![Mukesh Ambani news: डिजिटल कामधेनु है 5G, हरेक व्यक्ति की इनकम हो सकती है दस गुना: मुकेश अंबानी 1 pic](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/msid-94581292,imgsize-116726/pic.jpg)
अंबानी ने कहा कि 5G अगली पीढ़ी की कनेक्टिविटी तकनीक से कहीं बढ़कर है। यह एक मूलभूत तकनीक है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचैन और मेटावर्स जैसी अन्य परिवर्तनकारी तकनीकों की पूरी क्षमता को अनलॉक करती है। 5G के 5 लक्ष्यों की प्राप्ति के साथ ही यह हमारे राष्ट्र को बदल सकता है। जनसंख्या और डिजिटल टेक्नोलॉजी की संयुक्त शक्ति का उपयोग करके, भारत दुनिया की अग्रणी डिजिटल सोसइटी बन सकती है। ग्रोथ और डेवलेपमेंट के दोहरे लक्ष्यों को एक साथ प्राप्त किया जा सकता है। भारत को 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था से 2047 तक 40-ट्रिलियन- डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने और प्रति व्यक्ति आय को 2,000 डॉलर से बढ़ाकर 20,000 डॉलर तक ले जाया जा सकता है। इसलिए यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि 5G एक डिजिटल कामधेनु की तरह है, हमें जो कुछ भी चाहिए यह वह दे सकती है।
इस मौके पर अंबानी ने 5जी के पांच फायदे गिनाए। उन्होंने कहा कि इससे सस्ती और हाई क्वालिटी एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट का रास्ता खुलेगा। साथ ही इससे हॉस्पिटल्स का कायापलट किया जा सकता है। इससे देश में हेल्थकेयर के सेक्टर में क्रांति आ जाएगी और लोगों को क्वालिटी हेल्थकेयर फैसिलिटी मिलेगी। यह कई क्षेत्रों में शहरी और ग्रामीण भारत के बीच अंतर को पाट सकता है। यह स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज के लिए हाई टेक टूल्स उपलब्ध कर सकता है। 5जी से भारत दुनिया के इंटेलीजेंस कैपिटल के रूप में उभर सकता है।
रिलायंस के चेयरमैन ने कहा कि भारत में 5G का रोलआउट भारत के दूरसंचार इतिहास में कोई सामान्य घटना नहीं है। यह 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों और उच्च आकांक्षाओं को अपने कंधे पर उठाए हुए है। 5जी के साथ, भारत सब का डिजिटल साथ और सब का डिजिटल विकास की दिशा में मजबूत कदम उठाएगा। भारत ने भले ही थोड़ी देर से शुरुआत की हो, लेकिन हम दुनिया की तुलना में उच्च गुणवत्ता वाली और अधिक किफायती 5G सेवाओं को शुरू करेंगे। हम दिसंबर 2023 तक देश के कोने-कोने तक 5जी पहुंचाने के लिए कृतसंकल्प हैं।