आपको पता ही होगा कि वंदे भारत एक्सप्रेस एक अपग्रेडेड और हाई स्पीड ईएमयू है। अभी इस अपग्रेडेड ईएमयू में सीट लगा दिए गए हैं तो इसमें यात्री बैठते हैं। अब रेलवे की योजना है कि इसी अपग्रेडेड ट्रेन में यात्री के बजाए सामान ढोया जाए। इस बारे में रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे को एक चिट्ठी भेज दी है।
क्या है चिट्ठी में
रेलवे बोर्ड की चिट्ठी में कहा गया है कि रेलवे एक सुपरफास्ट पार्सल सर्विस (Super Fast Parcel Service) शुरू करने की तैयारी में है। इसके लिए जो माल गाड़ी बनेगी, उसे वंदे भारत के प्लेटफार्म पर तैयार किया जाएगा। यह माल गाड़ी 160 किलोमीटर के रफ्तार से दौड़ेगी। उल्लेखनीय है कि इस समय रेलवे की मालगाड़ी आमतौर पर 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती है।
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क्या है वंदे भारत एक्सप्रेस
वंदे भारत एक्सप्रेस दरअसल ट्रेन 18 का नया नाम है। यह भारत में बनी सेमी हाई स्पीड ट्रेन (Semi High Speed Train) है, जिसे यहीं डिजाइन किया गया है। इस ट्रेन का पहला परीक्षण 29 नवंबर 2018 को हुआ था। शुरू में यह यह ट्रेन 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी थी। बाद में इसकी स्पीड बढ़ती गई और अभी 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर परीक्षण हो चुका है।
किस रूट पर चलेगी फ्रेट ईएमयू
रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे के जीएम को कहा है कि वह रूट आइडेंटिफाई करें। देखें कि किस रूट पर वंदे भारत फ्रेट ईएमयू चलाना लाभप्रद रहेगा। इसके साथ ही इस फ्रेट ईएमयू का टाइम टेबल भी निर्धारित किया जाएगा। मतलब कि उसमें ढुलने वाला सामान तय समय में गंतव्य तक पहुंचेगा।