निवेशकों को बनाया करोड़पति
हम जिस शेयर की बात कर रहे हैं वो टाटा ग्रुप की कंपनी टाइटन (Titan) है। टाइटन कंपनी (Titan Shares) के शेयर पिछले एक साल से बेस बिल्डिंग मोड में हैं। हालांकि, टाटा समूह के स्टॉक ने जुलाई से अक्टूबर 2022 की अवधि के दौरान कुछ मजबूत उलट-फेर किए। लेकिन, टाइटन शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव उन लोगों के लिए मायने रखता है, जिन्होंने शॉर्ट टर्म के लिए शेयर में पोजीशन ली थी। लंबी अवधि के निवेशक इससे ज्यादा परेशान नहीं हो सकती है। इसकी वजह है कि पिछले 14 वर्षों में टाइटन शेयर की कीमत ₹40 से बढ़कर ₹2,470.50 के स्तर पर पहुंच गई है। जिन लोगों ने 2011 के बाद टाइटन के शेयर खरीदे, उन्हें समय के साथ कंपनी द्वारा घोषित लाभांश का अतिरिक्त लाभ मिल सकता था, लेकिन जिन्होंने 2011 से पहले इस टाटा कंपनी के शेयर को खरीदा था, उन्हें उस कंपनी के एक शेयर विभाजन और एक बोनस शेयर जारी करने का लाभ मिल रहा है।
इस तरह 1 लाख के हुए 12 करोड़
टाइटन कंपनी के शेयर 20 फरवरी 2009 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई में 38.20 रुपये के स्तर पर थे। अगर किसी ने इस दौरान टाइटन कंपनी के शेयरों में एक लाख रुपये का निवेश किया होता तो उसे करीब 2,600 शेयर मिलते। कंपनी ने जून 2011 में 1:1 के रेशियो में स्टॉक स्प्लिट किया है। ऐसे में निवेशकों के पास कुल 52 हजार शेयर होते। टाइटन के शेयर 10 फरवरी 2023 को बीएसई में 2468 रुपये के स्तर पर बंद हुए थे। इस हिसाब से देखें तो साल 2009 में एक लाख रुपये का निवेश करने वालों के शेयरों की कीमत बढ़कर अभी 12.35 करोड़ रुपये हो गई है।