मोदी सरकार के इस कदम पर इंश्योरेंस रेग्युलेटर ने उठाई आपत्ति, जानिए क्या है मामला


नई दिल्ली: इंश्योरेंस रेग्युलेटर आईआरडीएआई (IRDAI) दो सरकारी बीमा कंपनियों के लिए एक ही व्यक्ति को चेयरमैन नियुक्त करने के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई है। सरकार ने अंजन डे को न्यू इंडिया एश्योरेंस (New India Assurance) का चेयरमैन नियुक्त करने के लिए इंश्योरेंस रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) से मंजूरी मांगी थी। डे साथ में ओरिएंटल इंश्योरेंस (Oriental Insurance) के भी चेयरमैन हैं।

एक सूत्र ने बताया कि कंपनी कानून की धारा 203 का हवाला देते हुए इस पर आपत्ति जताई है। इस बारे में IRDAI ने ईटी के ईमेल का जवाब नहीं दिया। सरकार ने इस नियुक्ति के लिए IRDAI से औपचारिक मंजूरी मांगी थी लेकिन इंश्योरेंस रेग्युलेटर ने पिछले हफ्ते सरकार को अपनी आपत्ति से अवगत करा दिया। कंपनी कानून की धारा 203 के तहत पूर्णकालिक मैनेजर किसी दूसरी कंपनी में पद नहीं संभाल सकता है। सहयोगी कंपनी इसमें अपवाद है।

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क्या है मामला
सूत्र ने बताया कि इसकी अनुमति तभी दी जा सकती है जब इससे संबंधित प्रस्ताव को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में सबकी सहमति हो। लेकिन इस मामले में दोनों कंपनियों में से किसी ने भी इस तरह का प्रस्ताव पारित नहीं किया है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि IRDAI ने अपनी आपत्ति में यह भी कहा है कि ओरिएंटल इंश्योरेंस घाटे में चल रही है। बीमा नियामक ने पूछा है कि क्या ऐसे में उसके चेयरमैन को न्यू इंडिया एश्योरेंस की अतिरिक्त जिम्मेदारी देना ठीक रहेगा। अधिकारी ने कहा, ‘रेग्युलेटर ने कहा कि दोनों कंपनियां मार्केट कंप्टीटटर्स हैं और दोनों कंपनियों के लिए एक ही चेयरमैन रखना कॉरपोरेट गवर्नेंस की अच्छी व्यवस्था नहीं है।’

न्यू इंडिया एश्योरेंस नॉन-लाइफ इंश्योरेंस सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी है। 2020-21 में इसका प्रॉफिट 1,605 करोड़ रुपये रहा था। पिछले साल दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा था कि बैंक बोर्ड ब्यूरो (BBB) सरकारी बीमा कंपनियों के लिए जनरल मैनेजर्स और डायरेक्टर्स चयनित नहीं कर सकता है क्योंकि यह इसके लिए सक्षम संस्था नहीं है। मामले की अगली सुनवाई 21 मार्च को होगी। सरकार ने मामले में फैसला आने तक अंतरिम चेयरमैन का विकल्प चुना है।

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