पुराने समय के इन ब्यूटी टिप्स से मिलेगी चमकती त्वचा, जानें


सुंदर और चमकदार चेहरा हर किसी को अच्छा लगता है लेकिन अधिकतर लोगों के चेहरे पर दाने और दाग-धब्बे हो जाते हैं जिससे चेहरे की खूबसूरती खत्म हो जाती है. ऐसे में हम कई तरह के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं जिससे चेहरा ठीक हो जाये लेकिन कुछ घरेलू उपाय वर्षों  से चले आ रहें हैं जो चेहरे के लिए बहुत कामगार हैं. अभी भी पुराने जमाने के ब्‍यूटी सीक्रेट्स की बात करें तो उनमें कैम‍िकल नहीं होते थे, घर में आसानी से म‍िलने वाले उत्‍पादों को ही त्‍वचा और बालों को खूबसूरत बनाने के लि‍ए इस्‍तेमाल क‍िया जाता था जैसे मलाई, कच्‍चा दूध, केसर, जायफल आद‍ि. जी हां दादी-नानी क्रीम या पाउडर की जगह इन नैचुरल सीक्रेट्स से अपनी खूबसूरती बढ़ाती थीं और उन लोगों की स्किन हमेशा ग्लो करती रहती थी. हम आज उन्हीं के ब्यूटी सीक्रेट्स के बारे में बताएंगे.

मुल्तानी मिट्टी-सद‍ियों पहले से मुल्‍तानी म‍िट्टी का इस्‍तेमाल होता आया है, ये त्‍वचा और बालों के ल‍िए बहुत अच्छा माना जाता है. आप मुल्‍तानी म‍िट्टी को पानी के साथ म‍िलाकर बाल या चेहरे पर लगा सकते हैं. मुल्‍तानी म‍िट्टी लगाने से त्‍वचा में मौजूद गंदगी साफ होती है और एक्‍स्‍ट्रा ऑयल भी न‍िकल जाता है. अगर आपको टैन‍िंग की श‍िकायत है तो भी आपको मुल्‍तानी म‍िट्टी का इस्‍तेमाल करना चाह‍िए.

अगर आपकी त्‍वचा में सूजन है तो आप मुल्‍तानी म‍िट्टी का इस्‍तेमाल करें. सूजन वाली जगह पर मुल्‍तानी म‍िट्टी लगाकर छोड़ दें फ‍िर 20 म‍िनट बाद पानी से धो लें. सूजन कम हो जाएगी.

प‍िगमेंटेशन की समस्‍या है तो आप मुल्‍तानी म‍िट्टी को जरूर लगाएं, इसमें एंटीसेप्‍ट‍िक गुण भी होते हैं.अगर त्‍वचा जली या कटी है तो उस पर मुल्‍तानी म‍िट्टी का पेस्‍ट लगाना फायदेमंद होगा.

नीम की पत्ती-पुराने जमाने से नीम का इस्‍तेमाल औषधी के तौर पर होता रहा है. नीम में एंटी-बैक्‍टीर‍ियल गुण होते हैं. कील-मुंहासे की समस्‍या में नीम का इस्तेमाल क‍िया जाता है. ये त्‍वचा को गहराई से साफ करता है. आप नीम के पत्‍त‍ियों को पीसकर उसका पेस्‍ट बनाकर इस्‍तेमाल कर सकते हैं.

मुरझाई हुई त्‍वचा को फ‍िर से जीव‍ित करने के ल‍िए नीम फायदेमंद है, आप नीम के पेस्‍ट में गुलाब जल म‍िलाकर चेहरे पर लगाएं.

उम्र बढ़ने के साथ झुर्रियां बढ़ने लगती हैं पर अगर आपको चेहरे पर एज‍िंग साइन नहीं देखने तो नीम का इस्‍तेमाल करें, नीम का पेस्‍ट लगाने से झुर्रियां भी कम हो जाती हैं

नीम का पेस्‍ट चेहरे पर लगाएं से एक्‍ने और उसके दाग दोनों म‍िट जाएंगे.

मलाई उबटन-आप सुंदर त्‍वचा के ल‍िए मलाई का उबटन लगा सकते हैं. मलाई से त्‍वचा कोमल होती है, दाग-धब्‍बे म‍िटते हैं और रंगत न‍िखरती है.

त्वचा की खूबसूरती बढ़ाने के ल‍िए मलाई का उबटन बनाएं. संतरे के छ‍िलके को पीसकर मलाई में म‍िलाएं और उबटन की तरह चेहरे पर लगाएं, इससे त्‍वचा साफ होगी.

मलाई को होठों पर लगाने से होंठ कोमल होंगे और फटेंगे नहीं.

आपकी स्‍किन में कोई दाग या धब्‍बा हो तो उसे ठीक करने के ल‍िए मलाई का इस्‍तेमाल करें. मलाई में कपूर पीसकर लगाएं इससे स्‍क‍िन की समस्‍याएं दूर हो जाएंगी.

केसर-पुराने समय से केसर का इस्‍तेमाल खूबसूरती न‍िखारने के ल‍िए क‍िया जाता है. केसर को दूध में म‍िलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरा साफ होता है.

केसर से त्‍वचा कोमल बनती है आप इसे गुलाब जल में म‍िलाकर चेहरे पर लगाएं, आपको चेहरा फ्रेश महसूस होगा.

पुराने जमाने में केसर को मॉइश्‍चराइजर के रूप में इस्‍तेमाल क‍िया जाता था, आप भी इसे एलोवेरा जेल में म‍िलाकर लगा सकते हैं.

जायफल-जायफल हमारी स्‍क‍िन और बालों के ल‍िए फायदेमंद होता है. जायफल में एंटीमाक्रोब‍ियल गुण होते हैं. जायफल के इस्‍तेमाल से त्‍वचा की रंगत बेहतर होती है और एक्‍ने की समस्‍या भी दूर होती है. ज‍िन लोगों की स्‍क‍िन में फाइन लाइंस या र‍िंकल्‍स की समस्‍या है वो भी जायफल का इस्‍तेमाल कर सकते हैं. जायफल में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण भी होते हैं, इससे बालों में डैंड्रफ की समस्‍या दूर होती है.

जायफल में दूध म‍िलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरा कोमल बनता है और दाग-धब्‍बे दूर होते हैं.

जायफल में चीनी म‍िलाकर लगाने से एक बेहतरीन स्‍क्रब की तरह काम करता है ज‍िससे ब्‍लैकहेड्स दूर होते हैं.

ये भी पढ़ें-कान में निकल आई है फुंसी? अपनाएं ये घरेलू उपाय

दर्द में राहत देने का काम करते हैं नींबू के बीज, जानें इसके फायदे

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator



Source link