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Pakistan Prime Minister Imran Khan.
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पिछले कुछ दिनों से जबरदस्त सियासी संकट में घिरे हुए हैं। माना जा रहा है कि सियासी तौर पर चारों तरफ से घिर चुके ‘कप्तान’ पीएम के रूप में 5 साल की अपनी पारी खत्म करने से पहले ही ‘रिटायर्ड हर्ट’ हो जाएंगे। उनको इस मुश्किल में डालने में विपक्ष के कई बड़े नेताओं का हाथ रहा है, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ, उनकी बेटी मरयम नवाज, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान शामिल हैं।
शहबाज शरीफ: मियां मोहम्मद शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के प्रसिद्ध राजनेता, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज ग्रुप) के प्रमुख सदस्य और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री मियां मोहम्मद नवाज शरीफ के भाई हैं। वह 1950 में लाहौर में पैदा हुए थे। वह 2013 से लेकर 2018 तक पाकिस्तान के सबसे घनी आबादी वाले प्रांत पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। फिलहाल वह पाकिस्तान की संसद में विपक्ष के नेता हैं और अगर इमरान खान की कुर्सी जाती है तो पीएम पद के अगले दावेदार हैं।
मरयम नवाज: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरयम नवाज पिछले कुछ सालों से लगातार प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ मुखर रही हैं। पिता नवाज शरीफ के जेल जाने के बाद उनके आक्रामक रवैये ने पाकिस्तान में अपना एक अलग ही फैन बेस तैयार किया है। इमरान खान की सरकार को घेरने में मरयम नवाज की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। हालांकि प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने में उनके सामने सबसे बड़ी बाधा खुद उनके चाचा शहबाज शरीफ हैं।
बिलावल भुट्टो जरदारी: बिलावल भुट्टो जरदारी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के वर्तमान अध्यक्ष हैं। वह पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत बेनजीर भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के एकलौते बेटे हैं। 21 सितंबर 1988 को जन्मे बिलावल भुट्टो भी इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद से लगातार उन पर हमलावर रहे हैं। हालांकि अभी उनकी पार्टी की स्थिति वैसी नहीं है कि वह प्रधानमंत्री पद पर दावा ठोक सकें, लेकिन मुल्क की सियासत में एक दमदार खिलाड़ी के रूप में उनकी मौजूदगी जरूर दर्ज की जाती रही है।
मौलाना फजलुर रहमान: मौलाना फजलुर रहमान एक इस्लामी कट्टरपंथी नेता हैं और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (JUI) के वर्तमान अध्यक्ष हैं। वह पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) के भी कार्यकारी अध्यक्ष हैं, जो इमरान खान के सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रशासन का विरोध करने के लिए गठित राजनीतिक दलों का गठबंधन है। मौलाना रहमान ने समय-समय पर इमरान खान की हुकूमत के लिए दिक्कतें पैदा की हैं, और इमरान खान को घेरने वाले बड़े खिलाड़ियों में से एक रहे हैं।