Ukraine Crisis: यूक्रेन बॉर्डर की आ रही रूसी सेना, महायुद्ध का खतरा बढ़ा

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कीव. यूक्रेन और रूस के बीच तनाव (Ukraine-Russia Conflict) बढ़ता जा रहा है. रूस ने बुधवार को कहा कि उसकी फौज क्रीमिया में मिलिट्री ड्रिल के बाद लौट रही है. हालांकि, अमेरिका और नाटो (US-NATO)उसकी हर हरकत को शक की नजर से देख रहे हैं. अमेरिका की मानें तो रूस का सीज़फायर का ऐलान महज ड्रामा है. ऐसा करके रूस सबका ध्यान भटकाना चाहता है. अमेरिका का कहना है कि रूसी सेना यूक्रेन बॉर्डर की तरफ बढ़ रही है. जो बाइडन (Joe Biden) ने कहा- हम रूस के वादों और दावों पर फिलहाल, भरोसा नहीं कर सकते.

रूस और पश्चिमी देशों की जुबानी जंग बुधवार को उस वक्त तेज हो गई जब रूस की डिफेंस मिनिस्ट्री ने एक बयान जारी किया. इसमें कहा गया कि रूसी फौजें क्रीमिया में सैन्य अभ्यास के बाद बेस कैम्प्स पर लौट रही हैं. उनके हथियार और दूसरे इक्युपमेंट्स भी वापस लाए जा रहे हैं. इससे बाद अमेरिका और नाटो देश हरकत में आ गए.

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यूक्रेन को भी रूस पर है शक
CNN कि एक रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने रूस की सैनिकों की वापसी वाली घोषणा पर संदेह जताया है. उन्होंने कहा, ‘रूस की ओर से लगातार तरह-तरह के बयान दिए जा रहे हैं, इसलिए हमारा नियम है- देखें और फिर विश्वास करें. जब तक हम सैनिकों को वापस जाते देख नहीं लेते, तब तक डी-एस्केलेशन पर विश्वास नहीं करेंगे.’

एक-एक इंच जमीन की रक्षा करेंगे -बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने एक बार फिर नाटो देशों के साथ मजबूती से खड़े होने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है. बाइडन ने कहा कि अमेरिका नाटो के इलाके में मौजूद एक-एक इंच जमीन की रक्षा पूरी ताकत के साथ करेगा. एक नाटो देश के खिलाफ हमला हम सभी के खिलाफ हमला है.

राष्ट्रों को संप्रभुता का अधिकार
बाइडन ने कहा- ‘राष्ट्रों को संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का अधिकार है. हालांकि, हम बुनियादी सिद्धांतों से समझौता नहीं करेंगे. रूस को अमेरिका, नाटो या यूक्रेन धमकी नहीं दे रहे हैं. आप हमारे दुश्मन नहीं हैं और मुझे भरोसा है कि आप भी यूक्रेन के खिलाफ विनाशकारी युद्ध नहीं चाहते हैं.’

कल बेलारूस के राष्ट्रपति से मिलेंगे पुतिन
इस बीच यूरोप के आखिरी ‘तानाशाह’ माने जाने वाले बेलारूस (Belarus) के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको (Aleksandr Lukashenko) रूस की राजधानी मॉस्को में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात 18 फरवरी को होने वाली है. यहां गौर करने वाली बात ये है कि पुतिन और लुकाशेंको के बीच ये मुलाकात तब हो रही है, जब रूस ने अपने सैनिकों को बेलारूस में तैनात किया हुआ है. इस तरह उसने उत्तर की ओर से यूक्रेन को घेरा हुआ है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन को लेकर चर्चा हो सकती है. दोनों राष्ट्रपति कई मुद्दों पर चर्चा करने वाले हैं. इनमें व्यापार और आर्थिक सहयोग, क्षेत्र में सुरक्षा के लिए मौजूदा चुनौतियां, दोनों देशों के राष्ट्रीय हितों को सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त कार्रवाई और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर चर्चा भी शामिल है.

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बेलारूस रूस के लिए बेहद जरूरी देशों में से एक है. यही वजह है कि उसने यूक्रेन को घेरने के लिए बेलारूस में 30 हजार के करीब सैनिकों को तैनात किया हुआ है. इसके अलावा, दोनों मुल्कों सैन्य अभ्यास भी कर रहे हैं. (एजेंसी इनपुट के साथ)

Tags: Joe Biden, Russia, Ukraine, Vladimir Putin



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