आठ शहरों में आया उछाल
CREDAI Housing Price Tracker Q2 Report के मुताबिक साल 2022 की दूसरी तिमाही के दौरान देश के टॉप आठ शहरों (दिल्ली-एनसीआर, एमएमआर, कोलकाता, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु और अहमदाबाद) में आवासीय मांग में उछाल आया है। कुछ तो मांग बढ़ने का कारण है जबकि कुछ महंगाई का असर है। इसलिए मकानों की कीमत 10 फीसदी तक बढ़ गये हैं। इस दौरान अनसोल्ड इनवेंटरी में थोड़ी कमी आई है। क्रेडाई के मुताबिक इस समय मकानों की कीमत महामारी के पहले के स्तर से ज्यादा हो गया है।
सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दिल्ली एनसीआर में
क्रेडाई के मुताबिक इस साल दूसरी तिमाही के दौरान मकानों की कीमत में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र या एनसीआर में दिखी है। इस बाजार में मकान की कीमतों में साल दर साल आधार पर 10 फीसदी की बढ़ोतरी दिखी है। इसके बाद अहमदाबाद में 9 फीसदी और हैदराबाद में 8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कोलकाता में मकान आठ फीसदी जबकि पुणे में मकान पांच फीसदी महंगे हुए हैं। बेंगलुरू में मकानों की कीमतों में चार फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जबकि चेन्नई में एक फीसदी बढ़ोतरी हुई है। एमएमआर में मकानों की कीमत में एक फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
मकान बिक्री की रफ्तार अभी भी तेज
रिपोर्ट का कहना है कि पिछले साल के आखिरी महीनें के दौरान मकानों की बिक्री में जो उछाल आया था, वह अभी भी जारी है। इस समय बाजार में जो पुरानी इंवेंट्री है, वह आकर्षक मूल्य पर मिल रही है। इसलिए लोग इसे खरीदने के लिए आगे आ रहे हैं। हालांकि पिछली कुछ तिमाहियों में मकानों के दाम बढ़े हैं। इस बीच नए लॉन्चेस भी बढ़े हैं। तब भी ज्यादातर शहरों में अनसोल्ड इनवेंटरी की संख्या घटी है।
सबसे ज्यादा अनसोल्ड इंवेंट्री कम हुई इस शहर में
बेंगलुरु में अनसोल्ड इनवेंटरी में वर्ष-दर-वर्ष सबसे ज्यादा 21 फीसदी की कमी आई है, जिसका कारण ज्यादा बिक्री है। केवल हैदराबाद, एमएमआर और अहमदाबाद में अनसोल्ड इनवेंटरी की संख्या बढ़ी है, क्योंकि वहां नए लॉन्चेस बहुत ज्यादा हुए हैं। अनसोल्ड इनवेंटरी में मुंबई और एमएमआर का हिस्सा अब भी सबसे ज्यादा 36 फीसदी है। इसके बाद दिल्ली-एनसीआर 14 फीसदी और पुणे में 13 फीसदी पर हैं।
ब्याज दर में बढ़ोतरी से मांग पर पड़ सकता है असर
क्रेडाई के नेशनल प्रेसिडेंट हर्ष वर्द्धन पटोदिया का कहना है महंगाई पर लगाम लगाने के लिए रिजर्व बैंक लगातार रेपो रेट्स बढ़ा रहा है। इसके बाद बैंक भी होम लोन समेत तमाम तरह के लोन्स की ब्याज दर बढ़ाते जा रहे हैं। इसलिए देश के विभिन्न शहरों में मकानों के मूल्य दो से पांच फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। उनका कहना है कि बैंकों की बढ़ती ब्याज दरों के कारण मांग में थोड़ी कमी दिख सकती है।