इस भारतीय के हाथों में विदेशी कॉफी चेन स्टारबक्स की कमान


नई दिल्ली: पॉपुलर कॉफीहाउस चेन स्टारबक्स (Starbucks) के नए सीईओ लक्ष्मण नरसिम्हन (Laxman Narasimhan)ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। भारतीय मूल के लक्ष्मण नरसिम्हन को स्टारबक्स का नया सीईओ बनाया गया है। बीते साल ही इसकी घोषणा की गई थी। लक्ष्मण नरसिम्हन हॉवर्ड शुल्त्स की जगह लेंगे। 55 साल के नरसिम्हन पर कंपनी के एक्सपेंशन और टर्नओवर बढ़ाने, कंपनी के विस्तार जैसी अहम जिम्मेदारी होगी। उनके कंधों पर कंपनी को बढ़ाने की जिम्मेदारी है। वहीं कंपनी पर निवेशकों के भरोसे को मजबूत करने की अहम जिम्मेदारी है। नरसिम्हन के पास वर्ल्ड की टॉप कंपनियों में काम का लंबा अनुभव है। इससे पहले वो एमएनसी रेकिट (Reckitt) के सीईओ रह चुके हैं।

कौन हैं लक्ष्मण नरसिम्हन?

15 अप्रैल 1967 में पुणे में जन्में नरसिम्हन की शुरुआती पढ़ाई पुणे में ही हुई। उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। इसके बाद वो आगे की स्टडी के लिए पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी चले गए। उन्होंने वहां से बिजनस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स किया। उन्होंने साल 2019 में रेकिट ज्वाइन किया है। कंपनी के साथ उन्होंने लंबे वक्त तक काम किया। कंपनी के ग्रोथ में उनका अहम रोल रहा है।


144 करोड़ रुपये की सैलरी

बीते साल नरसिम्हन उस वक्त चर्चा में आए थे, जब उनकी सैलरी का खुलासा हुआ था। द गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक स्टारबक्स के सीईओ के तौर पर उनकी सैलरी 17.5 मिलियन डॉलर यानी 1,44,71,10,875 रुपये होगी। उनकी बेसिक सैलरी 1.3 मिलियन डॉलर होगी। इसके साथ ही उनकी सैलरी की 200 फीसदी राशि के बराबर उन्हें एनुअल इंसेन्टिव दिया जाएगा। इतना ही नहीं उन्हें अपनी पुरानी कंपनी को छोड़ने के कारण जो नुकसान होगा, उसके मुआवजे के तौर पर उन्हें 1.6 मिलियन डॉलर यानी करीब 12.74 करोड़ रुपये बोनस के तौर पर मिलेगा। इसके अलावा रेकिट के बोनस छोड़ने के कारण हुए नुकसान के बदले 9.3 मिलियन डॉलर के शेयर मिलेंगे। उनकी सैलरी उनकी पुरानी कंपनी रेकिट से ढाई गुणा ज्‍यादा है। वहां उन्‍हें सीईओ के रूप में 55 करोड़ रुपये सालाना वेतन मिल रहा था।
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बड़ी कंपनियों में नेतृत्व का अनुभव

नरसिम्हन के पास रेकिट, पेप्सीको, मैकिन्जी एंड कंपनी जैसी बड़ी कंपनियों में काम का अनुभव है। उन्होंने 2012 से 2019 तक पेप्सीको में बतौर चीफ ग्लोबल फाइनेंशियल ऑफिसर के तौर पर काम किया। वहीं मैकिन्जी एंड कंपनी कान करते हुए अमेरिका, एशिया में कंपनी के विस्तार में अहम भूमिका निभाई। उनके पास ईकॉमर्स में काम करने का 30 साल का लंबा अनुभव है।

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