एसिडिटी से लेकर बैक पेन तक, प्रेग्नेंसी में बहुत कॉमन हैं ये 6 प्रॉब्लम्स, ऐसे करें इनसे डील

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कुछ गर्भवती महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान आंतों से संबंधित समस्या भी हो सकती है और कब्ज, पेट दर्द, आंतों में सूजन आना जैसी प्रॉब्लम होती है. ऐसे में महिलाओं को फाइबर युक्त खाने का सेवन करना चाहिए और हाइड्रेटेड रहना चाहिए.

कुछ गर्भवती महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान आंतों से संबंधित समस्या भी हो सकती है और कब्ज, पेट दर्द, आंतों में सूजन आना जैसी प्रॉब्लम होती है. ऐसे में महिलाओं को फाइबर युक्त खाने का सेवन करना चाहिए और हाइड्रेटेड रहना चाहिए.

प्रेगनेंसी के दौरान एसिडिटी सबसे आम समस्याओं में से एक है. खासकर प्रेगनेंसी के फर्स्ट और लास्ट ट्राइमेस्टर में एसिडिटी की समस्या बहुत ज्यादा होती है. इससे बचने के लिए आप मसालेदार और चिकनाई वाले खाने से परहेज करें, रात को जल्दी खाना खाएं और सोने से पहले आधे घंटे से 45 मिनट तक सैर करें.

प्रेगनेंसी के दौरान एसिडिटी सबसे आम समस्याओं में से एक है. खासकर प्रेगनेंसी के फर्स्ट और लास्ट ट्राइमेस्टर में एसिडिटी की समस्या बहुत ज्यादा होती है. इससे बचने के लिए आप मसालेदार और चिकनाई वाले खाने से परहेज करें, रात को जल्दी खाना खाएं और सोने से पहले आधे घंटे से 45 मिनट तक सैर करें.

बढ़े हुए पेट और वजन के कारण आमतौर पर प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को पीठ में बहुत ज्यादा दर्द होता है. इससे बचने के लिए आप करेक्ट पोस्चर में बैठे, धीरे से खड़े हो और एक सपोर्टिव पिलो का इस्तेमाल करें, जिससे कि आप पीठ दर्द से बच सकें.

बढ़े हुए पेट और वजन के कारण आमतौर पर प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को पीठ में बहुत ज्यादा दर्द होता है. इससे बचने के लिए आप करेक्ट पोस्चर में बैठे, धीरे से खड़े हो और एक सपोर्टिव पिलो का इस्तेमाल करें, जिससे कि आप पीठ दर्द से बच सकें.

प्रेगनेंसी के दौरान खासकर थर्ड ट्राइमेस्टर में ब्लैडर पर दबाव पड़ने के कारण यूरिन की समस्या बहुत ज्यादा हो जाती है. ऐसे में आप पानी पीना कम ना करें, बल्कि पूरे दिन में 3 से 5 लीटर पानी जरूर पिएं, लेकिन शाम के समय चाय, कॉफी और चीनी युक्त ड्रिंक का सेवन कम करें.

प्रेगनेंसी के दौरान खासकर थर्ड ट्राइमेस्टर में ब्लैडर पर दबाव पड़ने के कारण यूरिन की समस्या बहुत ज्यादा हो जाती है. ऐसे में आप पानी पीना कम ना करें, बल्कि पूरे दिन में 3 से 5 लीटर पानी जरूर पिएं, लेकिन शाम के समय चाय, कॉफी और चीनी युक्त ड्रिंक का सेवन कम करें.

प्रेगनेंसी के दौरान बढ़े हुए वजन के कारण कई बार महिलाओं के पैरों में सूजन आ जाती है. खासकर थर्ड ट्राइमेस्टर में स्वेलिंग की समस्या सबसे ज्यादा होती है, ऐसे में अपने पैरों के नीचे एक तकिया रखें और ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पिएं, इससे सूजन की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

प्रेगनेंसी के दौरान बढ़े हुए वजन के कारण कई बार महिलाओं के पैरों में सूजन आ जाती है. खासकर थर्ड ट्राइमेस्टर में स्वेलिंग की समस्या सबसे ज्यादा होती है, ऐसे में अपने पैरों के नीचे एक तकिया रखें और ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पिएं, इससे सूजन की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

प्रेगनेंसी के दौरान मूड स्विंग होना सबसे कॉमन प्रॉब्लम है, कभी भी अचानक से खुशी की भावना होती है, तो कभी मन उदास होने लगता है. ऐसे में गर्भावस्था के दौरान गहरी सांस लेने वाले व्यायाम करें, साथ ही अपने मेंटल और पर्सनल इमोशंस को अपने घर वालों के साथ शेयर करें. कोई भी चीजें अपने डॉक्टर से ना छुपाएं

प्रेगनेंसी के दौरान मूड स्विंग होना सबसे कॉमन प्रॉब्लम है, कभी भी अचानक से खुशी की भावना होती है, तो कभी मन उदास होने लगता है. ऐसे में गर्भावस्था के दौरान गहरी सांस लेने वाले व्यायाम करें, साथ ही अपने मेंटल और पर्सनल इमोशंस को अपने घर वालों के साथ शेयर करें. कोई भी चीजें अपने डॉक्टर से ना छुपाएं

Published at : 15 May 2024 03:34 PM (IST)

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