टीम इंडिया में गड़बड़ी को समझने के लिए सबसे पहले इसके मैनेजमेंट को समझिए। किसी भी दूसरी क्रिकेट टीम की तरह टीम इंडिया के मैनेजममेंट में भी तीन महत्वपूर्ण शख्स शामिल हैं। पहला, टीम का हेड कोच यानी राहुल द्रविड़। दूसरा, टीम का कप्तान यानी रोहित शर्मा और तीसरा, टीम का उपकप्तान यानी केएल राहुल। यही तीनों शख्स मिलकर भारतीय टीम की प्लेइंग इलवेन को चुनने के लिए मीटिंग करते हैं और खिलाड़ियों के नाम पर अंतिम मुहर लगाते हैं। यानी बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के पहले वनडे के लिए भी इन्हीं तीनों ने मिलकर प्लेइंग इलवेन को अंतिम रूप दिया। इस टीम में भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत शामिल नहीं थे। बाद में, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने बताया कि उन्हें टीम से रिलीज कर दिया गया है।
केएल राहुल के खुलासे से मिले गड़बड़ी के संकेत
Image Source : PTI
KL Rahul
अब भारतीय टीम के उपकप्तान केएल ने पंत के बाहर बैठने को लेकर जो खुलासा किया उसपर गौर कीजिए। उन्होंने कहा कि वह बांग्लादेश में भारत के वनडे टीम से ऋषभ पंत की रिलीज के कारणों से अनजान थे। रविवार को शेर-ए-बांग्ला नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में पहले वनडे के टॉस के बाद, बीसीसीआई ने घोषणा की थी कि पंत को अपने मेडिकल स्टाफ के परामर्श के बाद भारत की वनडे टीम से रिलीज किया गया था। इसमें बताया गया कि बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज में बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज हिस्सा क्यों नहीं लेंगे। साथ ही बताया गया कि पंत की जगह पर किसी रिप्लेसमेंट की मांग नहीं कि गई है।
टीम मैनेजमेंट पंत की स्थिति से अनजान कैसे?
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Rishabh Pant
टीम इंडिया के उपकप्तान ने बाद में कहा, “जब ऋषभ पंत की बात आती है, तो मुझे समझ नहीं आता। मुझे उस समय ड्रेसिंग रूम में पता चला कि उन्हें बाहर कर दिया गया है। मुझे नहीं पता कि क्या कारण हैं, शायद मेडिकल टीम उस सवाल का उत्तर देने के लिए बेहतर स्थिति में हों।”
राहुल ने आगे कहा, “मैंने उन्हें ड्रेसिंग रूम में नहीं देखा और हमने पूछा, ‘क्या हुआ’?”
भारतीय टीम मैनेजमेंट से सवाल?
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KL Rahul during first ODI vs Bangladesh
यह हालात टीम मैनेजमेंट में किसी बड़े गड़बड़ की तरफ इशारा कर रहे हैं। ये संकेत कई सवालों को भी जन्म दे रहे हैं। आखिर यह कैसे संभव है कि टीम मैनेजमेंट का पार्ट होने के बावजूद राहुल को पंत के टीम से बाहर होने की जानकारी पहले से न हो? अगर यह सच है, तो क्या मैनेजमेंट के बाकी लोगों, राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा ने यह जानकारी उनसे छुपाई? अगर द्रविड़ और रोहित को भी जानकारी नहीं थी तो क्या मैनेजमेंट से किसी बाहर के फोर्स ने पंत को टीम से रिलीज कराने का हुक्म जारी किया?
टीम मैनेजमेंट प्लेइंग इलेवन से नहीं हो सकता अनजान
ये तमाम सवाल बता रहे हैं कि टीम मैनेजमेंट में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। प्लेइंग इलेवन पर अंतिम फैसला टॉस से काफी पहले ले लिया जाता है और यह हेड कोच, कप्तान और उपकप्तान की मौजूदगी में होता है। ऐसे हालात में यह कैसे संभव है कि केएल राहुल टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज पंत के रिलीज किए जाने की खबर से अनजान हों? अगर वह अनजान भी थे तो उन्हें मीडिया के सामने इसे बताने की जरूरत क्यों पड़ी?
वर्ल्ड कप से पहले टीम मैनेजमेंट में बदलाव जरूरी?
अगर टीम मैनेजमेंट के अंदर संवाद की कमी है तो इसपर तुरंत काम किया जाना चाहिए। अगले साल भारत में वनडे वर्ल्ड कप के शुरू होने में बमुश्किल 10 महीने का वक्त बाकी है। जरूरत टीम के तमाम मजबूत पक्षों को जोड़कर एक विजेता दल तैयार करने की है। लेकिन संकेत एक अलग ही गड़बड़झाले की मिल रही है, जो अच्छे संकेत तो कतई नहीं हैं।
इस स्थिति को लंबे वक्त के लिए जस के तस नहीं छोड़ा जा सकता। वर्ल्ड कप की तैयारी संवादहीनता और रहस्य के चादर तले तो हरगिज नहीं हो सकती। जरूरत पड़े तो भारतीय बोर्ड को बदलाव से भी परहेज नहीं करना चाहिए, चाहे यह कितना भी बड़ा हो।
IND vs BAN: टीम इंडिया में गड़बड़, यहां फंसा है पेंच; वर्ल्ड कप से पहले बदलाव हैं जरूरी
Rishabh Pant and KL Rahul
टीम इंडिया में गड़बड़ी को समझने के लिए सबसे पहले इसके मैनेजमेंट को समझिए। किसी भी दूसरी क्रिकेट टीम की तरह टीम इंडिया के मैनेजममेंट में भी तीन महत्वपूर्ण शख्स शामिल हैं। पहला, टीम का हेड कोच यानी राहुल द्रविड़। दूसरा, टीम का कप्तान यानी रोहित शर्मा और तीसरा, टीम का उपकप्तान यानी केएल राहुल। यही तीनों शख्स मिलकर भारतीय टीम की प्लेइंग इलवेन को चुनने के लिए मीटिंग करते हैं और खिलाड़ियों के नाम पर अंतिम मुहर लगाते हैं। यानी बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के पहले वनडे के लिए भी इन्हीं तीनों ने मिलकर प्लेइंग इलवेन को अंतिम रूप दिया। इस टीम में भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत शामिल नहीं थे। बाद में, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने बताया कि उन्हें टीम से रिलीज कर दिया गया है।
केएल राहुल के खुलासे से मिले गड़बड़ी के संकेत
KL Rahul
अब भारतीय टीम के उपकप्तान केएल ने पंत के बाहर बैठने को लेकर जो खुलासा किया उसपर गौर कीजिए। उन्होंने कहा कि वह बांग्लादेश में भारत के वनडे टीम से ऋषभ पंत की रिलीज के कारणों से अनजान थे। रविवार को शेर-ए-बांग्ला नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में पहले वनडे के टॉस के बाद, बीसीसीआई ने घोषणा की थी कि पंत को अपने मेडिकल स्टाफ के परामर्श के बाद भारत की वनडे टीम से रिलीज किया गया था। इसमें बताया गया कि बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज में बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज हिस्सा क्यों नहीं लेंगे। साथ ही बताया गया कि पंत की जगह पर किसी रिप्लेसमेंट की मांग नहीं कि गई है।
टीम मैनेजमेंट पंत की स्थिति से अनजान कैसे?
Rishabh Pant
टीम इंडिया के उपकप्तान ने बाद में कहा, “जब ऋषभ पंत की बात आती है, तो मुझे समझ नहीं आता। मुझे उस समय ड्रेसिंग रूम में पता चला कि उन्हें बाहर कर दिया गया है। मुझे नहीं पता कि क्या कारण हैं, शायद मेडिकल टीम उस सवाल का उत्तर देने के लिए बेहतर स्थिति में हों।”
राहुल ने आगे कहा, “मैंने उन्हें ड्रेसिंग रूम में नहीं देखा और हमने पूछा, ‘क्या हुआ’?”
भारतीय टीम मैनेजमेंट से सवाल?
KL Rahul during first ODI vs Bangladesh
यह हालात टीम मैनेजमेंट में किसी बड़े गड़बड़ की तरफ इशारा कर रहे हैं। ये संकेत कई सवालों को भी जन्म दे रहे हैं। आखिर यह कैसे संभव है कि टीम मैनेजमेंट का पार्ट होने के बावजूद राहुल को पंत के टीम से बाहर होने की जानकारी पहले से न हो? अगर यह सच है, तो क्या मैनेजमेंट के बाकी लोगों, राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा ने यह जानकारी उनसे छुपाई? अगर द्रविड़ और रोहित को भी जानकारी नहीं थी तो क्या मैनेजमेंट से किसी बाहर के फोर्स ने पंत को टीम से रिलीज कराने का हुक्म जारी किया?
टीम मैनेजमेंट प्लेइंग इलेवन से नहीं हो सकता अनजान
ये तमाम सवाल बता रहे हैं कि टीम मैनेजमेंट में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। प्लेइंग इलेवन पर अंतिम फैसला टॉस से काफी पहले ले लिया जाता है और यह हेड कोच, कप्तान और उपकप्तान की मौजूदगी में होता है। ऐसे हालात में यह कैसे संभव है कि केएल राहुल टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज पंत के रिलीज किए जाने की खबर से अनजान हों? अगर वह अनजान भी थे तो उन्हें मीडिया के सामने इसे बताने की जरूरत क्यों पड़ी?
वर्ल्ड कप से पहले टीम मैनेजमेंट में बदलाव जरूरी?
अगर टीम मैनेजमेंट के अंदर संवाद की कमी है तो इसपर तुरंत काम किया जाना चाहिए। अगले साल भारत में वनडे वर्ल्ड कप के शुरू होने में बमुश्किल 10 महीने का वक्त बाकी है। जरूरत टीम के तमाम मजबूत पक्षों को जोड़कर एक विजेता दल तैयार करने की है। लेकिन संकेत एक अलग ही गड़बड़झाले की मिल रही है, जो अच्छे संकेत तो कतई नहीं हैं।
इस स्थिति को लंबे वक्त के लिए जस के तस नहीं छोड़ा जा सकता। वर्ल्ड कप की तैयारी संवादहीनता और रहस्य के चादर तले तो हरगिज नहीं हो सकती। जरूरत पड़े तो भारतीय बोर्ड को बदलाव से भी परहेज नहीं करना चाहिए, चाहे यह कितना भी बड़ा हो।
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