भावुक दिखे गोपीनाथन 22 सालों तक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और छह सालों तक कंपनी के सीईओ के तौर पर काम करने के बाद इसे छोड़ना आसान फैसला नहीं था। उन्होंने कहा कि ये 22 साल मेरे लिए बेहद रोमांचक रहे हैं। मैंने इन 22 सालों का पूरी तरह से आनंद लिया है, काफी कुछ सीखा है। टीसीएस जैसी कंपनी का नेतृत्व किसी अपेन आप में बड़ी सफलता है। इतने लंबे करियर के बाद कंपनी को छोड़ना मेरे लिए मिलाजुला असर है। मेरे मन में मिक्स फिलिंग हैं। मीडिया से बात करते हुए राजेश थोड़े भावुक दिखे। कंपनी के लिए उनके दिल में जो भावनाएं हैं वो उनके चेहरे पर दिख रही थीं। हो भी क्यों ना, उन्होंने लंबे वक्त तक कंपनी के साथ उनका जुड़ाव रहा है। उन्होंने कहा कि बीते 48 घंटों का अनुभव मेरे लिए बिल्कुल अलग है। आगे मैं क्या करूंगा कुछ भी पता नहीं है।
कॉलेज के बाद आज तक नहीं बनाया रिज्यूम
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज तक मैंने रिज्यूम नहीं बनाया। कैम्पस के बाद अबतक उन्होंने कभी भी रिज्यूम नहीं बनाया। मीडिया को लेकर उन्होंने दिल की बात कही। गोपीनाथन ने कहा कि जब भी मुझे कंपनी के संबंध में मीडिया से बात करना पड़ता था, वो मेरे लिए सबसे कठिन काम होता था, लेकिन अब मैं काफी हल्का महसूस कर रहा हूं। उन्होंन टीसीएस छोड़ने के सवाल पर कहा कि मेरे दिमाग में कुछ आइडिया है, आने वाले दिनों में उसपर काम करने वाला हूं। उन्होंने कहा कि टीसीएस छोड़ना मेरे लिए उतार-चढ़ाव का हिस्सा है।
पांचवें सबसे अधिक वेतन पाने वाले आईटी CEO
राजेश गोपीनाथन टीसीएस के ब़स के तौर पर सबसे ज्यादा सैलरी पान वाले सीईओ की लिस्ट में पांचवे नंबर पर थे। टीसीएस में उनकी सैलरी 25.75 करोड़ रुपये थे। साल 2021-22 में उनकी सैलरी में 26.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। टीसीएस से गोपीनाथन का इस्तीफा एक बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।