NITI Aayog: कौन हैं बीवीआर सुब्रमण्यम जिन्हें बनाया गया है नीति आयोग का नया सीईओ


नई दिल्ली: भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी बीवीआर सुब्रमण्यम को नीति आयोग (NITI Aayog) का नया सीईओ नियुक्त किया गया है। वह परमेश्वरन अय्यर का स्थान लेंगे, जिन्हें विश्व बैंक का एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (ED) नियुक्त किया गया है। छत्तीसगढ़ कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी सुब्रमण्यम 30 सितंबर को सेवानिवृत्ति के बाद दो साल के अनुबंध पर भारत व्यापार संवर्धन संगठन (ITPO) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (MD) के तौर पर नियुक्त थे। कार्मिक मंत्रालय के सोमवार को जारी आदेश के अनुसार, मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने सुब्रमण्यम की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। उनकी नियुक्ति पदभार ग्रहण करने की तारीख से दो साल के लिए की गई है। सुब्रमण्यम कई प्रशासनिक पदों पर काम कर चुके हैं। वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पर्सनल सेक्रेटरी भी रहे थे।

नीति आयोग के सीईओ के तौर पर काम कर रहे अय्यर को विश्व बैंक मुख्यालय में तीन साल के लिए कार्यकारी निदेशक के तौर पर नियुक्त किया गया है। विश्व बैंक का मुख्यालय वॉशिंगटन डीसी, अमेरिका में है। सरकारी आदेश में कहा गया कि अय्यर 1988 बैच के आईएएस अधिकारी राजेश खुल्लर का स्थान लेंगे, जिन्हें उनके कैडर राज्य हरियाणा में वापस भेज दिया गया है। अय्यर 24 जून, 2022 को दो साल के लिए नीति आयोग के सीईओ नियुक्त किए गए थे। एक अन्य आदेश में, राजेश राय को सरकारी उपक्रम आईटीआई लिमिटेड में पांच वर्ष के लिए चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के तौर पर नियुक्त किया गया है। राय इस समय महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) के महाप्रबंधक हैं।

कौन हैं सुब्रमण्यम

सुब्रमण्यम मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं और उनके पास इंजीनियरिंग की डिग्री है। साथ ही उन्होंने लंदन बिजनस स्कूल से मैनेजमेंट की डिग्री भी ली है। 2004 से 2006 तक वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के प्राइवेट सेक्रेटरी रहे। कुछ समय वर्ल्ड बैंक में बिताने के बाद वह 2012 में पीएमओ में लौटे थे। उन्होंने साल 2015 तक पीएमओ में काम किया था। उसके बाद वह छत्तीसगढ़ लौट गए थे। वहां वह पहले प्रिंसिपल सेक्रेटरी बने और फिर उन्हें एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (गृह) बनाया गया। साल 2018 में सुब्रमण्यम को जम्मू-कश्मीर का चीफ सेक्रेटरी बनाया गया। उनके कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म किया गया था और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटा गया था। पीटीआई के मुताबिक सुब्रमण्यम उन चंद अधिकारियों में शामिल थे जिन्हें जम्मू-कश्मीर के बारे में केंद्र के फैसले की पहले से जानकारी थी। बाद में उन्हें कॉमर्स सेक्रेटरी बनाया गया था।



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