रोजाना 6000 से 9000 कदम चलने वालों में ‘हार्ट अटैक’ का खतरा कम- स्टडी


Heart Attack Risk: दिल के दौरे से बचने के लिए हर व्यक्ति को राजाना कितने कदम चलना चाहिए? एक रिसर्च बताती है कि रोजाना 6000 से 9000 कदम चलने से हार्ट अटैक का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है. हाल ही में जर्नल ‘सर्कुलेशन’ में प्रकाशित रिसर्च के लिए अमेरिका और 42 अन्य देशों में 20,000 से ज्यादा लोगों के डेटा का एनालिसिस किया गया. रिसर्च से पता चला है कि 60 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति को प्रति दिन 6000 से 9000 कदम चलना चाहिए, इससे दिल के दौरे का जोखिम काफी हद तक कम हो सकता है. मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी के प्रमुख लेखक डॉ. अमांडा पालुच ने कहा कि इस रिसर्च में शामिल लोगों की उम्र 63 वर्ष थी, जिसमें 52 प्रतिशत महिलाएं थीं.

रिसर्च के मुताबिक, रोजाना 2000 कदम चलने वाले लोगों की तुलना में प्रतिदिन 6000 और 9000 कदम चलने वाले लोगों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा 40 प्रतिशत से 50 प्रतिशत कम देखा गया. मुंबई के सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल के डॉक्टर आशीष का कहना है कि कहीं न कहीं 7000 से 10,000 कदम रोजाना चलना दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है और ऐसा करना बहुत मुश्किल काम भी नहीं है. अगर आप जागरूक हैं और अपनी शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाने को लेकर हमेशा अलर्ट रहते हैं, जैसे- लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का ज्यादा इस्तेमाल करना, अपनी कार को दूर पार्क करके ऑफिस पहुंचना, अपने छोटे-छोटे कामों के लिए गाड़ी का इस्तेमाल न करना, तो आपको रोजाना 7000 से 10,000 कदम चलने में कोई परेशानी नहीं होगी. 

धीरे-धीरे बढ़ाएं कदमों की संख्या

हालांकि आपको पहले ही दिन से इतने कदम चलने की जरूरत नहीं है. आप समय के साथ अपने कदमों की संख्या बढ़ा सकते हैं. एक हफ्ते तक पहले रोजाना 500 कदम चलने का प्रयास करें. फिर हर हफ्ते 500 कदम बढ़ाएं और ऐसे करते-करते टारगेट तक पहुंचे. वहीं, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया में प्रोफेसर डॉ. के श्रीनाथ रेड्डी का मानना है कि यह अध्ययन इस बात की पुष्टि करता है कि ज्यादा चलना दिल और रक्त वाहिकाओं को हेल्दी रखने के लिए फायदेमंद है. यह वृद्ध लोगों के स्वास्थ्य को अच्छा रखने में भी काफी मददगार साबित हो सकता है.

एक दिन में 6,000 से ज्यादा कदम चलने से मांसपेशियों में इंसुलिन रेजिस्टेंस कम हो सकता है. हृदय और रक्त वाहिकाओं को लाभ पहुंचता है. यह ब्लड प्रेशर और शरीर के वजन को भी कंट्रोल करने में सहायक है. वृद्धावस्था में ज्यादा चलने के अन्य लाभ भी हैं, जैसे- बेहतर संतुलन और कम गिरना, कब्ज से बचाव, अधिक मानसिक सतर्कता और डिप्रेशन का कम खतरा आदि. हर मिनट लगभग 100 कदमों के साथ तेज गति से चलना उपयोगी होता है. 

ये भी पढ़ें: Hair Transplant: क्या हेयर ट्रांसप्लांट कराना सेफ? जानिए इससे जुड़ी ‘मिथ्स’ में कितनी सच्चाई?

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator



Source link