PM Modi in Tripura: पूर्वोत्तर में चुनाव, प्रधानमंत्री बोले- ‘रेड सिग्नल’ हटाकर लोगों ने चुनी ‘डबल इंजन सरकार’


पूर्वोत्तर भारतीय प्रदेश त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुंचे प्रधानमंत्री ने लेफ्ट को उखाड़ फेंकने का श्रेय जनता को दिया।

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oi-Jyoti Bhaskar

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PM Modi in Tripura

PM
Modi
in
Tripura:
त्रिपुरा
दौरे
पर
पीएम
मोदी
ने
बीजेपी
के
पक्ष
में
चुनाव
प्रचार
किया।
उन्होंने
कहा,
हमने
त्रिपुरा
में
शांति
और
कानून
का
शासन
स्थापित
किया।
यह
इस
बात
से
स्पष्ट
है
कि
चुनाव
प्रचार
के
दौरान
सभी
पार्टियों
के
झंडे
दिखाई
देते
हैं।
उन्होंने
कहा,
पहले
के
समय
एक
ही
पार्टी
हुआ
करती
थी।
त्रिपुरा
के
लोगों
ने
‘रेड
सिग्नल’
हटाकर
‘डबल
इंजन
सरकार’
चुनी
है।

दरअसल,
त्रिपुरा
में
विधानसभा
चुनाव
नजदीक
आने
के
बीच
बीजेपी
चुनाव
प्रचार
में
पूरी
ताकत
झोंक
रही
है।
गृह
मंत्री
शाह
और
पार्टी
प्रमुख
जेपी
नड्डा
के
बाद
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
सोमवार
को
अगरतला
में
एक
जनसभा
को
संबोधित
किया।
कांग्रेस-वाम
गठबंधन
पर
निशाना
साधते
हुए
कहा
कि
उन्होंने
राज्य
को
विनाश
के
कगार
पर
धकेल
दिया
है।

पीएम
मोदी
ने
कहा,
“विकास
के
लिए
पहली
शर्त
कानून
और
व्यवस्था
का
शासन
है।
कम्युनिस्ट
शासन
ने
त्रिपुरा
को
विनाश
के
कगार
पर
पहुंचा
दिया
था।
त्रिपुरा
के
लोग
उस
अराजक
स्थिति
को
कभी
नहीं
भूल
सकते
हैं
जिसमें
कैडर
ने
जीवन
के
हर
पहलू
को
बंधक
बना
लिया
था।
वामपंथियों
ने
त्रिपुरा
के
लोगों
को
गुलाम
और
खुद
को
राजा
के
रूप
में
रखा।

पीएम
ने
आगे
कहा
कि
राज्य
में
विपक्षी
गठबंधन
कभी
भी
त्रिपुरा
का
विकास
नहीं
करेगा।
उन्होंने
कहा,
“वामपंथी
और
कांग्रेस
त्रिपुरा
के
लोगों
को
गरीब
बनाए
रखना
चाहते
हैं।
उनका
केवल
एक
ही
एजेंडा
है,
अपना
खजाना
भरना।”
बीजेपी
के
लिए
त्रिपुरा
की
चुनौती
कितनी
गंभीर
है,
इसका
अंदाजा
इसी
से
लगाया
जा
सकता
है
कि
एक
सप्ताह
के
भीतर
प्रधानमंत्री
का
दूसरा
दौरा
हुआ।
16
फरवरी
को
मतदान
के
बाद
वोटों
की
गिनती
दो
मार्च
को
होगी।

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पीएम
मोदी
ने
भारी
अंतर
से
चुनाव
जीतने
का
भरोसा
जताते
हुए
कहा
कि
उनकी
पार्टी
‘बदलाव’
की
राजनीति
करती
है,
‘बदले’
की
नहीं।
उन्होंने
कहा,
हम
जनहित
और
राष्ट्रहित
की
राजनीति
करते
हैं।
इसलिए
इस
बार
बीजेपी
पिछली
बार
से
ज्यादा
वोटों
के
साथ
वापसी
करेगी।
उन्होंने
माकपा
पर
प्रहार
किया
और
दोनों
पार्टियों
पर
हर
चुनाव
से
पहले
राजनीतिक
विरोधियों
की
“हत्या”
करने
का
गंभीर
आरोप
भी
लगाया।
पीएम
ने
यह
भी
कहा,
“कम्युनिस्टों
ने
तीन
दशकों
तक
त्रिपुरा
पर
शासन
किया
और
हर
चुनाव
से
पहले
राजनीतिक
विरोधियों
को
मार
डाला।

बकौल
प्रधानमंत्री
मोदी,
त्रिपुरा
में
भाजपा
की
सरकार
पिछले
25-30
वर्षों
के
कम्युनिस्ट
शासन
के
दौरान
खोदे
गए
गड्ढे
को
भरने
के
लिए
दिन-रात
काम
कर
रही
है।”
त्रिपुरा
में
भाजपा
सरकार
की
प्रमुख
योजनाओं
पर
प्रकाश
डालते
हुए,
पीएम
ने
कहा
कि
उनके
शासन
में
त्रिपुरा
को
एक
बौद्ध
विश्वविद्यालय,
राष्ट्रीय
फॉरेंसिक
साइंस
यूनिवर्सिटी,
डेंटल
कॉलेज
और
कैंसर
अस्पताल
मिला।
उन्होंने
कहा,
पीएम
किसान
सम्मान
निधि
डबल
इंजन
सरकार
का
एक
और
उदाहरण
है।
अब
तक
त्रिपुरा
के
किसानों
को
500
करोड़
रुपये
से
अधिक
का
अनुदान
दिया
जा
चुका
है।

उन्होंने
दावा
किया
कि
किसानों
के
लिए
न्यूनतम
समर्थन
मूल्य
(एमएसपी)
के
लिए
हमारे
प्रयासों
के
साथ
भी
ऐसा
ही
है।
हमने
विश्वकर्मा
सहित
गरीबों
को
भी
वित्त
प्रणाली
और
बैंकिंग
से
जोड़ा
है।”
त्रिपुरा
में
एक
भी
ऐसा
परिवार
नहीं
है
जिन्हें
भाजपा
की
नीतियों
से
लाभ
नहीं
मिला
हो।

प्रधानमंत्री
ने
कहा,
अगरतला
उत्तर
पूर्व
में
अंतरराष्ट्रीय
व्यापार
का
प्रवेश
द्वार
बन
गई
है।
मैत्री
पुल
के
माध्यम
से
बंदरगाह
शहर
से
जुड़ने
के
बाद
इस
क्षेत्र
में
अंतरराष्ट्रीय
व्यापार
का
सबसे
बड़ा
बाजार
बन
जाएगा।
पीएम
मोदी
ने
कहा,
“त्रिपुरा
हवाईअड्डे
पर
उतरने
के
बाद,
लोग
इस
तरह
के
आधुनिक
बुनियादी
ढांचे
से
हैरान
दिखते
हैं।
नए
राजमार्ग
और
ग्रामीण
सड़कों
का
निर्माण
किया
जा
रहा
है,
त्रिपुरा
में
नई
रेलवे
लाइनें
बिछाई
जा
रही
हैं।”
उन्होंने
अपने
खास
अंदाज
में
लेफ्ट
को
उखाड़
फेंकने
के
बारे
में
कहा
कि
त्रिपुरा
के
युवकों
और
महिलाओं
ने
‘चंदा’
और
‘झंडा’
को
रेड
कार्ड
दिखाया
है.

उन्होंने
कहा,
“त्रिपुरा
के
युवाओं
और
महिलाओं
ने
चंदा
और
झंडा
कंपनी
को
लाल
कार्ड
दिखाया
है।
त्रिपुरा
के
लोग
पहले
ही
घोषणा
कर
चुके
हैं
कि
वे
पूर्ण
बहुमत
के
साथ
‘सबका
साथ
सबका
विकास’
की
सरकार
चाहते
हैं।”
बता
दें
कि
पिछले
हफ्ते
बीजेपी
के
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
जेपी
नड्डा
और
त्रिपुरा
के
मुख्यमंत्री
माणिक
साहा
ने
पार्टी
का
चुनावी
घोषणा
पत्र
जारी
किया
था।

बता
दें
कि
त्रिपुरा
में
विधानसभा
चुनाव
2023
के
लिए
तीन
दिनों
के
बाद
मतदान
होना
है।
16
फरवरी
को
वोटिंग
में
60
विधानसभा
सीटों
वाले
त्रिपुरा
में
भारतीय
जनता
पार्टी
की
सरकार
की
कड़ी
परीक्षा
होगी।

2018
के
विधानसभा
चुनाव
की
तरह
इस
चुनाव
में
भी
कांग्रेस
और
लेफ्ट
मिलकर
चुनाव
लड़ने
जा
रहे
हैं।
हालांकि
इन
दोनों
दलों
को
टीएमसी
से
कड़ी
चुनौती
मिल
सकती
है,
क्योंकि
ममता
बनर्जी
की
पार्टी
भी
त्रिपुरा
में
मजबूती
से
पैर
जमा
रही
है।

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दावा,
80
साल
के
आदमी
को
60
साल
से
नहीं
आई
नींद,
बीवी-बच्चे
बोले-
कभी
सोते
नहीं
देखा

English summary

PM Modi in Tripura People removed red signal with double engine govt





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