‘क्या शिवलिंग जैसा दिखता है?’, जानें ज्ञानवापी के वायरल वीडियो पर क्या बोले अक्षय कुमार

samrat prithviraj akshay kumar gyanvapi 1654018512


बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार (Akshay Kumar) इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म सम्राट पृथ्वीराज (Samrat Prithviraj) के प्रमोशन में बिजी हैं। अक्षय कुमार देश के अलग अलग हिस्सों में जाकर फिल्म का प्रमोशन कर रहे हैं। हाल ही में अक्षय कुमार, फिल्म की एक्ट्रेस मानुषी छिल्लर और निर्देशक डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी के साथ भगवान विश्वनाथ जी की नगरी वाराणसी पहुंचे थे और गंगा आरती की थी। वहीं उसके बाद उन्होंने सोमनाथ मंदिर में आशीर्वाद लिया। इसके बाद अब अक्षय कुमार ने एक इंटरव्यू में ज्ञानवापी परिसर के वायरल वीडियो (Gyanvapi viral video) पर रिएक्शन दिया है।

सम्राट पृथ्वीराज के प्रमोशन में बिजी अक्षय कुमार

अपनी अपकमिंग फिल्म सम्राट पृथ्वीराज के प्रमोशन के दौरान अक्षय कुमार और डॉक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी, टाइम्स नाउ नवभारत के एक शो में पहुंचे। शो के दौरान नाविका कुमार ने कहा, ‘चर्चा चल रही है कि औरंगजेब ने काशी में मंदिर ध्वस्त कर ज्ञानवापी मस्जिद बनाया। परिसर की तस्वीरें भी हैं, जिस पर कोर्ट निर्णय देगा लेकिन, जो तस्वीरें हैं उन्हें भी कोई मानने को तैयार नहीं है। ऐसे में न सिर्फ इतिहास को हटाया जा रहा है बल्कि हमारी आंखों पर भी पट्टी बांधी जा रही है।’ 

देखने में तो शिवलिंग लगता है..

नाविका की बात सुनकर जवाब में अक्षय कुमार कहते हैं, ‘मुझे विश्वास है जो हमारी सरकार है, हमारी एएसआई है और जो जज हैं वह सही निर्णय लेंगे।’ वहीं आगे नाविका के पूछने पर क्या वायरल वीडियो में दिख रही चीज शिवलिंग ही लग रही है, तो ज्ञानवापी के नए वायरल वीडियो पर अक्षय कुमार कहते हैं, ‘देखने में तो शिवलिंग लगते हैं।’ वहीं जब आगे अक्षय से पूछा गया कि आपको क्या लगता है कि शिवलिंग के ऊपर काटकर कुछ फांक सा बनाया है, ये काटकर बनाया है या शिवलिंग का हिस्सा है? 

संबंधित खबरें

हम अपनी हिस्ट्री को वापस लेना चाहते हैं….

इस पर अक्षय कहते हैं, ‘इसके बारे में मेरी कोई जानकारी नहीं है। मैं उस चीज के बारे में कभी बात नहीं करता हूं, जिस चीज पर मेरी जानकारी नहीं होती है। हालांकि, इस बारे में इतनी बातचीत हो रही है। लोग अब इस बारे में जान रहे हैं।’ बातचीत में अक्षय कहते हैं, ‘हम अपनी हिस्ट्री को वापस लेना चाहते हैं..अपने पास रखना चाहते हैं..लोगों को बताना चाहते हैं।’ वहीं अक्षय कुमार के अलावा सम्राट पृथ्वीराज के निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने ज्ञानवापी परिसर के वायरल वीडियो पर अपनी बात रखी और कहा, ‘मेरा मानना है ये शिवलिंग हैं। मेरे मन में इसको लेकर कोई शंका नहीं है। मैंने आक्रमण के पूरे इतिहास को देखा है।’

बताना चाहता हूं कि पृथ्वीराज ने किया क्या था…

इंटरव्यू में अक्षय कुमार ने इतिहास का जिक्र करते हुए कहा, ‘आज मैं जो ये फिल्म बना रहा है, उसके माध्यम से मैं ये बताना चाहता हूं कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान ने किया क्या था? मैं कुछ भी गलत नहीं बता रहा हूं, जो भी लिखा गया है वहीं बता रहा हूं। इसलिए ही जब मैंने फिल्म साइन की थी तो डॉक्टर साहब (फिल्म के निर्देशक) से पूछा था और उन्होंने रासो मेरे सामने भी रखी थी। उसके बाद ही मैंने ये फिल्म साइन की थी।’

3 जून को रिलीज होगी फिल्म

याद दिला दें कि हाल ही में अक्षय कुमार और मानुषी की आने वाली फिल्म’पृथ्वीराज’ का टाइटल चेंज कर दिया गया था। यशराज स्टूडियो ने करणी सेना के भारी विरोध के चलते पृथ्वीराज का टाइटल ‘सम्राट पृथ्वीराज’ करने का फैसला लिया था। करणी सेना ने यशराज स्टूडियो से फिल्म का नाम बदलने की मांग की थी। गौरतलब है कि डॉक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन में बनी फिल्म सम्राट पृथ्वीराज ,पृथ्वीराज चौहान के जीवन और उनके पराक्रम पर आधारित है। अक्षय फिल्म में सम्राट पृथ्वीराज चौहान की भूमिका निभा रहे हैं, वहीं मानुषी छिल्लर, पृथ्वीराज की प्रेमिका राजकुमारी संयोगिता की भूमिका निभा रही हैं। यह फिल्म 03 जून को हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज हो रही है।

ज्ञानवापी मामले में 4 जुलाई को होगी सुनवाई

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण के वीडियोग्राफी फुटेज मीडिया में लीक होने से उठे विवाद के बीच वादी पक्ष की चार महिलाओं ने जिला अदालत द्वारा सौंपी गयी वीडियोग्राफी की सीडी और फोटोग्राफ वापस लौटाने के लिये अदालत में मंगलवार को आवेदन किया। हिंदू पक्ष की ये वादीगण सीलबंद लिफाफे लेकर जिला अदालत पहुंची थीं। उनका कहना था कि सीडी और फोटोग्राफ वाले ये लिफाफे अभी सीलबंद हैं, इन्हें खोला नहीं गया है। वीडियोग्राफी के फुटेज मीडिया में लीक होने के बाद हिंदू पक्ष ने अदालत को ये लिफाफे वापस करने का फैसला किया है। हिंदू पक्ष के वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बताया कि जिला न्यायाधीश अजय कृष्ण वश्विेश ने इस आवेदन पर सुनवाई मूल वाद की 04 जुलाई को होने वाली सुनवाई के साथ ही करने की बात कही है। न्यायालय ने कहा कि ये सीलबंद लिफाफों को पक्षकार अपने पास ही रखें। उल्लेखनीय है कि जिला अदालत ने सोमवार को ज्ञानवापी मस्जिद वीडियोग्राफी की सीडी और फोटोग्राफ हिंदू पक्ष के वादीगणों को सौंपे थे साथ ही उनसे यह शपथ पत्र भी लिया गया था कि वे इसे सार्वजनिक नहीं करेंगे लेकिन कुछही समय बाद वीडियोग्राफी के फुटेज टीवी चैनलों पर प्रसारित होने लगे। अदालत इन सभी आवेदनों पर चार जुलाई को सुनवाई करेगा। 

 



Source link