गोयनका से जब एक मीडिया ग्रुप के कार्यक्रम में कहा कि वह किसी अपना प्रेरणास्रोत मानते हैं, तो उन्होंने बिना समय गंवाए मुकेश अंबानी का नाम लिया। गोयनका ने कहा, ‘मुकेश अंबानी को प्रेरणास्रोत मानने के कई कारण हैं। उनका एक्जीक्यूशन, स्किल, कंपेशन और लोगों तक पहुंचने की क्षमता अद्भुत है। देश में कम ही लोग हैं जो उनकी तरह सोच सकते हैं। अगर हम लेशमात्र भी उनकी तरह सोचना शुरू कर दें तो कमाल हो जाएगा।’ मुकेश अंबानी देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन हैं।
मोदी सरकार की तारीफ
आरपीएसजी ग्रुप के चेयरमैन ने इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार के कदमों की तारीफ करते हुए कहा कि इस सरकार ने इंडस्ट्री और उद्यमियों को बड़ा सोचने के लिए प्रेरित किया है। कारोबार को आसान बनाया है और उद्योगपतियों को कारोबार बढ़ाने और दुनिया में लीडरशिप के बारे में सोचने के लिए प्रेरणा दी है। उन्होंने कहा कि उनके ग्रुप ने पिछले कुछ साल में बीपीओ, आईटीईएस, एफएमसीजी, आयुर्वेद और स्पोर्ट्स में अपने पोर्टफोलियो का विस्तार किया है। उन्होंने कहा कि एफएमसीजी में शुरुआत करना सबसे मुश्किल था।
आईपीएल की लखनऊ टीम को खरीदने के लिए भारीभरकम बोली लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई जोखिम नहीं था। टीम पहले ही एडिशन में प्लेऑफ में पहुंची और इसने अपने वैल्यूएशन को जस्टिफाई किया है। उन्होंने कहा कि हाल में अमेरिका के एक बड़े फंड ने आकर्षक वैल्यूएशन के साथ इसमें दिलचस्पी दिखाई थी लेकिन हम इसे बेचना नहीं चाहते हैं। लेकिन इससे साबित होता है कि टीम की वैल्यू हमारी बिड से काफी ऊपर जा चुकी है। उन्होंने कहा कि आईपीएल का अगला संस्करण 31 मार्च से शुरू हो रहा है और हमारा फोकस इस पर है।
कौन हैं संजीव गोयनका
संजीव गोयनका देश के जाने माने उद्योगपतियों में शामिल हैं। उनके आरपी- संजीव गोयनका ग्रुप का कारोबार कई क्षेत्रों में फैला है। इनमें पावर, कार्बन ब्लैक, आईटीईएस, कंज्यूमर एंड रिटेल, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, स्पोर्ट्स, एजुकेशन एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर और नेचुरल रिसोर्सेज शामिल हैं। इस ग्रुप में 50 हजार से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। संजीव गोयनका RP-संजीव गोयनका ग्रुप के चेयरमैन हैं। साल 2001 में वह CII के अध्यक्ष बने थे। वह आईआईटी खड़गपुर में बोर्ड ऑफ गवर्नर के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री व्यापार और उद्योग परिषद के सदस्य भी रहे हैं।