Musk Twitter Deal : मस्क ने ट्विटर डील तोड़ने की बताई एक नई वजह, जानिए अब क्या है मामला


नई दिल्ली : एलन मस्क (Elon Musk) और ट्विटर डील (Twitter Deal) का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति मस्क ने ट्विटर डील तोड़ने के पीछे एक और बड़ा कारण बताया है। टेस्ला के सीईओ मस्क ने कहा कि ट्विटर का व्हिसल ब्लोअर को पेमेंट डील को तोड़ने का बड़ा कारण है। मस्क ने कहा कि ट्विटर का एक पूर्व कर्मचारी जो व्हिसल ब्लोअर बन गया था, उसे लाखों डॉलर का भुगतान किया था। यह एक बड़ा कारण था, जिसके चलते मस्क ने ट्विटर को खरीदने की 44 अरब डॉलर की डील को रद्द कर दिया। मस्क का यह बयान वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के बाद आया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्विटर ने एक विवाद के निपटारे के लिए व्हिसल ब्लोअर को सात मिलियन डॉलर भुगतान करने का फैसला लिया है।

भुगतान से पहले नहीं ली सहमति
ट्विटर को लिखे एक पत्र में एलन मस्क के वकीलों ने कहा,‘पीटर जटको (व्हिसलब्लोअर) और उनके वकीलों को 7.75 मिलियन डॉलर का भुगतान करने से पहले ट्विटर ने उनकी सहमति नहीं ली। इससे मर्जर एग्रीमेंट का उल्लंघन हुआ है। जटकों को हुए 7 मिलियन डॉलर सहित इस भुगतान के कदम को ठीक नहीं किया जा सकता। इसलिए मस्क के लिए इस डील को पूरा करना जरूरी नहीं था।
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फर्जी अकाउंट्स भी एक बड़ा कारण
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ ने एलन मस्क ने ट्विटर के साथ डील तोड़ने की घोषणा करते हुए कहा था कि ट्विटर पर ‘बॉट्स, स्पैम और फर्जी अकाउंट’ हैं, जिस कारण उन्हें यह डील तोड़नी पड़ रही है। मस्क ने मंगलवार को यह भी कहा था कि उनके ट्वीट पर 90 फीसदी कमेंट्स असल में बॉट या स्पैम रिप्लाई हैं।

डील तोड़ने के पीछे बताया था भारत कनेक्शन
इससे पहले एलन मस्क ने ट्विटर डील तोड़ने के पीछे भारत कनेक्शन का भी जिक्र किया था। उन्होंने कोर्ट को बताया था कि ट्विटर भारत सरकार के खिलाफ जोखिम भरे मुकदमे का खुलासा करने में विफल रही। मस्क ने साथ ही यह दावा भी किया कि ट्विटर ने भारत सरकार के खिलाफ जाकर दुनिया के तीसरे सबसे बड़े बाजार को खतरे में डाल दिया था। मस्क ने डेलावेयर अदालत में एक काउंटरसूट में यह दावा भी किया था कि ट्विटर ने उन्हें कई चीजों के बारे में अंधेरे में रखा। डील के समय उन्हें भारत में चल रहे डेवलपमेंट के बारे में नहीं बताया गया था। कोर्ट के दस्तावेजों के अनुसार, मस्क ने कहा कि ट्विटर को भारत में स्थानीय कानून का पालन करना चाहिए। वहीं, ट्विटर ने कोर्ट को बताया है कि मस्क के पास कंपनी के बारे में पूरी जानकारी थी।
(रॉयटर्स के इनपुट के साथ)



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