नई दिल्लीः भारत में इन दिनों महंगाई आम लोगों का आर्थिक बजट बिगड़ा हुआ चल रहा है। पेट्रोल, डीजल व खाद्य पदार्थों की कीमत में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। अगर आप सरसों तेल के ग्राहक हैं तो फिर जल्द ही खरीदारी कर लें। हो सकता है आने वाले दिनों में सरसों तेल की कीमत में बढ़ोतरी हो जाए।
कुछ सूत्रों के मुताबिक, सरसों तेल की कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है। हालांकि उत्तर प्रदेश के तेल तिलहन बाजार अभी इससे अछूते हैं। यूपी के वायदा बाजार में सरसों के तेल की कीमत 157 रुपये प्रति लीटर है।
इससे पहले मार्च में यूपी के बाजार में औसतन सरसों के तेल के रेट 153 रुपये तक पहुंच गए थे। यूपी में सरसों का तेल अधिकतक 210 रुपये प्रति लीटर तक जा पहुंचा था। उसके मुकाबले अभी भी यूपी में सरसों के तेल के भाव 53 रुपये कम हैं। वायदा बाजार के विशेषज्ञों के मुताबिक, इसी महीने सरसों के तेल की कीमत अपने न्यूनतम स्तर 150 रुपये से भी नीचे जाएंगे।
देसी तेल की कीमत आयातित तेलों की तुलना में 10-12 रुपये प्रति किलो कम है। सूत्रों ने बताया कि सरकार को देसी तेलों की जांच बढ़ाने की बजाय इनकी अधिकतम खुदरा कीमत पर ध्यान देना चाहिए।
बता दें कि विदेशी बाजारों की तेजी का असर सीपीओ और पामोलीन तेल की कीमत पर दिखा। इनके भाव सुधार के साथ बंद हुए। बिनौला तेल के भाव में भी सुधार हुआ। शिकागो एक्सचेंज में तेजी की वजह से सोयाबीन तेल की कीमतों में 46 डॉलर प्रति टन की तेजी आई है, जो 350 रुपये प्रति क्विंटल बैठता है। लेकिन मांग कम रहने से घरेलू बाजार में इसकी कीमत 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल ही बढ़ी है।
यूपी के वायदा बाजार में सरसों के तेल के सर्वाधिक कीमत पिछले हफ्ते की तरह प्रयागराज में 168 रुपये प्रति लीटर पर खुले हैं। महीने के पहले दिन 1 अप्रैल को अंबेडकरनगर में 172 रुपये प्रति लीटर थे। वहीं 31 मार्च को हमीरपुर में 169 रुपये प्रति लीटर थे।