Layoffs : कंपनियों में धड़ाधड़ हो रही छंटनी, क्या आप फाइनेंशियली तैयार हैं? 5 पॉइंट्स से समझिए


नई दिल्ली : आईटी सेक्टर (IT Sector) के कर्मचारियों में इस समय खलबली मची हुई है। दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनियों ने पिछले दो हफ्तों में जमकर छंटनी (Layoffs) की है। हजारों कर्मचारी अपनी नौकरी खो चुके हैं। ग्लोबल इकनॉमिक आउटलुक सही नहीं होने के चलते ये कंपनियां छंटनी कर रही हैं। पहले ट्विटर (Twitter) ने अपने आधे कर्मचारियों का बाहर का रास्ता दिखाया। भारत में तो ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क (Elon Musk) ने 90 फीसद से अधिक कर्मचारियों को हटा दिया। इसके बाद मेटा (Meta) में छंटनी शुरू हुई। मेटा ने अपने 13 फीसदी स्टाफ की छंटनी कर दी। इसमें करीब 11,000 से अधिक कर्मचारी शामिल हैं। ऐमजॉन (Amazon) से भी छंटनी की खबरें आईं। रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐमजॉन ने अपनी पूरी रोबोटिक्स टीम को पिंक स्लिप दे दी। भारत में भी देश की सबसे बड़ी ed-tech कंपनी बायजूस ने छंटनी की घोषणा की है।

हायरिंग फ्रीज कर चुकी हैं कंपनियां
रिपोर्ट्स के अनुसार, आने वाले महीनों में कई कंपनियां छंटनी शुरू कर सकती हैं। बहुत सारी कंपनियां पहले ही हायरिंग फ्रीज कर चुकी हैं। यह स्थिति किसी के साथ भी आ सकती है। इसलिए एक कर्मचारी को पहले से ही वित्तीय तौर पर तैयार रहना चाहिए। आइए जानते हैं कि आपको क्या करना है।

इमरजेंसी फंड (Emergency Fund)

कर्मचारियों को हमेशा यह सुझाव दिया जाता है कि वे छह महीने से लेकर एक साल तक का इमरजेंसी फंड बनाकर रखें। मान लीजिए आपकी जॉब (Job) चली जाती है, तो आप कुछ महीनों के लिए इस पैसे पर निर्भर रह सकते हैं। इतने समय में आप आसानी से कोई दूसरी जॉब खोज सकते हैं। इस इमरजेंसी फंड को सेविंग अकाउंट्स जैसी जगहों पर रखना चाहिए, जिससे जरुरत पड़ने पर तुरंत निकाला जा सके।

हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance)
एक कर्मचारी को कंपनी द्वारा दिये गए हेल्थ इंश्योरेंस पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। इसके पीछे काफी बड़ी वजह है। मान लीजिए आपकी जॉब चली जाती है, तो आप इस इंश्योरेंस का फायदा नहीं उठा पाएंगे। ऐसे में अगर कोई हेल्थ इमरजेंसी आ गई, तो आपको अपनी जेब से पैसा खर्च करना होगा और यह आपकी वित्तीय स्थिति को काफी बिगाड़ सकता है। इसलिए हमेशा यह सलाह दी जाती है कि अपने और अपने परिवार के लिए पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस लेकर रखें।

नया कर्ज लेने से बचें (Avoid new debt)
जॉब चली जाने के बाद आपको एक चीज से जरूर बचना होगा। आपको ऐसे समय में लोन लेने से बचना होगा। लोग अक्सर पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड पर लोन ले लेते हैं। शॉर्ट टर्म में पैसों से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए ये लोन लेना आसान लगता है। लेकिन याद रखें कि इन पर ब्याज दर काफी अधिक होती है।
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सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट को रोकें (Reduce optional expenses)

जब आपके पास रेगुलर इनकम होती है, तो आप सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट में काफी पैसा खर्च करते हैं। हो सकता है हर महीने आपके बैंक अकाउंट्स से कुछ पैसे अलग-अलग इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट्स में ऑटो डेबिट होते हों। लेकिन जॉब जाने के बाद आप इसे अफोर्ड नहीं कर पाएंगे। ऐसे में आप अपनी सेविंग्स या इन्वेस्टमेंट में योगदान को बंद कर सकते हैं।

बजट बनाएं (Budgeting)
जॉब जाते ही हमारी नियमित आय बंद हो जाती है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपने मंथली खर्चों को कम करें। आप बाहर डिनर करने, हॉल में मूवी देखने जैसे खर्चों में बड़ी कमी कर सकते हैं। एक बजट बनाएं और उसके अनुसार चलें। इस बजट में अपनी ईएमआई और यूटिलिटी बिल्स आदि का ध्यान रखें।



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