निवेशकों को चिंता करने की जरूरत नहीं
न्यूज एजेंसी पीटीआई के साथ एक इंटरव्यू में,बाबा रामदेव ने अपने निवेशकों और शेयरधारकों को आश्वस्त किया है। उन्होंने कहा कि इनवेस्टर्स को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इस कदम से पतंजलि फूड्स लिमिटेड (PFL) के संचालन और वित्तीय प्रदर्शन आदि पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। रामदेव का कहना है कि सेबी के दिशानिर्देशों के अनुसार 8 अप्रैल, 2023 तक प्रोमोटर्स के शेयर पहले से ही लॉक-इन में हैं। यह तारीख लिस्टिंग की तारीख से एक वर्ष बाद की है। अभी जो स्टॉक एक्सचेंजों ने प्रोमोटर्स के शेयर्स को फ्रिज किया है, उससे कंपनी की कार्यप्रणाली या इसके कारोबार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
बृजभूषण सिंह के निशाने पर फिर बाबा रामदेव, बता दिया नकली फूड बेचने वालों का सम्राट
दूसरे एफपीओ में बिकेगी छह फीसदी हिस्सेदारी
रामदेव का कहना है कि चालू वित्त वर्ष खत्म होते ही दूसरे एफपीओ की प्रक्रिया चालू हो जाएगी। दूसरे एफपीओ में कितने शेयर बेचे जाएंगे, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ‘हम करीब छह फीसदी हिस्सेदारी बेच रहे हैं। इस बारे में कोई सवाल नहीं है।’ दूसरे एफपीओ में हुई देरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि देरी इसलिए हुई क्योंकि बाजार की स्थिति अनुकूल नहीं थी।
सेबी का नियम पूरा करना होगा
शेयर बाजार के नियामब सेबी के नियमों को पूरा करने के लिए पतंजलि फूड्स को दूसरा एफपीओ लाना पड़ रहा है। सेबी नियमों के मुताबिक किसी भी लिस्टेड कंपनी में न्यूनतम पब्लिक होल्डिंग 25 फीसदी होनी चाहिए। बीते दिसंबर अंत तक पतंजलि फूड्स में पब्लिक शेयरहोल्डिंग 19.18 फीसदी थी। मतलब कि सेबी का मानदंड पूरा करने के लिए करीब छह फीसदी शेयरों को डाल्यूट करना होगा।
कंपनी का पुराना नाम था रुचि सोया
पतंजलि फूड्स का नाम पहले रुचि सोया इंडस्ट्रीज (Ruchi Soya Industries) था। बाबा रामदेव ने इस कंपनी को इनसॉल्वेंसी प्रोसेस से खरीदा था। दरअसल, दिसंबर 2017 में एनसीएलटी ने इसके खिलाफ इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग शुरू की थी। जुलाई 2019 में ट्रिब्यूनल ने पंतजलि आयुर्वेद के रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दी थी। रिजॉल्यूशन प्लान को लागू होने के बाद कंपनी में पब्लिक शेयरहोल्डिंग घटकर 1.1 फीसदी रह गई थी। हालांकि, पतंजलि फूड्स मार्च 2022 में फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर लाई थी। इसके जरिए 6.62 करोड़ बेचे गए थे। इससे कंपनी में पब्लिक शेयरहोल्डिंग बढ़कर 19.18 फीसदी हो गई थी। लेकिन, इसके बाद कंपनी ने इसे 25 फीसदी ले जाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए हैं।
21 शेयर एंटिटीज के शेयर हुए हैं फ्रीज
बुधवार को पजंजलि फूड्स ने एक बयान में बताया था कि 21 प्रमोटर एंटिटीज के शेयरों को फ्रीज किया गया है। पतंजलि फूड्स में सबसे ज्यादा, 39.4 फीसदी की हिस्सेदारी पतंजलि आयुर्वेद Patanjali Ayurved की है। इसके अलावा कंपनी के पतंजलि आयुर्वेद के एमडी आचार्य बालकृष्ण Acharya Balkrishna के भी शेयर फ्रीज हैं। बताया जाता है कि जब तक कंपनी सेबी के नियमों को पूरा नहीं करती है तब तक ये शेयर फ्रीज रहेंगे।