Highlights
- विराट कोहली ने बर्मिंघम टेस्ट की पहली पारी में बनाए 11 रन
- कोहली को मैथ्यू पॉट्स ने किया क्लीन बोल्ड
- कोहली ने 23 नवंबर 2019 को लगाया था पिछला शतक
विराट कोहली एकबार फिर नाकाम हो गए। इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट के पहले दिन पहली पारी में कोहली की इनिंग्स सिर्फ 11 रन पर रुक गई। उन्हें मैथ्यू पॉट्स ने पवेलियन भेजा। वे जिस शॉट को लगाते हुए बोल्ड हुए उसके बारे में रवि शास्त्री ने कहा कि उसके पीछे कोई मकसद नहीं था। ये फैंस और दर्शकों के लिए निराशाजनक स्थिति थी लेकिन बड़ी बात ये कि खुद विराट पूरी तरह से मायूस नजर आए।
मायूसी की ‘विराट’ दौर जारी
विराट कोहली ने बर्मिंघम में जारी टेस्ट मैच से पहले हुए वॉर्म-अप मैच की दूसरी पारी में 98 गेंदों पर शानदार 67 रन बनाए थे। सबने उम्मीद की कि ये उनके फॉर्म में वापसी की दस्तक है लेकिन इसके बाद एबजेस्टन में उनके सस्ते में आउट होते ही एकबार फिर से सन्नाटा पसर गया। उनकी मायूसी और निराशा का दौर लगातार जारी है।
950 दिन बाद भी खत्म नहीं हुआ शतक का सूखा
Virat Kohli
पूर्व भारतीय कप्तान ने अपने करियर में पिछला शतक 23 नवंबर 2019 को बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन्स में हुए डे-नाइट टेस्ट में लगाया था। इसके बाद, खेल के तीनों फॉर्मेट में वे एक भी शतक लगाने में नाकाम रहे हैं। बर्मिंघम में जारी रिशेड्यूल पांचवें टेस्ट में जिस दिन वे इंग्लैंड के खिलाफ मैदान में उतरे वह उनके शतक के सूखे का 950वां दिन था। इस दिन से अब तक वे 18 टेस्ट में 32 पारियां खेल चुके हैं लेकिन एक अदद शतक की तलाश जारी है। कोहली इस दौरान 852 रन भी बना चुके हैं और छह बार 50 या इससे ऊपर का स्कोर भी कर चुके हैं लेकिन ये आंकड़ा तीन अंकों में कभी नहीं पहुंचा। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार ये महान बल्लेबाज कई नए फैंस की नजर में किसी सामन्य दर्जे के खिलाड़ी से भी छोटा बन गया है।
पंत और जडेजा भी कोहली से बेहतर
ऋषभ पंत की बल्लेबाजी पर लगातार सवाल खड़े होते रहते हैं और रवींद्र जडेजा को तो पूरा बल्लेबाज माना भी नहीं जाता, वे बतौर बॉलिंग ऑलराउंडर टीम में खेलते हैं। अब इन दोनों के आंकड़ों की तुलना कोहली से करके देखिए। जडेजा ने 24 नवंबर 2019 से अब तक 12 टेस्ट में 42.33 की औसत से रन बनाए हैं जिसमें एक शतक भी शामिल है। जडेजा का औसत विराट से बेहतर है और वे सेंचुरी भी जड़ चुके हैं। इसी समय अंतराल में पंत ने 20 टेस्ट में 42.32 की औसत से 1312 रन बनाए जिसमें तीन जोरदार शतकीय पारियां शामिल हैं। ये आंकड़े भारतीय टीम के सबसे बड़े बल्लेबाज, विराट कोहली से काफी बेहतर है। ये फर्क एक सवाल पैदा करता है, क्या कोहली का काम खत्म हो चुका है? जवाब खुद विराट कोहली ही दे सकते हैं।