![मिजोरम में जब इस महिला ने रचा इतिहास, पहली बार बनी स्पीकर - India TV Hindi 1 baryl vanneihsangi 1709919457](https://resize.indiatv.in/resize/newbucket/1200_-/2024/03/baryl-vanneihsangi-1709919457.jpg)
विधायक बैरिल वन्नेइहसांगी
आइजोलः अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मिजोरम की युवा विधायक बैरिल वन्नेइहसांगी ने इतिहास रच दिया। मिजोरम के इतिहास में पहली बार किसी महिला को सदन के सत्र की अध्यक्षता करने का मौका मिला। बैरिल ने एक दिन के लिए स्पीकर की कुर्सी पर बैठकर सदन की कार्यवाही को संचालित किया। 40 सदस्यीय विधानसभा वाले मिजोरम में उन्होंने सदन की कार्यवाही सात मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर संचालित किया।
सीएम लालडुहोमा ने की तारीफ
मिली जानकारी के अनुसार, सत्तारूढ़ ज़ोरम पीपुल्स फ्रंट (जेडपीएम) की विधायक बैरिल वन्नेइहसांगी को स्पीकर ने एक दिन के लिए अपने आसन पर बैठाया। मुख्यमंत्री लालडुहोमा ने इसे ऐतिहासिक और नारी सशक्तिकरण के लिए बड़ा संदेश बताया। उन्होंने कहा कि यह प्रगतिशील बदलाव को दर्शाता है।
2023 में पहली बार 3 महिला विधायक चुनी गई
बता दें कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में मिजोरम में पहली बार तीन महिला विधायक चुनी गई। इनमें से जिनमें से दो जेडपीएम के टिकट पर विधायक चुनी गई तो एक मिज़ो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) से विधानसभा पहुंचने में कामयाबी रहीं। 2019 के आम चुनावों में मिजोरम में एकमात्र लोकसभा सीट के लिए एक महिला उम्मीदवार मैदान में थी। लालथलामौनी ने निर्दलीय रूप में चुनाव लड़ा लेकिन एमएनएफ के सी. लालरोसांगा से हार गई।
2017 में पहली बार मिजोरम में महिला मंत्री बनी
मिजोरम में पहली बार 2017 में कांग्रेस सरकार ने एक महिला को राज्यमंत्री बनाया। ललथनहावला शासन में लालावम्पुई चावंगथु मिजोरम की पहली मंत्री बनी थी। 2023 विधानसभा चुनावों के बाद ZPM ने अपनी एक अन्य महिला विधायक 61 वर्षीय लालरिनपुई को न सिर्फ मंत्री बनाया, बल्कि उन्हें कैबिनेट रैंक भी दिया। इस प्रकार लालरिनपुई मिजोरम की पहली महिला कैबिनेट मंत्री बन गई हैं।