पुतिन-मैक्रों में बातचीत नाकाम, रूस बोला-मौजूदा हालात में कोई समझौता नहीं

macron putin


मॉस्को. फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने सोमवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से मॉस्को में मुलाकात की. जिसके बाद मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि दोनों देश यूक्रेन तनाव को कम करने के लिए किसी समझौते पर पहुंचे हैं, लेकिन अब रूस के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इस तरह के सभी दावों को खारिज कर दिया है. पेसकोव ने कहा- ‘मौजूदा हालात में, मॉस्को और पेरिस में कोई समझौता नहीं हो सका है. फ्रांस नाटो का मेंबर है, लेकिन वो इसका नेतृत्व नहीं कर रहा है.’

फ्रांसीसी अधिकारियों के हवाले से कहा जा रहा था कि रूस ने मैक्रों से वादा किया है कि रूसी सेना जल्द बेलारूस से बाहर निकल जाएगी. साथ ही निकट भविष्य में यूक्रेन बॉर्डर के नजदीक कोई नया सैन्य अभ्यास नहीं करेगी. इस पर पेसकोव ने कहा कि यूक्रेन में सैन्य तैनाती का इरादा हमेशा से अस्थायी था, लेकिन यह तैनाती कब खत्म होगी इस पर कोई वादा नहीं किया गया. रूसी प्रवक्ता ने नए युद्धाभ्यास के बारे में भी कोई बयान नहीं दिया.

Ukraine Crisis: मैक्रों से बातचीत के बाद सुलह को तैयार पुतिन, कहा- प्रस्तावों पर करेंगे गौर

रूसी राष्ट्रपति से मिलने के बाद मैक्रों ने मंगलवार को कीव में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से भी मुलाकात की. इस दौरान मैक्रों ने कहा- ‘हम जिस तनाव में घिरे हुए हैं उसे कम नहीं समझा जाना चाहिए. मुझे नहीं लगता कि चंद घंटों की बातचीत से इस संकट को सुलझाया जा सकता है.’

सीजफायर के लिए सहमत हो गए थे रूस और यूक्रेन
पेरिस में लगभग दो हफ्ते पहले 8 घंटे चली मीटिंग के बाद रूस और यूक्रेन सीजफायर पर सहमत हो गए थे. अब जल्द ही ये दोनों देश बर्लिन में मिलने वाले हैं. इस पर वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा- ‘हम बर्लिन में होने वाली बैठक को सकारात्मक रूप से देखते हैं, लेकिन अभी तक रूस से ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि वो क्रीमिया से अपना कब्जा हटाने को तैयार है. किसी भी समझौते के लिए रूस की वापसी एक शर्त है.’

रूस के यूक्रेन पर हमले से कई देशों को होगा नुकसान, अमेरिकी सेना के टॉप जनरल का दावा

रूस ने अमेरिका से की मांग
दिसंबर में यह संकट शुरू होने के बाद से पुतिन से मिलने वाले पहले शीर्ष पश्चिमी नेता मैक्रों थे. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि मास्को ने यूक्रेन के साथ सीमा के पास 110,000 सैनिकों को इकट्ठा किया है और फरवरी के मध्य तक पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के लिए एक बड़ी पर्याप्त बल – लगभग 150,000 सैनिकों को इकट्ठा करने की राह पर है. रूस जोर देकर कहता है कि उसकी हमला करने की कोई योजना नहीं है. रूस ने अमेरिका से इस बात की गारंटी की मांग की है कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाएगा. अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया है.

Tags: Emmanuel Macron, Joe Biden, Ukraine, Vladimir Putin



Source link