![खाने को लेकर जाने आयुर्वेद क्या कहता है, आखिर हमें दिन में कितनी बार खाना खाना चाहिए - Times Bull 1 a 141](https://www.timesbull.com/wp-content/uploads/2022/09/a-141.jpg)
नई दिल्ली-आजकल के भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने सेहत और खानपान का खास ध्यान नहीं रख पाते हैं। जिसके कारण सेहत और लाइफस्टाइल दोनों बिगड़ रही है लेकिन अगर आप अपने स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रखना चाहते हैं तो आयुर्वेद के अनुसार आपको स्वस्थ रहने के लिए इन बातों का खास ध्यान देना चाहिए। क्या खा रहे हैं और कितनी बार खा रहे हैं इस पर आप को सजग रहना चाहिए। आयुर्वेद का कहना है कि व्यक्ति को जब असल में भूख लगती है तो पाचन अग्नि का निर्माण होता है, जो आपके भोजन को पचाने का काम करता है और आपको तभी खाना चाहिए जब आपको भूख लगे बिना भूख के खाने से यह आपके सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। आइए जानते हैं कि आपको दिन में कितने बार खाना चाहिए दिन में
चार बार खाना – अगर आपका शरीर पतला है और खूब एनर्जी का काम कर रहे हो तो आपको दिन में चार बार खाना चाहिए यह आपके सेहत के लिए फायदेमंद होगा जब आपको भूख लगे तभी खाना चाहिए और भूख का 80 परसेंट ही खाना चाहिए। दिन ढलने के बाद खाना खाने से बचना चाहिए। सोने से 3 घंटे पहले हल्का खाना खाना चाहिए। जिससे आपको सोते वक्त भूख ना लगे और सोने के समय अगर भूख लगे तो आपको दूध पी लेना चाहिए।
1 दिन में तीन बार खाना योग शास्त्र के मुताबिक एक व्यक्ति को दिन में तीन बार भोजन करने वाले को रोगी कहा गया है, हालांकि यह एक बैलेंस लाइफस्टाइल है जिसमें हल्का नाश्ता थोड़ा लंच और बहुत कम डिनर मौजूद है। सूर्यास्त से पहले किया जाता है जिसमें 14 से 16 घंटे ही इंटरमिटेंट फास्टिंग होता है।
1 दिन में 2 मील योग और आयुर्वेद के मुताबिक 1 दिन में 2 मील स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद कहा गया है। व्यक्ति को अपने भोजन में 6 घंटे का डिस्टेंस रखना चाहिए इस पर व्यक्ति को भोजन खाने के साथ पचाने का समय मिलता है और वह दोबारा भोजन स्वस्थ तरीके से खाता है।
1 दिन में एक बार मील – जब आपका स्वास्थ्य बहुत अच्छा है तो आपको 23 घंटे के अंतराल में खाना खाना चाहिए 1 दिन में एक बार भोजन करने से शरीर में अध्यात्मिक विकास होता है और योग के मुताबिक दिन में एक बार भोजन करने वाला व्यक्ति योगी कहा जाता है। लेकिन यह सामान्य व्यक्ति के लिए इस लाइफस्टाइल को अपनाना होगा यह जीवन आमतौर पर साधु महात्मा और योग करने वाले लोग अपनाते हैं।