![अनोखा भंडारा: सीमेंट क्रंक्रीट तैयार करने वाले मिक्सर में गूथा जा रहा आटा, ट्रॉली में बन रही सब्जी, VIDEO 1 bhandara 1675014152](https://hindi.oneindia.com/img/1200x60x675/2023/01/bhandara-1675014152.jpg)
![अनोखा भंडारा: सीमेंट क्रंक्रीट तैयार करने वाले मिक्सर में गूथा जा रहा आटा, ट्रॉली में बन रही सब्जी, VIDEO 2 विशाल भंडारे का आयोजन](https://hindi.oneindia.com/img/1200x90x675/2023/01/bhandara-1675013795.jpg)
विशाल भंडारे का आयोजन
गुर्जर समाज के आराध्य भगवान देवनारायण की जयंती के अवसर पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया था। बताया जा रहा है कि सिरसा गांव के देवनारायण मंदिर में पिछले सात दिनों से भागवत कथा चल रही थी। कथा के बाद हर शाम भंडारे का आयोजन किया जा रहा था।
![अनोखा भंडारा: सीमेंट क्रंक्रीट तैयार करने वाले मिक्सर में गूथा जा रहा आटा, ट्रॉली में बन रही सब्जी, VIDEO 3 हर किसी का खींच रहा ध्यान](https://hindi.oneindia.com/img/2023/01/1-1675013821.jpg)
हर किसी का खींच रहा ध्यान
इस विशाल भंडारे के आयोजन में कई गांव के लोग जुटे थे। कई दिनों से भंडारे का सफल आयोजन चल रहा था। इस बीच भंडारे का एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। ट्विटर यूजर सुशील कौशिक ने इस वीडियो को साझा किया है। जिसके बाद हर किसी का ध्यान खींचा जा रहा है।
![अनोखा भंडारा: सीमेंट क्रंक्रीट तैयार करने वाले मिक्सर में गूथा जा रहा आटा, ट्रॉली में बन रही सब्जी, VIDEO 4 भारी मात्रा में मटीरियल की खपत](https://hindi.oneindia.com/img/2023/01/2-1675013844.jpg)
भारी मात्रा में मटीरियल की खपत
भंडारे के आयोजनकर्ताओं में से एक ब्रजेश गुर्जर ने बताया कि पिछले सात दिनों तक भंडारे का आयोजन किया गया। हफ्ते भर प्रसाद में मालपुए, खीर और आलू की सब्जी बांटी गई। इसके लिए हर रोज तकरीबन 30 क्विंटल चीनी, 60 क्विंटल आलू, 20 क्विंटल चावल और 35 क्विंटल गेहूं के आटे सहित बड़ी मात्रा में घी की खपत हुई।
![अनोखा भंडारा: सीमेंट क्रंक्रीट तैयार करने वाले मिक्सर में गूथा जा रहा आटा, ट्रॉली में बन रही सब्जी, VIDEO 5 काफी संख्या में जुटे थे लोग](https://hindi.oneindia.com/img/2023/01/3-1675013875.jpg)
काफी संख्या में जुटे थे लोग
उन्होंने बताया कि 7वें दिन काफी बड़े स्तर पर भंडारा हुआ। भंडारे में 100 क्विंटल से अधिक चीनी, 100 क्विंटल आलू, 60 क्विंटल चावल और 500 क्विंटल आटे की खपत हुई थी। प्रसाद बनाने के लिए 100 से ज्यादा हलवाई लगे थे। प्रसाद परोसने के लिए काफी संख्या में लोग जुटे थे।
![अनोखा भंडारा: सीमेंट क्रंक्रीट तैयार करने वाले मिक्सर में गूथा जा रहा आटा, ट्रॉली में बन रही सब्जी, VIDEO 6 इन लोगों की मिली थी जिम्मेदारी](https://hindi.oneindia.com/img/2023/01/4-1675013898.jpg)
इन लोगों की मिली थी जिम्मेदारी
देवनारायण मंदिर के महंत संत शीतलदास ने बताया कि भंडारे की जिम्मेदारी गांव-गांव में बांटी गई थी। किसी एक गांव के लोगों को प्रसाद तैयार कराने, दूसरे गांव को प्रसाद परोसने और तीसरे गांव को पत्तल उठाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।