![LIC IPO Date: आपको भी है एलआईसी के आईपीओ का इंतजार? आ गई है इससे जुड़ी एक बड़ी खबर 1 pic](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/msid-90977963,imgsize-123/pic.jpg)
नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े आईपीओ में पैसा लगाने का इंतजार अब खत्म होने वाला है। सरकार भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) की तारीख को लेकर इस हफ्ते फैसला ले सकती है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है। एलआईसी में पांच फीसदी हिस्सेदारी या 31.6 करोड़ शेयर की बिक्री पहले मार्च में होने वाली थी, लेकिन भूराजनीतिक तनाव के मद्देनजर इसे स्थगित कर दिया गया था। सरकार के पास भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) के पास नए दस्तावेज दाखिल किए बिना एलआईसी का आईपीओ (LIC IPO) लाने के लिए 12 मई तक का समय है।
12 मई तक का है समय
एक अधिकारी ने बताया, ‘आईपीओ कब लाया जाए, इस बारे में फैसला इस हफ्ते लिया जा सकता है।’ वैश्विक रेटिंग फर्म मिलीमैन एडवाइजर्स द्वारा एलआईसी का अंतर्निहित मूल्य निकाला गया है। 30 सितंबर, 2021 तक कंपनी का अंतर्निहित मूल्य 5.4 लाख करोड़ रुपये था। अंतर्निहित मूल्य बीमा कंपनी में शेयरधारकों के एकीकृत मूल्य के आधार पर निकाला गया है। अगर सरकार 12 मई तक आईपीओ नहीं ला पाती है, तो उसे दिसंबर तिमाही के नतीजे बताते हुए सेबी के पास नए कागजात दाखिल करने होंगे।
अधिकारी ने आगे कहा कि आईपीओ लॉन्च की तारीख (LIC IPO Date) तय करना आसान नहीं है। उन्होंने कह, ‘यह तय करना मुश्किल है कि खुदरा और घरेलू निवेशकों के साथ जाया जाए या फिर भू-राजनीतिक तनाव खत्म होने और एफआईआई (FII) के बाजार में वापस आने का इंतजार किया जाए।’ यह आईपीओ मार्च में ही आना तय था, लेकिन रूस-यूक्रेन संकट (Russia-Ukraine crisis) के चलते इसे टाल दिया गया। एलआईसी के आईपीओ की सफलता सरकार के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि सरकार इसके जरिए अपना विनिवेश लक्ष्य प्राप्त करना चाहती है।
12 मई तक का है समय
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आसान नहीं है तारीख तय करना
अधिकारी ने आगे कहा कि आईपीओ लॉन्च की तारीख (LIC IPO Date) तय करना आसान नहीं है। उन्होंने कह, ‘यह तय करना मुश्किल है कि खुदरा और घरेलू निवेशकों के साथ जाया जाए या फिर भू-राजनीतिक तनाव खत्म होने और एफआईआई (FII) के बाजार में वापस आने का इंतजार किया जाए।’ यह आईपीओ मार्च में ही आना तय था, लेकिन रूस-यूक्रेन संकट (Russia-Ukraine crisis) के चलते इसे टाल दिया गया। एलआईसी के आईपीओ की सफलता सरकार के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि सरकार इसके जरिए अपना विनिवेश लक्ष्य प्राप्त करना चाहती है।
भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ
पांच फीसद हिस्सेदारी की बिक्री के साथ एलआईसी आईपीओ भारतीय शेयर बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ बन जाएगा। बाजार में लिस्ट होने के बाद कंपनी का बाजार पूंजीकरण रिलायंस (RIL) और टीसीएस (TCS) जैसी दिग्गज कंपनियों के करीब होगा। अब तक के सबसे बड़े आईपीओ में पेटीएम (18,300 करोड़), कोल इंडिया (15,500 करोड़) और रिलायंस पावर (11,700 करोड़) शामिल है।