए थे शिंदे: भाजपा से बचाने की गुजारिश की थी; महीने भर बाद उनके समर्थन से CM बन गए

untitled 1708336133


  • Hindi News
  • National
  • Aaditya Thackeray Vs Eknath Shinde; Maharashtra Shiv Sena Politics | Uddhav Thackeray

ठाणे16 दिन पहले

  • कॉपी लिंक
उद्धव ठाकरे (दाएं से दूसरे) के साथ एकनाथ शिंदे (बीच में) और आदित्य ठाकरे (बाएं)। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

उद्धव ठाकरे (दाएं से दूसरे) के साथ एकनाथ शिंदे (बीच में) और आदित्य ठाकरे (बाएं)। (फाइल फोटो)

उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवसेना (UBT) के नेता आदित्य ठाकरे ने दावा किया है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे के कंधे पर सिर रखकर रोए थे। आदित्य ने कहा कि शिंदे 22 मई 2022 को मातोश्री आए थे। उन्होंने उद्धव से कहा था कि भाजपा उन्हें झूठे मामलों में फंसाकर जेल भेज देगी। वे उन्हें भाजपा से बचा लें।

आदित्य ने कहा कि महीनेभर बाद ही शिंदे भाजपा के साथ मिल गए और CM बन गए। आज उनक पास सब कुछ है, लेकिन फिर भी वे रोते रहते हैं। दरअसल, शिंदे 17 फरवरी को कोल्हापुर में शिवसेना के अधिवेशन में बोल रहे थे। उन्होंने रोते हुए कहा कि एक पिता-पति के रूप में वे फेल रहे। मैं जब घर जाता था, तो बच्चे सो चुके होते थे। मैं अपने बेटे से हर महीने नहीं मिल पाता था।

शिंदे का ये बयान उनके बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे के बयान के बाद आया था। श्रीकांत ने कहा था- मेरे पिता काम में इतने व्यस्त रहते थे कि उनके पास परिवार के लिए कभी समय नहीं रहा। मैं मां से शिकायत करता था कि पापा मुझे समय नहीं देते। श्रीकांत कल्याण लोकसभा सीट से शिवसेना के सांसद हैं। सांसद रहते उन्होंने ऑर्थोपेडिक्स से पोस्ट ग्रेजुएट (MS) किया और डॉक्टर बनें।

कोल्हापुर में शिवसेना के अधिवेशन में बेटे श्रीकांत के भाषण के दौरान CM शिंदे रो पड़े थे।

कोल्हापुर में शिवसेना के अधिवेशन में बेटे श्रीकांत के भाषण के दौरान CM शिंदे रो पड़े थे।

शिंदे बोले- मेरे बेटे के पास मुझसे जुड़ी कोई याद नहीं
बेटे की बातों पर शिंदे ने कहा- श्रीकांत के पास हमसे जुड़ी कोई यादें नहीं है। अगर कोई उनसे उनके माता-पिता के साथ गुजारे बचपन की यादों के बारे में पूछे तो वह बता नहीं सकते। जब उन्होंने MBBS किया तब भी मैं नहीं गया। उन्हें (श्रीकांत को) एक शिक्षित युवा के रूप में राजनीति में लाया गया। उन्होंने सांसद बनने के बाद MS की पढ़ाई पूरी की।

इससे पहले शिंदे ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक भी पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने लिखा- शिवसेना मेरी सब कुछ थी, शिव सैनिक मेरे परिवार थे। मैंने अपने पूरा जीवन उनके लिए काम किया। मुझे नहीं पता था कि आगे क्या होगा। मैं हमेशा आगे की सोच रखने वाला हूं। मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

1708232820 1708335498

आदित्य बोले- शिंदे के नेतृत्व में महाराष्ट्र पिछड़ रहा
आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महाराष्ट्र विकास के मामले में बाकी राज्यों से पिछड़ रहा है। महाराष्ट्र में बेरोजगारी बढ़ रही है। पिछले साल एक भी नया उद्योग स्थापित नहीं हुआ। नौकरी के कोई अवसर नहीं हैं। शिंदे सरकार अपने स्वार्थ को प्राथमिकता देते हुए आम नागरिकों की उपेक्षा कर रही है।

आदित्य ने कहा कि शिंदे एक शिवसैनिक के साथ-साथ एक इंसान के रूप में भी विफल हैं। आदित्य ने आरोप लगाया कि ED, IT, CBI जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष और शिवसैनिकों को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है।

आदित्य शिंदे के गढ़ ठाणे में शिवसेना (UBT) की शाखाओं का दौरान करने पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आदित्य ने शिंदे की बोलने की नकल करते हुए कहा कि विश्वासघातियों ने शिवसेना छोड़ दी है लेकिन ठाणे के असली सैनिक हमारे साथ हैं।

ये खबरें भी पढें…

अजित बोले-शरद पवार का बेटा होता, तो पार्टी अध्यक्ष बनता: सुप्रिया सुले की सीट बारामती में रैली की, यहां से पत्नी सुनेत्रा को उतारेंगे

117081668741708234083 1708335565

महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित पवार ने बारामती में एक रैली के दौरान कहा कि अगर मैं सीनियर (शरद पवार) के घर में पैदा होता, तो स्वाभाविक रूप से NCP का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाता और पूरी पार्टी मेरे नियंत्रण में होती। अजित ने पार्टी चुराने के आरोपों पर शरद पवार का नाम लिए बिना शुक्रवार को ये बयान दिया। पूरी खबर पढ़ें…

महाराष्ट्र में शिंदे समेत 16 की विधायकी बरकरार: स्पीकर ने कहा- उनका गुट असली शिवसेना; उद्धव बोले- यह SC का अपमान

8 5170489761117049123951708234207 1708335584

महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत उनके गुट के 16 विधायकों की सदस्यता बरकरार रखी है। स्पीकर राहुल नार्वेकर ने बुधवार को अपने फैसले में कहा कि शिंदे गुट ही असली शिवसेना है। स्पीकर ने उद्धव गुट के 14 विधायकों की सदस्यता भी बरकरार रखी। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…



Source link