क्या शेख बचाएंगे अडानी की साख, टीम के साथ गौतम अडानी ने अबू धाबी में डाला डेरा, जानिए क्या है माजरा


नई दिल्ली: हिंडनबर्ग (Hindenburg) की रिपोर्ट के बाद से अडानी समूह (Adani Group) को बड़ा झटका लगा है। कंपनी का मार्केट कैप 10 लाख करोड़ तक गिर गया है। अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) की निजी संपत्ति में भारी गिरावट हुई है। कभी 130 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के दूसरे अमीर गौतम अडानी अब 24वें नंबर पर पहुंच गए हैं। गौतम अडानी की निजी संपत्ति गिरकर 54 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। हिंडनबर्ग के हमले के बाद अडानी समूह ने अपनी स्ट्रैटिजी में बदलाव किया है। अब कंपनी अब कर्ज चुकाने पर फोकस कर रही है। वहीं लागत में कैश बचाने तक फोकस कर रही है। कंपनी ने अब ताबड़तोड़ विस्तार करने के बजाए कंपनी के कर्ज को कम करने की तैयारी कर ली है।

अडानी की टीम अबू धाबी में

अडानी की टीम अबू धाबी में

गौतम अडानी समेत उनकी पूरी टीम अबू धाबी में है। निवेश हासिल करने के लिए वो कंपनियों से संपर्क कर रही है। फंड जुटाने के लिए अडानी की टीम अबू धाबी (Abu Dhabi) में कंपनियों से बात कर रही है। अडानी फंड जुटाने में जुटे हैं तो निवेशक कंपनियां अडानी के पोर्ट (Adani Port) और अडानी के सीमेंट कारोबार पर नजरें बनाए हुए हैं। माना जा रहा है कि अडानी समूह की इन कंपनियों में कुछ हिस्सेदारी हासिल करने के लिए अबू धाबी की कंपनियां निवेश कर सकती है। अडानी समूह पिछले एक हफ्ते से अबू धाबी की इंटरनेशनल हॉल्डिंग कॉप्स (International Holding Corp) यानी IHC से बात कर रही है। अडानी एंटरप्राइजेज या समूह की अन्य कंपनी में कैपिटल इंफ्यूजन के लिए IHC के साथ बात चल रही है।

फंड के लिए अबू धाबी में अडानी की टीम

फंड के लिए अबू धाबी में अडानी की टीम

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अडानी समूह पिछले एक हफ्ते से अबू धाबी में है। इंटरनेशनल होल्डिंग कॉर्प्स (IHC) के अलावा कई दूसरी बड़ी कंपनियों और इंवेस्टमेंट फर्मों के साथ कैपिटल इंफ्यूजन के लिए बातचीत जारी है । हालांकि अब तक ये फाइनल नहीं हुआ है कि कौन निवेश करेगा, कितना निवेश होगा। सूत्रों की माने तो इंवेस्टमेंट करीब 1 से 1.5 अरब डॉलर का हो सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।

खुद गौतम अडानी ने संभाला मोर्चा

खुद गौतम अडानी ने संभाला मोर्चा

अबू धाबी में बैठकों का दौर जारी है। हालांकि अभी कोई लेनदेन नहीं हुई है। अबी इन बैठकों को प्रारंभिक स्तर का माना जा सकता है। खुद गौतम अडानी इसकी कमान संभाल रहे हैं। पिछले एक हफ्ते से, समूह के वरिष्ठ अधिकारी, खुद कंपनी के चेयरमैन गौतम अडानी, ग्रुप सीएफओ जुगेशिंदर सिंह वहां मौजूद हैं। अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA) और अन्य सॉवरेन वेल्थ फंड्स (SWFs) की भी बैठक हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक निवेशकों ने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट, सीमेंट बिजनेस और अडानी पोर्ट एंड एसईजेड जैसे अडानी के एसेट्स में दिलचस्पी दिखाई है।

IHC ने पहले भी दिया जीवनदान

ihc-

आपको बतादें कि अबू धाबी की कंपनी आईएचसी (IHC) पहले भी अडानी के लिए जीवनदान देने वाली कंपनी साबिक हुई है। कंपनी ने उस वक्त अडानी के FPO में 3600 करोड़ का निवेश किया, जब केवल 3 फीसदी सब्सक्रिप्शन हुआ था।हालांकि बाद में अडानी समूह ने अपना ये एफपीओ वापस ले लिया। इससे पहले साल 2022 में आईएचसी ने अडानी ग्रुप की तीन कंपनियों में 2 अरब डॉलर का निवेश किया था। कंपनी ने हमेशा से अडानी समूह पर भरोसा दिखाया है। अबू धाबी की इस कंपनी की कमान शेख ताहनून बिन ज़ायेद अल नाहयान संभालते हैं। अडानी समूह को उम्मीद है कि अबू धाबी में उन्हें अच्छा निवेश हासिल होगा।



Source link