![Jahangirpuri Violence: संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी, पार्षद का दावा- समस्या की वजह बांग्लादेशी 1 jahangirpuri drone 1 pb 1650244771](https://resize.indiatv.in/resize/newbucket/715_-/2022/04/jahangirpuri-drone-1-pb-1650244771.jpg)
![Jahangirpuri Violence: संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी, पार्षद का दावा- समस्या की वजह बांग्लादेशी 2 Monitoring with Drone- India TV Hindi](https://resize.indiatv.in/resize/newbucket/905_509/2022/04/jahangirpuri-drone-1-pb-1650244771.jpg)
Monitoring with Drone
नई दिल्ली। जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी है। वह सीसीटीवी फुटेज, लगातार गश्त के साथ ही अब संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से नजर रख रही है। शोभायात्रा के बाद हुई झड़क के एक दिन बाद पुलिस ने अमन समितियों के साथ भी बैठक की। शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस ने रविवार को ड्रोन और पैदल गश्त बढ़ा दी।
जामिया नगर, जामा मस्जिद, संगम विहार, चांदनी महल, जसोला, हौज कासी सहित तमाम जगहों पर ड्रोन और पैदल गश्त की जा रही है। साथ ही उत्तरी-पूर्वी दिल्ली मेंं भी गश्त बढ़ा दी गई है जहां 2020 में साम्प्रदायिक दंगे हुए थे। जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के दिन जुलूस के दौरान हुई हिंसा में नौ पुलिसकर्मियों सहित कई लोगों के घायल होने के बाद यह कदम उठाए गए हैं। हनुमान जयंती के अवसर पर निकाली गई एक शोभायात्रा के दौरान हुई झड़प के एक दिन बाद दिल्ली पुलिस ने रविवार को अमन समितियों के सदस्यों के साथ बैठक की। इस दौरान पुलिस ने उनसे कहा कि वे अपने-अपने इलाकों में शांति बनाए रखने की लोगों से अपील करें।अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पार्षद का दावा:अवैध बांग्लादेशी निवासी हैं समस्या की वजह
आदर्श नगर की भाजपा पार्षद गरिमा गुप्ता ने दावा किया कि उन्होंने बैठक के दौरान इलाके में गैर कानूनी तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों का मुद्दा उठाया था, लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने दावा किया कि, ‘बैठक में मैंने कहा कि यह समस्या इलाके में गैर कानूनी तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों की वजह से है और वे हथियार भी रखते हैं। लेकिन बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि मैं मुद्दे को भटका रही हूं।’ गुप्ता ने कहा कि इस तरह की बैठक का क्या उद्देश्य है जब ‘‘वास्तविक’’मुद्दों को ही नहीं उठाया जा सके।
पुलिस ने बताया कि दो समुदायों के बीच हुई झड़प के दौरान पथराव और आगज़नी की गई थी, जिसमें आठ पुलिस कर्मी और एक स्थानीय व्यक्ति घायल हो गया था। कुछ गाड़ियों को भी आग लगा दी गई थी। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि पुलिस ने हिंसा को लेकर 14 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें 21 वर्षीय वह युवक भी शामिल है, जिसने एक उपनिरीक्षक पर कथित रूप से गोली चलाई थी। पुलिस के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम दिल्ली की पुलिस उपायुक्त (डीसीसी) ऊषा रंगनानी ने जहांगीरपुरी, महेंद्र पार्क और आदर्श नगर की अमन समितियों के सदस्यों की एक बैठक बुलाई थी ताकि इलाके में शांति बनी रहे।
‘पुलिस ने की सद्भाव बनाए रखने की अपील’
रंगनानी ने कहा कि बैठक के दौरान सभी सदस्यों से कहा गया कि वे अपने इलाकों में शांति, अमन और सद्भाव बनाए रखने के लिए जनता से अपील करें। डीसीपी ने कहा कि उन्हें आश्वस्त किया गया है कि पुलिस पेशेवेर और निष्पक्ष तरीके से जांच तथा कानूनी कार्रवाई करेगी। अधिकारी ने कहा कि अमन समितियों के सदस्यों से किसी भी अफवाह, गलत सूचना के प्रसार को रोकने और किसी भी शरारती या असामाजिक तत्वों की गतिविधियों के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया गया है।
जहांगीरपुरी में स्थिति नियंत्रण में, पुलिस बल तैनात
जहांगीरपुरी इलाके में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। इलाके में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। अधिकारी ने कहा कि लोगों को आश्वस्त करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में गश्त और अंदरूनी हिस्सों में तैनाती की गई है। शांति सुनिश्चित करने के लिए दक्षिण-पूर्व और विभिन्न पुलिस जिलों के अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों ने रातभर गश्त की। जिस पुलिस उपनिरीक्षक को गोली लगी थी उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।