क्या आप जानना चाहेंगे राकेश झुनझुनवाला के गुरु राधाकिशन दमानी किन कंपनियों में करते हैं निवेश?

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नई दिल्ली: देश के अमीरों में राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) का नाम आता है। राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) डी मार्ट कंपनी के मालिक हैं। मीडिया रिपोर्टस की माने तो जब राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) निवेशक से उद्यमी बने तो राधाकिशन उनके गुरु थे। झुनझुनवाला अक्सर अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता और दमानी को देते थे। आपको बता दें कि राधाकिशन दमानी रिटेल चेन डी-मार्ट के संस्थापक हैं, उनका पोर्टफोलियो 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का है। आज हम आपको राकेश झुनझुनवाला के गुरु रहे राधाकिशन दमानी के पोर्टफोलियो के बारे में बताने जा रहे हैं। राधाकिशन दमानी किन कंपनियों में निवेश करते हैं, आईए आपको बताते हैं।

इन कंपनियों में है राधाकिशन दमानी का निवेश
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, शेयर बाजार के दिग्‍गज निवेशक आरके दमानी के पोर्टफोलियो में फिलहाल 12 स्‍टॉक है। 30 सितंबर 2022 तक की कॉरपोरेट शेयरहोल्डिंग के मुताबिक, दमानी के पोर्टफोलियो की नेटवर्थ 1.99 लाख करोड़ से ज्‍यादा है। राधाकिशन दमानी ने मेट्रोपोलिस, आडवानी होटल्स, एप्टेक, एस्ट्रा माइक्रो, बीएफ यूटिलिटीज, ब्लू डार्ट, इंडिया सीमेंट्स, ट्रेंट लिमिटेड, वीएसटी इंड, मंगलम ऑर्ग, सुंदरम होल्डिंग्स और सुंदरम फिन में निवेश किया हुआ है।

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रईसों की सूची में 72वें नंबर पर हैं दमानी
ब्लूमबर्ग बिलियनर्स इंडेक्स के मुताबिक, राधाकिशन दमानी की संपत्ति 19.7 अरब डॉलर है। अगर पिछले साल की दूसरी सबसे महंगी प्रॉपर्टी की बात करें तो यह रवि और नील रहेजा ने 427 करोड़ में वर्ली में खरीदी थी। के रहेजा और प्रमोटर्स के रहेजा बंधुओं ने मुंबई के वर्ली एरिया में 66811 वर्ग फीट का अपार्टमेंट खरीदा था। राधाकिशन दमानी का बचपन कठिनाईयों में बीता है। हालांकि सिंगल रूम अपार्टमेंट में पले-बढ़े 12वीं पास शख्स राधाकिशन दमानी ने पूरी दुनिया को बता दिया कि यदि हौसले बुलंद हों तो कठिन से कठिन राह भी आसान हो जाती है।

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शेयर बाजार में इस तरह जुड़े
पिता की मौत के बाद राधाकिशन दमानी ने अपने भाई गोपीकिशन दमानी के साथ मिलकर शेयर बाजार पर अपना ध्यान केंद्रित किया और 5000 रुपये के साथ निवेश की शुरुआत की थी। राधाकिशन को शेयरों की बेहतरीन समझ है। 1990 के दशक में जब हर्षद मेहता ने देश का पूंजी बाजार बुरी तरह हिला दिया था, तब दमानी को जबर्दस्त मुनाफा हुआ था। उस समय हर्षद मेहता ने शेयर बाजार में तेजी पर दांव लगाया था, वहीं दमानी ने स्टॉक मार्केट के गिरने पर दांव लगाया था।



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