क्या इस्तीफा देने वाले हैं इमरान खान? कुछ देर में पाकिस्तानी अवाम को करेंगे संबोधित, गृहमंत्री ने की पुष्टि

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देश को संबोधित करेंगे इमरान खान

देश
को
संबोधित
करेंगे
इमरान
खान

सहयोगी
मुत्ताहिदा
कौमी
मूवमेंट
के
सदस्यों
द्वारा
सरकार
का
साथ
छोड़ने
के
बीच
पाकिस्तान
के
प्रधान
मंत्री
इमरान
खान
के
आज
राष्ट्र
को
संबोधित
करने
की
संभावना
है।
माना
जा
रहा
है
कि,
पाकिस्तानी
प्रधानमंत्री
इस्तीफे
का
ऐलान
कर
सकते
हैं।
पाकिस्तान
के
गृह
मंत्री
शेख
राशिद
ने
पाकिस्तानी
मीडिया
को
बताया
कि,
इमरान
खान
केन्द्रीय
कैबिनेट
की
बैठक
के
बाद
राष्ट्र
को
संबोधित
करेंगे।
इमरान
खान
का
राष्ट्र
के
नाम
संबोधन
उनके
सहयोगी
मुत्ताहिदा
कौमी
मूवमेंट
(पाकिस्तान)
के
दो
मंत्रियों
के
इस्तीफे
के
बीच
आया
है।
सैयद
अमीनुल
हक
और
फारूग
नसीम
ने
औपचारिक
रूप
से
कैबिनेट
से
इस्तीफा
दे
दिया
है।

अल्पमत में इमरान खान की सरकार

अल्पमत
में
इमरान
खान
की
सरकार

पाकिस्तान
की
342
सदस्यीय
नेशनल
असेंबली
में
में
179
सदस्यों
के
साथ
इमरान
खान
की
राजनीतिक
पार्टी
पीटीआई
ने
सरकार
बनाई
थी।
लेकिन,
सहयोगी
पार्टी
एमक्यूएम
के
सरकार
से
बाहर
होने
से
इमरान
खान
की
सरकार
के
पास
सिर्फ
164
सांसद
रह
गए
हैं।
पीएमएल-एन,
पाकिस्तान
पीपुल्स
पार्टी,
एमक्यूएम,
बलूचिस्तान
अवामी
पार्टी
और
छोटे
दलों
सहित
विपक्षी
खेमे
में
177
सदस्य
हैं
और
उन्हें
पीटीआई
के
असंतुष्ट
सांसदों
के
समर्थन
की
भी
आवश्यकता
नहीं
है।
जबकि,
इमरान
खान
ने
दावा
किया
है
कि,
विदेशी
शक्तियां
उनकी
सरकार
को
अस्थिर
करने
की
कोशिश
कर
रही
हैं।
उन्होंने
27
मार्च
को
इस्लामाबाद
स्थिति
डी-चौक
पर
रैली
में
एक
चिट्ठी
भी
अपने
हाथों
से
जनता
की
तरफ
लहराया
था,
लेकिन
उन्होंने
अभी
तक
ये
नहीं
बताया
है,
कि
उस
चिट्ठी
में
क्या
लिखा
है
और
चिट्ठी
में
उन्हें
किसने
धमकी
दी
है।

संसद भंग नहीं कर सकते हैं इमरान खान

संसद
भंग
नहीं
कर
सकते
हैं
इमरान
खान

पाकिस्तान
की
संविधान
के
मुताबिक,
चूंकी
इमरान
खान
के
खिलाफ
पहले
से
ही
अविश्वास
प्रस्ताव
स्पीकर
के
सामने
पेश
किया
जा
चुका
है,
लिहाजा
वो
नेशनल
असेंबली
को
भंग
नहीं
कर
चुनाव
में
जाने
का
ऐलान
नहीं
कर
सकते
हैं
और
अगर
वो
इस्तीफा
नहीं
देते
हैं,
तो
फिर
संसद
में
विपक्ष
उनके
खिलाफ
अविश्वास
प्रस्ताव
पर
वोटिंग
करेगा
और
अगर
अगर
इमरान
खान
वोटिंग
के
दौरान
हार
जाते
हैं,
तो
विपक्ष
को
सरकार
बनाने
का
मौका
दिया
जाएगा।
पाकिस्तान
की
राजनीति
के
इतिहास
में
किसी
भी
प्रधानमंत्री
ने
अपना
कार्यकाल
पूरा
नहीं
किया
है।
कहा
जाता
है
कि
पाकिस्तान
की
सेना
राजनीतिक
पर
हावी
रहती
है।

पाकिस्तानी संसद का गणित

पाकिस्तानी
संसद
का
गणित

पाकिस्तान
के
वरिष्ठ
पत्रकार
हामिद
मीर
ने
कहा
कि,
संसद
में
विपक्ष
को
अविश्वास
प्रस्ताव
पास
कराने
के
लिए
172
सांसदों
के
समर्थन
की
जरूरत
है,
जबकि
विपक्ष
के
पास
अभी
ही
190
सांसद
हो
चुके
हैं।
लिहाजा,
इमरान
खान
नहीं
चाहते
हैं,
कि
उनकी
पार्टी
के
सांसद
अविश्वास
प्रस्ताव
के
दौरान
संसद
में
शामिल
हों।
बकौल
हामिद
मीर…
इमरान
खान
को
डर
है,
कि
सिर्फ
24
ही
नहीं,
बल्कि
कम
से
कम
40
सांसद
उन्हें
धोखा
दे
सकते
हैं
और
विपक्षी
खेमे
में
शामिल
हो
सकते
हैं।
यानि,
इमरान
सरकार
का
गिरना
तय
है।
आपको
बता
दें
कि,
पाकिस्तान
की
नेशनल
असेंबली
(जैसे
भारत
में
लोकसभा)
में
एमएनए
(भारत
में
सांसद)
की
संख्या
342
होती
है
और
सरकार
बनाने
के
लिए
172
एमएनए
की
जरूरत
होती
है।
इमरान
खान
ने
अपने
सहयोगियों
के
साथ
सरकार
बनाई
थी
और
संसद
में
उनके
पास
179
एमएनए
का
समर्थन
हासिल
था।
इमरान
खान
की
पार्टी
के
पास
155
सांसद
हैं,
जबकि
उन्हें
चार
पार्टियों
ने
समर्थन
दिया
था।
लेकिन,
अब
इन
चार
सहयोगी
पार्टियों
में
से
तीन
पार्टी
ने
इमरान
खान
सरकार
से
समर्थन
वापस
ले
लिया
है।

सूचना
मंत्री
ने
दावा
खारिज
किया

वहीं,
इमरान
खान
के
सूचना
मंत्री
फवाद
चौधरी
ने
पाकिस्तानी
मीडिया
की
उन
अटकलों
को
खारिज
कर
दिया
है,
जिसमें
इमरान
खान
के
इस्तीफे
की
बात
कही
जा
रही
है।
फवाद
चौधरी
ने
ट्वीट
करते
हुए
कहा
है
कि,
‘इमरान
खान
एक
ऐसे
खिलाड़ी
हैं,
जो
आखिरी
गेंद
फेंके
जाने
तक
लड़ाई
जारी
रखते
हैं।
कोई
इस्तीफा
नहीं
हो
रहा
है।
एक
ऐसा
मैच
होगा,
जिसे
दोस्त
और
दुश्मन…
हर
कोई
देखेगा’





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