आईएएनएस-सीवोटर नेशनल मूड ट्रैकर : लंपी वायरस पर नियंत्रण के प्रयासों पर अलग-अलग राय

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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मवेशियों में संक्रामक त्वचा रोग पैदा करने वाला लंपी वायरस देश के 16 राज्यों में फैल गया है। वायरस के संक्रमण के कारण 58 हजार से अधिक गायों की मौत हो चुकी है। कुल मिलाकर 15 लाख से ज्यादा मवेशी इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। राजस्थान में लंपी त्वचा रोग (एलएसडी) के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में भी कुल 173 मामले मिले हैं।

केंद्र ने राज्यों को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है। राज्यों को संक्रमित जानवरों को अलग-थलग करने और बीमारी को फैलने से रोकने की सलाह दी गई है। सीवोटर-इंडियाट्रैकर ने समस्या के समाधान के लिए विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में लोगों के विचार जानने के लिए आईएएनएस की ओर से एक देशव्यापी जनमत सर्वेक्षण कराया। सर्वेक्षण से पता चला कि भारतीय इस मुद्दे पर अलग-अलग राय रखते हैं।

सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार, जहां 49 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि राज्य सरकारें इस बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त प्रयास कर रही हैं, वहीं 51 प्रतिशत इससे असहमत हैं। सर्वेक्षण के दौरान पाया गया कि ग्रामीण और शहरी, दोनों तरह केउत्तरदाताओं के विचार अलग-अलग हैं। सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार, जहां 50 प्रतिशत ग्रामीण उत्तरदाताओं ने कहा कि राज्य सरकारें इस बीमारी को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त प्रयास कर रही हैं, वहीं अन्य 50 प्रतिशत ग्रामीण उत्तरदाताओं ने इस भावना को साझा नहीं किया। इसी तरह, जहां 50 प्रतिशत शहरी उत्तरदाताओं ने कहा कि राज्य सरकारें मवेशियों में संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही हैं, वहीं 50 प्रतिशत शहरी उत्तरदाताओं ने पूरी तरह से अलग राय साझा की।

(आईएएनएस)

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