सुनो सरकार! लद्दाख में तकरार, फिर 2022 में चीन से 5 गुना से ज्यादा कैसे बढ़ गया आयात ?

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2022 के पहले तीन महीने में 3,100 करोड़ डॉलर का व्यापार-रिपोर्ट

2022 के पहले तीन महीने में 3,100 करोड़ डॉलर का व्यापार-रिपोर्ट

भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार साल 2022 की पहली तिमाही यानी जनवरी से मार्च तक 3,100 करोड़ डॉलर का हुआ है, जो कि 15.3 फीसदी बढ़ा है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक यह व्यापार डेटा चाइनीज कस्टम विभाग ने बुधवार को जारी किया है। दोनों देशों के बीच कारोबार में इतना बड़ा इजाफा उस वक्त हुआ है, जब पूर्वी लद्दाख में कई जगहों पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच पिछले दो वर्षों से गतिरोध की स्थिति बनी ही हुई है। सबसे बड़ी बात ये है कि इस कारोबार में भी चीन का हिस्सा बहुत ज्यादा है। यानी इन तीन महीनों में दोनों देशों के बीच जितनी रकम का कारोबार हुआ है, उसमें 2,710 करोड़ डॉलर का सामान अकेले चीन ने भारत को निर्यात किया है।

2022 में चीन से 5 गुना से ज्यादा कैसे बढ़ गया आयात ?

2022 में चीन से 5 गुना से ज्यादा कैसे बढ़ गया आयात ?

पिछले साल भारत और चीन के बीच व्यापार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था, जो कि 12,500 करोड़ डॉलर से भी ज्यादा था; और ताजा ट्रेंड से यही लगता है कि सीमा पर चाहे जो भी तकरार हो, दोनों मुल्कों के बीच व्यापार का ग्राफ ऊपर की ओर ही बढ़ता जा रहा है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स रिपोर्ट ने अपने जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कस्टम्स के हवाले से पिछले साल जनवरी से मार्च तक के व्यापारिक आंकड़ों की तुलना कर के ये आंकड़े जारी किए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जनवरी से मार्च तक भारत का व्यापार घाटा 2,220 करोड़ डॉलर का रहा है। क्योंकि, दोनों देशों के बीच इस अवधि में जो 3,100 करोड़ डॉलर का कारोबार हुआ है, उसमें चीन का निर्यात 2,710 करोड़ डॉलर का है, जो कि पांच गुना ज्यादा है। वहीं भारत से चीन को हुआ कुल निर्यात करीब 490 करोड़ डॉलर का रहा है।

पिछले साल चीन से भारत को निर्यात में 46.2% इजाफा हुआ-रिपोर्ट

पिछले साल चीन से भारत को निर्यात में 46.2% इजाफा हुआ-रिपोर्ट

पिछले साल चीन ने भारत को कुल 9,750 करोड़ डॉलर का निर्यात किया था, जो कि 46.2% बढ़ा था। हालांकि, भारत से चीन को हुए निर्यात में भी 34.2% बढ़ोतरी हुई थी और भारत ने उसे 2,810 करोड़ डॉलर का सामान भेजा था। लेकिन, फिर भी साल 2021 में भारत का व्यापार घाटा 6,940 करोड़ डॉलर बढ़ गया था। हालांकि, भारत-चीन व्यापार के बारे में प्रतिक्रिया देते हुए चीन के रिसर्च सेंटर फॉर चाइना-साउथ एशिया कॉपरेशन के महासचिव लियु जोंगयी ने अखबार से कहा, ‘द्विपक्षीय व्यापार में लगातार इजाफे ने दो प्रमुख विकाशसील अर्थव्यवस्थाओं के बीच ग्लोबल जियोपॉलिटिकल बदलावों की वजह से तनाव के बावजूद पूरकता को दिखाया है।’ उन्होंने यह भी कहा है कि मोबाइल फोन जैसे इलेक्ट्रोनिक उपकरणों के अतिरिक्त करीब 70 फीसदी रसायन और भारतीय दवा उद्योग में इस्तेमाल होने वाली बाकी निर्मित चीजें चीन से ही आयात की जाती हैं।

चीन ने पिछले साल भारी मात्रा में लौह अयस्क खरीदा था

चीन ने पिछले साल भारी मात्रा में लौह अयस्क खरीदा था

पहले तीन महीनों में चीन से भारत के आयात में साल-दर-साल के आधार पर 28.3% की वृद्धि की तुलना में, चीन को इसके निर्यात में सालाना 26.1% की गिरावट आई है। लियु ने कहा है कि 2021 की पहली तिमाही में चीन ने भारत से भारी मात्रा में लौह अयस्क का आयात किया था, जिसका चीन को भारत से होने वाले निर्यात में सबसे बड़ा हिस्सा है। हालांकि, उनके मुताबिक दूसरी तिमाही से चीन ने भारत से निर्यात कम कर दिया।

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चीन का विदेश व्यापार 13% के दर से बढ़ रहा-रिपोर्ट

चीन का विदेश व्यापार 13% के दर से बढ़ रहा-रिपोर्ट

भारत और चीन की सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में पिछले दो साल से एक गतिरोध की स्थिति बनी हुई है, लेकिन इसके बावजूद दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ा है। चीन का दावा है कि बाहरी और भीतरी चुनौतियों और कई शहरों में कोविड-19 लॉकडाउन के बावजूद इसका वैश्विक व्यापार तरक्की की दिशा में आगे की ओर बढ़ रहा है। ड्रैगन के दावे के मुताबिक इसका विदेश व्यापार सालाना आधार पर 13% के हिसाब से बढ़ते हुए 1.48 ट्रिलियन डॉलर पहुंच चुका है। (तस्वीरें- फाइल)



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