बर्बाद होने के बाद भी सरेंडर से इनकार, युद्ध के 26वें दिन जेलेंस्की ने फिर भरी हुंकार, बाइडेन जाएंगे पोलैंड

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सरेंडर से जेलेंस्की का इनकार

सरेंडर से जेलेंस्की का इनकार

यूक्रेन के उप प्रधानमंत्री, इरिना वीरेशचुक ने रूसी घेराबंदी और भीषण हमले में मरते शहर मारियुपोल में यूक्रेनी सेना के हथियार डालने की शर्त से इनकार कर दिया है। रूस की तरफ से यूक्रेनी सैनिकों को अपने हथियार डालकर सरेंडर कर देने के लिए कहा गया था, जिससे यूक्रेन ने इनकार कर दिया है। डिप्टी प्रधानमंत्री ने कहा कि, ‘किसी भी आत्मसमर्पण का कोई सवाल नहीं हो सकता’। डिप्टी पीएम वीरेशचुक ने कहा कि, रूसी सेना नागरिकों की निकासी की अनुमति देने से पहले आत्मसमर्पण की मांग कर रही थी। उन्होंने कहा कि, रूस की कोशिश नागरिकों को ‘असली बंधक’ बनाने की है।

पोलैंड के दौरे पर जाएंगे बाइडेन

पोलैंड के दौरे पर जाएंगे बाइडेन

उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस के बाद अब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी पोलैंड का दौरा करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जोसेफ बाइडेन ने नाटो, जी7 नेताओं और यूरोपीय सहयोगियों के साथ तत्काल बातचीत के लिए अपनी आगामी यूरोप यात्रा के लिए पोलैंड को भी चुना है। बुधवार को वाशिंगटन से रवाना होने वाले बाइडेन पहले ब्रसेल्स और फिर वारसॉ की यात्रा करेंगे, जहां वह राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। उन्होंने कहा कि, शुक्रवार को पोलैंड की राजधानी में, जो इडेन ‘मानवीय और मानवाधिकार संकट जो यूक्रेन पर रूस के अनुचित और अकारण युद्ध ने पैदा किया है’ उसको लेकर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं पर चर्चा करेंगे।

पोलैंड का है काफी अहम महत्व

पोलैंड का है काफी अहम महत्व

यूक्रेन संकट में पोलैंड एक महत्वपूर्ण सहयोगी है। यह हजारों अमेरिकी सैनिकों की मेजबानी कर रहा है और इस वक्त यूक्रेन से जान बचाकर भाग रहे सबसे ज्यादा शरणार्थी यूक्रेन ही जा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक करीब 20 लाख से ज्यादा यूक्रेनी शरणार्थी भागकर शरण लेने के लिए यूक्रेन पहुंचे हैं। बाइडेन राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा के साथ द्विपक्षीय बैठक के लिए शुक्रवार को वारसॉ जाएंगे। आपको बता दें कि, राष्ट्रपति बाइडेन से पहले अमेरिका की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस भी पिछले हफ्ते पोलैंड के दौरे पर पहुंची थीं और शरणार्थियों को संभालने के लिए उन्होंने पोलैंड को आर्थिक मदद भी दिया है।

चेर्निहाइव में घातक गोलाबारी

चेर्निहाइव में घातक गोलाबारी

यूक्रेन की मीडिया ने कहा है कि रविवार को चेर्निहाइव में रूस की तरफ से तोप से गोले दागे गये हैं और एक गोले ने कार को निशाना बनाया, जिसमें दो लोगों को मौत हो गई है। समाचार वेबसाइट उक्रेन्स्का प्रावदा ने एक प्रत्यक्षदर्शी का हवाला देते हुए कहा कि दोनों लोग शहर के निवासियों को पानी पहुंचा रहे थे। वहीं, यूक्रेन की आपातकालीन सेवाओं ने बताया कि ज़ाइटॉमिर में एक हवाई हमले ने तीन लोगों को घायल कर दिया और 13 इमारतों को क्षतिग्रस्त कर दिया है।

ओडेसा में रूस की सख्त निगरानी

ओडेसा में रूस की सख्त निगरानी

यूक्रेन के तीसरे सबसे बड़े शहर ओडेसा पर अब रूस कब्जा करना चाहता है, लिहाजा अब ओडेसा शहर के ऊपर भारी संख्या में सर्विलांस ड्रोन देखे जा रहे हैं। ओडेसा में एक यूक्रेनी अधिकारी का कहना है कि रूस ने “क्षेत्र के शहरी क्षेत्रों में मानव रहित हवाई वाहनों का उपयोग” शुरू कर दिया है। लेकिन ओडेसा सैन्य प्रशासन के प्रमुख मैक्सिम मार्चेंको ने कहा कि “क्षेत्र में वर्तमान स्थिति शांत है”।

येरूशलम में शांति वार्ता सही- जेलेंस्की

येरूशलम में शांति वार्ता सही- जेलेंस्की

यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि इज़राइल अपने देश और रूस के बीच शीर्ष स्तरीय वार्ता की व्यवस्था करने के लिए कई प्रयास कर रहा है और इजरायल ने यरूशलेम आकर शांति वार्ता करने का ऑफर दिया है। उन्होंने कहा कि, “इज़राइल के प्रधानमंत्री, नेफ्ताली बेनेट बातचीत करने का एक तरीका खोजने की कोशिश कर रहे हैं। और हम इसके लिए आभारी हैं। हम उनके प्रयासों के लिए आभारी हैं, ताकि देर-सबेर हम रूस के साथ बातचीत शुरू कर सकें, संभवत: येरुशलम में।’

रूस के साथ संबंध सामान्य रखेगा चीन

रूस के साथ संबंध सामान्य रखेगा चीन

अमेरिका में चीन के राजदूत ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की निंदा करने से अपने देश के इनकार का बचाव करते हुए कहा कि इस तरह की ‘चेतावनी’ से हिंसा को रोकने के लिए कुछ नहीं होगा। किन गैंग ने रविवार को सीबीएस टेलीविजन नेटवर्क के “फेस द नेशन” से कहा कि चीन की ‘निंदा’ से मदद नहीं मिलेगी और उन्हें संदेह है कि इसका रूस पर कोई प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि चीन “रूस के साथ मैत्रीपूर्ण, अच्छे पड़ोसी संबंध” चाहता है और “रूस के साथ सामान्य व्यापार, आर्थिक, वित्तीय, ऊर्जा सहयोग” बनाए रखेगा, क्योंकि यह “शांति वार्ता को बढ़ावा देने के लिए” है और बातचीत और कूटनीति के माध्यम से रूस से तत्काल युद्धविराम का आग्रह करता है। किन ने कहा कि चीन रूस को कोई सैन्य सहायता नहीं दे रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि चीन “युद्ध के खिलाफ” बना हुआ है और “युद्ध रोकने के लिए सब कुछ करेगा” और “संकट को कम करने के लिए”, सिर्फ निंदा से काम नहीं चलाएगा।

रिहायशी इलाकों में बमबारी

रिहायशी इलाकों में बमबारी

यूक्रेन ने कहा है कि, रूस की तरफ से रिहायशी इलाकों पर भी भीषण हमले किए जा रहे हैं और मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा कि, रविवार की देर रात कीव के पोडिल जिले में आवासीय घरों और एक खरीदारी क्षेत्र में गोलाबारी हुई। क्लिट्स्को ने अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा कि, “राजधानी के पोडिल जिले में कई विस्फोट हुए हैं”। उन्होंने कहा कि, “फिलहाल हमारे पास मौजूद जानकारी के अनुसार, कई घर और एक शॉपिंग सेंटर तबाह हुए हैं। बचाव दल, चिकित्सक और पुलिस पहले से ही मौके पर हैं।

यूक्रेन संकट के बीच तेल पर हाहाकार

यूक्रेन संकट के बीच तेल पर हाहाकार

जापान ने संयुक्त अरब अमीरात से यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से परेशान बाजारों को शांत करने के लिए और तेल का प्रोडक्शन बढ़ाने की मांग की है, जो खाड़ी देशों का एक प्रमुख तेल उत्पादक देश है और जापान तेल का एक बड़ा खरीदार है। जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी की याचिका अमीराती अधिकारियों के साथ बैठकों के दौरान आई है, जो जर्मनी के वित्त मंत्री के साथ यूएई की यात्रा पर हैं। जापानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में बताया कि, हयाशी ने “यूएई को अधिक मात्रा में तेल की आपूर्ति करके अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार के स्थिरीकरण में योगदान करने के लिए कहा है और ओपेक + के एक प्रमुख सदस्य के रूप में अतिरिक्त उत्पादक क्षमता हासिल करने की अपील की है।’

सिर्फ बातचीत से ही शांति- जेलेंस्की

सिर्फ बातचीत से ही शांति- जेलेंस्की

यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अपने रूसी समकक्ष के साथ बातचीत को लेकर काफी अहम बयान दिया है और उन्होंने अमेरिकी टेलीविजन से बात करते हुए कहा कि, बातचीत ही “इस युद्ध को समाप्त करने” का एकमात्र तरीका है। उन्होंने जोर देकर कहा कि, वह और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ही एकमात्र ऐसे ‘प्रधानाध्यापक’ हैं, जो लड़ाई को रोकने के लिए किसी समझौते पर पहुंच सकते हैं। जेलेंस्की ने कहा कि, “मैं उसके साथ बातचीत के लिए तैयार हूं”ष ज़ेलेंस्की ने एक अनुवादक के माध्यम से सीएनएन शो फरीद ज़कारिया जीपीएस को बताया कि, “मुझे लगता है कि बातचीत के बिना हम इस युद्ध को समाप्त नहीं कर सकते।”



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