तुर्की में भूकंप के दौरान नर्सों ने जान की बाजी लगाकर नवजातों को कैसे बचाया ? देखिए Video


नवजातों और भूकंप के बीच चट्टान की तरह डटी रहीं नर्स

नवजातों
और
भूकंप
के
बीच
चट्टान
की
तरह
डटी
रहीं
नर्स

तुर्की
और
सीरिया
में
आए
भयानक
भूकंप
के
6
दिन
बाद
इस
त्रासदी
में
मरने
वालों
की
तादाद
28,000
से
ज्यादा
हो
चुकी
है।
लेकिन,
प्राकृतिक
आपदा
के
इतने
दिन
बाद
भी
उससे
जुड़ी
तस्वीरें
और
वीडियो
दुनिया
भर
के
लोगों
को
हिला
रही
हैं।
अब
एक
नया
वीडियो
एक
अस्पताल
की
इमारत
के
भीतर
का
आया
है,
जिसमें
दिख
रहा
है
कि
इसके
neo-natal
यूनिट
में
इन्क्यूबेटर
में
पड़े
नवजातों
को
सुरक्षित
रखने
के
लिए
दो
नर्सों
ने
किस
तरह
से
अपनी
जान
की
परवाह
किए
बगैर
उन्हें
उसे
जमीन
पर
गिरने
से
बचाए
रखा।
जितना
भयानक
भूकंप
था,
नर्स
चाहतीं
तो
वहां
से
भागकर
पहले
खुद
को
सुरक्षित
कर
सकती
थीं,
लेकिन
वह
बाहर
से
वार्ड
में
भाग
कर
आईं
और
मासूमों
और
भूकंप
के
बीच
चट्टान
बनकर
खड़ी
हो
गईं।

नर्सों ने इन्क्यूबेटर्स को गिरने से रोके रखा

नर्सों
ने
इन्क्यूबेटर्स
को
गिरने
से
रोके
रखा

तुर्की
में
एक
अस्पताल
के
नवजात
शिशुओं
के
एक
वार्ड
का
वीडियो
पूरी
दुनिया
में
वायरल
हो
रहा
है।
बताया
जा
रहा
है
कि
यह
तुर्की
के
गाजियांटेप
शहर
का
वीडियो
है,
जो
कि
इस
भूकंप
में
सबसे
ज्यादा
प्रभावित
इलाकों
में
से
एक
है।
तुर्की
के
एंड्रयू
हॉपकिंस
नाम
के
एक
पत्रकार
ने
ट्विटर
पर
वीडियो
शेयर
करते
हुए
लिखा
है,
‘तुर्की
के
भूकंप
वाली
रात
का
यह
वीडियो
है,
जिसमें
2
बहादुर
नर्स…..भागने
के
बजाए-
गाजियांटेप
अस्पताल
में
दौड़ते
हुए
neo-natal
केयर
यूनिट
में
पहुंचीं
ताकि
बेबी
इन्क्यूबेटर्स
को
गिरने
से
रोक
सकें।

'पहले बिल्ली को बचाओ, फिर मुझे निकालना'

‘पहले
बिल्ली
को
बचाओ,
फिर
मुझे
निकालना’

इसी
तरह
की
एक
और
भावनात्मक
घटना
में
बचावकर्मी
तब
काफी
भावुक
हो
गए
जब
यूनिवर्सिटी
के
छात्र
केरेस
सेटिन
ने
कई
दिनों
तक
मलबे
में
फंस
रहने
के
बावजूद
भी
राहत
कर्मियों
से
कहा
कि
पहले
उसकी
बिल्ली
को
सुरक्षित
निकालें।
बचावकर्मियों
ने
भी
वैसा
ही
किया
और
पहले
स्ट्रॉबेरी
नाम
की
उस
बिल्ली
को
मलबे
से
निकाला
और
फिर
सेटिन
की
बांह
पकड़ी
और
उसे
भी
बाहर
सुरक्षित
निकाल
लाने
में
कामयाब
हुए।

Recommended
Video

Turkey
Earthquake:
तुर्की
भूकंप
की
चमत्कारी
तस्वीरें,
मौत
को
मात
देने
वाली
5
कहानी
|
वनइंडिया
हिंदी

सात साल की बच्ची मासूम भाई के लिए बनी ढाल

सात
साल
की
बच्ची
मासूम
भाई
के
लिए
बनी
ढाल

इसी
तरह
से
सात
साल
की
उस
बच्ची
का
चेहरा
भी
कोई
नहीं
भूल
सकता,
जो
भारी
पत्थर
के
बीच
दबे
होने
के
बावजूद
अपने
छोटे
भाई
के
लिए
शील्ड
बनकर
डटी
हुई
थी।
तब
उस
बच्ची
का
वीडियो
सोशल
मीडिया
पर
शेयर
करके
एक
युवक
ने
लिखा
था
कि
‘अपने
गिरे
हुए
घर
के
मलबे
में
दबे
होने
के
बावजूद
7
साल
की
सुंदर
सीरियाई
बच्ची
ने
अपने
छोटे
भाई
को
बचाने
के
लिए
अपना
हाथ
उसके
ऊपर
रखे
रहा।
दोनों
बहादुर
बच्चों
ने
इस
संघर्ष
को
जीत
लिया।’

इसे भी पढ़ें- तुर्की में हाहाकार के बीच इंडोनेशिया में फिर से आया शक्तिशाली भूकंप, 4 दिनों में धरती हिलने की ये तीसरी घटनाइसे
भी
पढ़ें-
तुर्की
में
हाहाकार
के
बीच
इंडोनेशिया
में
फिर
से
आया
शक्तिशाली
भूकंप,
4
दिनों
में
धरती
हिलने
की
ये
तीसरी
घटना

नर्सों
वाला
यह
वीडियो
है
वायरल

अस्पताल
वाले
वीडियो
में
दिख
रहा
है
कि
दो
नर्स
किस
तरह
से
भूकंप
के
दौरान
इन्क्यूबेटर
को
पकड़
कर
रखी
हुई
हैं
और
बीच
में
किसी
तरह
से
दो-दो
इन्क्यूबेटर
को
थामने
की
कोशिश
भी
कर
रही
हैं।
यह
वीडियो
सोशल
मीडिया
पर
खूब
शेयर
किया
जा
रहा
है
और
खबर
लिखने
तक
इसे
2
लाख
27
हजार
के
करीब
व्यूज
मिल
चुके
हैं।
आपदा
के
समय
सामने
वाले
ऐसे
वीडियो
मुश्किल
घड़ी
के
बावजूद
लोगों
को
जीने
का
नया
हौसला
देता
है।



Source link