![PM Modi in Europe: अपनी यूरोप यात्रा के आखिरी दिन डेनमार्क में नॉर्डिक समिट में भाग लेंगे पीएम मोदी, फ्रांस के राष्ट्रपति से भी करेंगे मुलाकात 1 pm europe 1651632471](https://resize.indiatv.in/resize/newbucket/715_-/2022/05/pm-europe-1651632471.jpg)
![PM Modi in Europe: अपनी यूरोप यात्रा के आखिरी दिन डेनमार्क में नॉर्डिक समिट में भाग लेंगे पीएम मोदी, फ्रांस के राष्ट्रपति से भी करेंगे मुलाकात 2 PM Modi will attend the second India-Nordic summit in Denmark today- India TV Hindi](https://resize.indiatv.in/resize/newbucket/905_509/2022/05/pm-europe-1651632471.jpg)
PM Modi will attend the second India-Nordic summit in Denmark today
PM Modi in Europe: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन दिवसीय यूरोप यात्रा का आज आखिरी दिन है। पीएम आज डेनमार्क में सेकेंड इंडो-नॉर्डिक समिट में भाग लेंगे। डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में होने वाली इस बैठक में आर्थिक सुधार, जलवायु परिवर्तन, इनोवेशन, टेक्नोलॉजी, रिन्यूएबल एनर्जी और आर्कटिक क्षेत्र में भारत-नॉर्डिक सहयोग जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी। इस शिखर सम्मेलन में डेनमार्क के अलावा फिनलैंड, आइसलैंड, नार्वे और स्वीडन शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी फिनलैंड, नॉर्वे और स्वीडन के स्टेटहेड से भी मुलाकात करेंगे।
इसके बाद पीएम मोदी फ्रांस जाएंगे। वहां के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान इंडो-फ्रांस स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप को अगले लेवल पर ले जाने पर चर्चा होगी। अपनी मुलाकात के दौरान मोदी और मैक्रों ग्लोबल मुद्दों और बाइलेटरल कोऑपरेशन का जायजा लेंगे। पीएमओ ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि- पीएम मोदी की यह यात्रा ऐसे वक्त हो रही है जब यूरोप कई मोर्चों पर चुनौतियों और विकल्पों का सामना कर रहा है। भारत अपने यूरोपीय साझेदारों के साथ सहयोग बढ़ाने का इरादा रखता है।
कल कोपेनहेगन में पीएम मोदी ने डेनमार्क की पीएम ‘मेटे फेडरिकसेन’ से मुलाकात की। भारत और डेनमार्क में कई समझौतों पर सहमति हुई। यहां प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित भी किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, ”हमारा पहनावा खान पान भले ही अलग-अलग हों, लेकिन हमारी वैल्यू-कोएक्जिसटेंस एक जैसी हैं। यही हमारी ताकत है। जिनकी जड़ें किसी भी तरह से भारत मां से जुड़ी हैं, वे रूल ऑफ लॉ के प्रति सम्मान रखते ही हैं।”
उन्होंने कहा, ”एक भारतीय दुनिया में कहीं भी जाए, वह अपनी कर्मभूमि के लिए पूरी ईमानदारी से योगदान देता है। जब मेरी विदेशी नेताओं से मुलाकात होती है, तो वे मुझे अपने देश के भारतीयों की उपलब्धियों को शान से बताते हैं। वे भारतीयों के नेचर की सराहना करते थकते नहीं। आप लोगों के व्यवहार और संस्कार के मूल में है ये। इसलिए मुझे जो बधाइयां मिल रही हैं, वह मैं आपको समर्पित करता हूं।”