!['भारत जोड़ो यात्रा' का रूट ही गड़बड़ है? जानें, कांग्रेस की कवायद पर क्या बोले प्रशांत किशोर 1 prashant kishor 1662830589](https://resize.indiatv.in/resize/newbucket/715_-/2022/09/prashant-kishor-1662830589.jpg)
!['भारत जोड़ो यात्रा' का रूट ही गड़बड़ है? जानें, कांग्रेस की कवायद पर क्या बोले प्रशांत किशोर 2 Prashant Kishor on Bharat Jodo Yatra, Prashant Kishor on Rahul Gandhi, Prashant Kishor- India TV Hindi News](https://resize.indiatv.in/resize/newbucket/905_509/2022/09/prashant-kishor-1662830589.jpg)
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर।
Prashant Kishor on Bharat Jodo Yatra: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने इंडिया टीवी को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर बड़ी बात कही है। प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस की इस यात्रा का रूट ज्यादातर उन राज्यों से होकर गुजरता जहां बीजेपी की सरकार है, तो बेहतर होता। हालांकि साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस ने यह रूट चुना है तो कुछ सोचकर ही चुना होगा। प्रशांत किशोर ने इसके अलावा बिहार के मौजूदा सियासी हालात पर भी टिप्पणी की और कहा कि आने वाले दिनों में वहां बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
‘भारत जोड़ो यात्रा को बीजेपी शासित राज्यों से गुजरना चाहिए था’
इंडिया टीवी के संवाददाता नितीश चंद्रा को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने कहा, ‘कांग्रेस इस देश की बड़ी पार्टी है, विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी है। लोकतंत्र में हर व्यक्ति, हर दल को प्रयास करने का अधिकार है। वह जो यात्रा कर रहे हैं, उसका कितना असर होगा या नहीं होगा, इसका मुझे कोई ज्ञान नहीं है। मैं बस इतना कह सकता हूं यात्रा का रूट ज्यादातर ऐसे राज्यों में है जहां कांग्रेस और बीजेपी में सीधा मुकाबला नहीं है। अगर आप बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ, या उनके राजनीतिक संगठन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं तो आपको बीजेपी शासित राज्यों से भी गुजरना चाहिए था।’
कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का एक दृश्य।
‘कांग्रेस ने उस रूट से यात्रा निकाली है तो कुछ सोचकर निकाली होगी’
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर यात्रा बीजेपी के दखल वाले राज्यों से होकर गुजरती तो शायद इसका ज्यादा असर होता। उन्होंने कहा, ‘यात्रा का रूट उन राज्यों से होकर जा रहा है जहां ज्यादातर बीजेपी आज की तारीख में बड़ी ताकत है ही नहीं। ऐसे में एंटी बीजेपी के स्पेस में बढ़ोत्तरी कहां होगी? मुझे लगता है कि जहां वे बीजेपी को चुनौती देना चाहते हैं, उन राज्यों से यात्रा के गुजरने का प्रयास होना चाहिए था। हालांकि इसके पीछे कांग्रेस की कोई सोच होगी और वहां तो मुझसे बहुत बेहतर सोच वाले लोग हैं, तो वे जो कर रहे हैं देखते हैं उसका क्या असर होता है।’
‘बिहार के अगले विधानसभा चुनाव में बहुत कुछ बदल जाएगा’
जब प्रशांत किशोर से पूछा गया कि क्या देश की राजनीति पर बिहार में हुई सियासी घटनाओं का असर होगा, उन्होंने कहा, ‘मेरे ख्याल से ऐसा नहीं होगा। यह एक राज्य विशेष में हुई घटना है। इसका असर बिहार तक सीमित होना चाहिए। राष्ट्रीय राजनीति पर इसका कोई बड़ा असर पड़ेगा, ऐसा मैं नहीं मानता। मैं अपनी राजनीतिक समझ के आधार पर इतना जरूर कह सकता हूं कि बिहार में अगला विधानसभा चुनाव इस फॉर्मेशन में नहीं होगा। मतलब कि एक तरफ बीजेपी और दूसरी तरफ महागठबंधन के 7 दल, अगला विधानसभा चुनाव ऐसे नहीं होगा।’
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव।
‘नीतीश कुमार के इधर-उधर न होने की कोई गारंटी नहीं है’
यह पूछे जाने पर कि क्या नीतीश कुमार फिर से पाला बदलकर इधर-उधर हो सकते हैं, उन्होंने कहा, ‘बिल्कुल हो सकते हैं। इसमें संदेह की क्या बात है? आज बिहार में कौन इस बात की गारंटी ले सकता है कि नीतीश कुमार इधर-उधर नहीं हो सकते। मैं यह नहीं कह रहा कि वह होंगे, लेकिन इस बात की भी गारंटी कोई नहीं ले सकता कि नीतीश इधर-उधर नहीं होंगे। यहां तक कि खुद नीतीश कुमार ने भी नहीं कहा कि कुछ भी हो जाए मैं इधर-उधर नहीं करूंगा। पहले वह ऐसा कहके भी पलट चुके हैं, हालांकि वह अलग बात है।’
प्रशांत किशोर का पूरा इंटरव्यू देखने के लिए नीचे दिए गए यूट्यूब लिंक पर क्लिक करें:
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