UGC ने किया आगाह, फर्ज़ी यूनिवर्सिटी से बचें, देखें कहां ले सकते हैं यूनवर्सिटीज़ की सही जानकारी

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नई दिल्ली: 12वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम अब अंतिम चरण में हैं और अब छात्र अपने लिए विश्वविद्यालयों और कॉलेज की तलाश में जुट जाएंगे। इसी दौरान फर्जी संस्थानों का खेल भी शुरू होता है, जो छात्रों और उनके अभिभावकों को अपने संस्थानों में दाखिले का लालच देते हैं। यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (UGC) ने नया सेशन शुरू होने से पहले ही छात्रों को आगाह किया है कि फर्जी संस्थानों के जाल में न फंसें और किसी भी यूनिवर्सिटी के बारे में UGC की वेबसाइट से जानकारी ली जा सकती है।UGC फर्जी यूनिवर्सिटी की लिस्ट भी जारी करता है और आने वाले दिनों में एक बार फिर से यह लिस्ट जारी की जाएगी। अभी UGC ने तमिलनाडु के दो संस्थानों को लेकर पब्लिक नोटिस जारी कर कहा है कि छात्रों को इन स्वघोषित उच्च शिक्षा संस्थानों में दाखिले लेने से बचना चाहिए।

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UGC के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार का कहना है कि छात्रों को किसी भी विश्वविद्यालय की स्थिति के बारे में संदेह है तो उन्हें UGC की वेबसाइट पर जांच करनी होगी। UGC फर्जी विश्वविद्यालयों और यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों दोनों की लिस्ट प्रकाशित करता है। उन्होंने छात्रों से अपील की है कि वे फर्जी विश्वविद्यालयों के झांसे में न आएं। समय-समय पर राज्य सरकारों को पत्र भी लिखा जाता है कि ऐसे विश्वविद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई करें और उन्हें बंद कर दें। एक बार फिर से नई लिस्ट जारी की जाएगी। साथ ही राज्य सरकारों को भी लिखा जाएगा कि नियमों के खिलाफ चल रहे शिक्षण संस्थानों पर कार्रवाई की जाए और उन्हें बंद किया जाए।

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UGC ने 28 मार्च को एक पब्लिक नोटिस जारी कर कहा है कि ओपन इंटरनैशनल यूनिवर्सिटी फॉर ऑल्टरनेटिव मेडिसिंस और नैशनल बोर्ड ऑफ ऑल्टेरनेटिव मेडिसिंस विभिन्न डिग्री कोर्स और प्रोग्राम चला रहे हैं। ये दोनों संस्थान UGC एक्ट 1956 के खिलाफ कोर्स चला रहे हैं और छात्रों से अपील की गई है कि वे इन संस्थानों में दाखिला न लें।

UGC की ओर से उन सभी राज्यों को लिखा जाता है, जहां पर फर्जी यूनिवर्सिटी चल रही होती है। राज्यों को ऐसी फर्जी यूनिवर्सिटी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी होती है और यूनिवर्सिटी को बंद करवाना होता है। जब राज्यों की ओर से किसी फर्जी यूनिवर्सिटी को बंद करने के बारे में सूचित कर दिया जाता है तो उस यूनिवर्सिटी का नाम लिस्ट से हटा दिया जाता है। पिछले कुछ सालों में कई यूनिवर्सिटी के नाम लिस्ट से हटे हैं, वहीं कई फर्जी यूनिवर्सिटी लिस्ट में शामिल भी हुई हैं।



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