चीन करने वाला है कोई बड़ा कारनामा ? जापान के नजदीक विमान वाहक और 8 जंगी जहाज भेजे, दूसरी फौज भी तैयार

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चीन करने वाला है कोई बड़ा कारनामा ?

चीन करने वाला है कोई बड़ा कारनामा ?

दक्षिणी जापान के ओकिनावा द्वीप के पास से चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) ने समुद्र से अपने विमान वाहक पोत लिआओनिंग और 8 चीनी युद्धपोतों को निकाला है। चीन की सरकारी मीडिया इसे ‘मिशन की तैयारी जिसमें ताइवान जलडमरूमध्य में संभावित सैन्य संघर्ष शामिल है’ बता रहा है। गौरतलब है कि रूस ने भी यूक्रेन पर किए गए आक्रमण को आजतक हमला नहीं माना है। जापान के रक्षा मंत्रालय और चीन की सरकारी मीडिया की ओर से कहा गया है कि ये जंगी जहाज मुख्य ओकिनावा द्वीप और मियाकोजिमा के बीच से होकर गुजरे हैं। हालांकि, कहा गया है कि जापान के समुद्र में किसी तरह की घुसपैठ नहीं हुई है। इस दौरान चाइनीज एयरक्राफ्ट कैरियर लिआओनिंग पर हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भी भरे हैं और लैंडिंग भी की है।

जापान ने भी सेल्फ-डिफेंस फोर्स को किया ऐक्टिव

जापान ने भी सेल्फ-डिफेंस फोर्स को किया ऐक्टिव

गौरतलब है कि चीन की नौसेना सैद्धांतिक तौर पर इन द्वीपों को ‘पहली द्वीप श्रृंखला’ का हिस्सा मानती है और इसके पिछले हिस्से से जंगी जहाज लेकर जाने का मतलब है कि वह शक्ति प्रदर्शन कर रही है। हालात की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जापान की मैरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स ने भी अपने हेलीकॉप्टर कैरियर इजुमो के अलावा पी-1 मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट और पी-3सी एंटी-सबमरीन एयरक्राफ्ट को निगरानी के लिए तैनात कर दिया है, जो कि चीन के सैन्य जहाजों पर नजर रखेंगे। यह जानकारी जापानी रक्षा मंत्रालय की ओर से दी गई है।

जापान में अमेरिकी 7वीं फ्लीट भी मौजूद

जापान में अमेरिकी 7वीं फ्लीट भी मौजूद

इनके अलावा जापान में मौजूदा अमेरिका की 7वीं फ्लीट के बारे में भी संभावना है कि वह चीनी जंगी जहाजों की गतिविधियों की निगरानी करेगा। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक्सपर्ट के हवाले से कहा है कि कम से कम 8 जंगी जहाज, जिनमें विध्वंसक भी शामिल हैं, विमान वाहक समूह का दूर समुद्र में जाना बड़ा अभियान है, जो कि ‘ताइवान जलडमरूमध्य में एक संभावित सैन्य संघर्ष समेत बाकी मिशन की तैयारी में एक महत्वपूर्ण युद्ध क्षमता को जाहिर’ करने की तरह है। चीन के पास इस समय दो एयरक्राफ्ट कैरियर लिआओनिंग और शानडोंग हैं और तीसरे को इसी साल कमीशन मिलने की संभावना है। गौरतलब है कि चीन अपनी नौसेना का तेजी से विस्तार कर रहा है।

किस चक्कर में पड़ा है चीन ?

किस चक्कर में पड़ा है चीन ?

पूर्व समुद्री यात्राओं के आधार पर न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक मियाको जलडमरूमध्य से नौकायन के बाद चीनी युद्धपोतों के प्रशांत महासागर में पूरब की ओर और आगे जाने की संभावना है या फिर वे ताइवान द्वीप के दक्षिण में बाशी चैनल से होकर गुजरेंगे और दक्षिण चीन सागर में युद्धाभ्यास करेंगे। चीन के एयरक्राफ्ट कैरियर के साथ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक, एक गाइडेड फ्रिगेट और टाइप 901 व्यापक आपूर्ति जहाज हुलुन्हू भी थे। जापान के नेशनल ब्रॉडकास्टर एनएचके के मुताबिक पिछले साल दिसंबर के बाद यह पहली बार है कि चीन के विमान वाहक पोत के उस इलाके से गुजरने की पुष्टि हुई है।

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अपनी नौसेना का लगातार विस्तार कर रहा है चीन

अपनी नौसेना का लगातार विस्तार कर रहा है चीन

गौरतलब है कि चीन, जापान के क्षेत्र के लिए भी परेशानी का सबब रहा है, तो ताइवान पर वह अपना संप्रभुत्व मानता है और साउथ चाइना सी पर भी अपना दबदबा कायम किए रहना चाहता है। चीन के पास पहले पहले से ही दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है और 2021 के अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक 2030 तक यह अपने जहाजों की संख्या 355 से बढ़ाकर 460 करने की योजना पर काम कर रहा है। (तस्वीरें- फाइल)



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