![जाने घर पर ही गुलकंद बनाने के तरिके एवं इसे गर्मियों में बनाने के तरिके - Times Bull 1 b 21](https://www.timesbull.com/wp-content/uploads/2022/04/b-21.jpg)
नई दिल्ली -गर्मियों में कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिन्हें खाने से न सिर्फ आपको ठंडक मिलती है, बल्कि यह आपके पाचन तंत्र को भी ठीक रखता है। आज हम आपको गुलकंद के बारे में बता रहे हैं, जिसे कई लोग माउथ फ्रेशनर के तौर पर भी खाते हैं। गुलकंद को आप घर पर आसानी से बना सकते हैं या फिर दुकान से भी गुलकंद खरीद सकते हैं. बहुत से लोग आश्चर्य करते हैं कि वास्तव में गुलकंद क्या है? गुलकंद गुलाब की पंखुड़ियों और चीनी का मिश्रण है। गुलकंद जाम या मुरब्बा जैसा नहीं है। यह बनावट काफी अलग है। कैसे बनाएं गुलकंद
गुलकंद बनाने के लिए आपको ताजे गुलाब के पत्ते चाहिए। सबसे पहले आपको गुलाब के फूल की पंखुड़ियों को इकट्ठा करके साफ करना है। अब बराबर मात्रा में मिश्री या मिश्री लें। सब कुछ एक जार में डाल दें। जार कांच का होना चाहिए ताकि धूप में रखने पर यह अच्छी तरह सूख सके। इस जार को 12-15 दिनों के लिए धूप में रख दें। चीनी या मिश्री की परत के नीचे गुलाब की पंखुड़ियों की परत होनी चाहिए। आप इसमें इलायची भी मिला सकते हैं।
गर्मियों में गुलकंद के फायदे
थकान, दर्द, मांसपेशियों में दर्द और पेट की गर्मी जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से राहत दिलाने में गुलकंद कारगर है। गर्मियों में बहुत से लोगों को हथेलियों और तलवों में जलन होती है, ऐसे में ये लोग गुलकंद खा सकते हैं। गुलकंद खाने के अलावा आप शरबत बनाकर या लस्सी में मिलाकर भी पी सकते हैं। गुलकंद के और भी फायदे हैं
यह मुंह के छालों का इलाज करता है, जो ज्यादातर उन लोगों को होता है जिनके शरीर में गर्मी अधिक होती है।
यह आयरन से भरपूर होता है और इसलिए महिलाओं को पीरियड्स में ऐंठन या भारी प्रवाह से राहत देता है।
जिन लोगों को बवासीर यानि बवासीर की समस्या है वे भी गुलकंद का प्रयोग कर सकते हैं।
यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो शरीर को डिटॉक्स करता है।
गर्मियों में जिन लोगों की नाक से खून आता है उन्हें भी गुलकंद का सेवन करना चाहिए।
अगर आपके पसीने से ज्यादा बदबू आती है तो आप रोजाना गुलकंद खा सकते हैं। गुलकंद की ठंडक का असर शरीर के पसीने पर भी पड़ता है।