![Gold demand for weddings: बिहार में गहने लेकर फुर्र हुई दुल्हन, जानिए कितना बड़ा है देश में शादियों के लिए सोने का कारोबार 1 pic](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/msid-92078618,imgsize-43934/pic.jpg)
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय ग्राहक शादियों में सोने की खरीद सबसे ज्यादा करते हैं। किसी उत्सव या शादी के मौके पर कुल सोने का 65-70 फीसदी हिस्सा खरीदा जाता है जबकि अन्य मौकों पर महज 30-35 फीसदी खरीदारी होती है। देश में 41 फीसदी लोग केवल शादियों के मौके पर ही सोना खरीदते हैं जबकि 31 फीसदी लोग बिना किसी विशेष अवसर के ही सोने की खरीद करते हैं। कीमत के आधार पर देखें तो देश में 2021 में सोने के आभूषणों की मांग 96 फीसदी की वृद्धि के साथ 2,61,140 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। 2020 में यह 1,33,260 करोड़ रुपये थी। इस हिसाब से देखें तो 2021 में शादियों के लिए सोने की खरीद 182,798 करोड़ रुपये की रही।
भारत में सोने की मांग
भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोने का आयातक है। मुख्य रूप से ज्वेलरी इंडस्ट्री की मांग को पूरा करने के लिए सोने का आयात किया जाता है। देश में 2021 में सोने की मांग बढ़कर 797.3 टन रही जो पिछले पांच साल में सबसे अधिक है। 2021 में सोने का आयात 165 फीसदी बढ़कर 924.6 टन हो गई। देश में सोने की जितनी खपत होती है उसका अधिकांश हिस्सा विदेशों से आयात होता है। सोने के कुल आयात में से 44 फीसदी स्विट्ज़रलैंड और 11 फीसदी सयुंक्त अरब अमीरात से खरीदा जाता है। इस फाइनेंशियल ईयर में गोल्ड की मांग में 11 फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद है।
कौन खरीदता है सबसे ज्यादा सोना
देश में मिडल क्लास सबसे अधिक सोना खरीदता हैं और फिलिकल रूप में सोने रखना पसंद करता है। इंडिया गोल्ड पॉलिसी सेंटर (आईजीपीसी) की सोना एवं स्वर्ण बाजार-2022 रिपोर्ट के मुताबिक अमीर लोग डिजिटल या पेपर फॉर्मेट में सोना रखना पसंद करते हैं। प्रति व्यक्ति सोने की खपत अमीरों में सबसे अधिक है, लेकिन इसकी कुल मात्रा अब भी मिडल क्लास के पास है। सोने की अधिकांश खपत 2-10 लाख रुपये की सालाना आय सीमा के परिवारों में है, जो औसत मात्रा का लगभग 56 प्रतिशत है।