Hindenburg Adani News: हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप की बर्बादी में अपने मुनाफे की इस तरह से की थी तैयारी, ऐसे गिराए शेयर के भाव


नई दिल्ली: अमेरिकी रिचर्स फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg Research) की रिपोर्ट से अडानी ग्रुप को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। पिछले सप्ताह अडानी ग्रुप के ज्यादातर शेयरों में लोअर सर्किट लगा हुआ था। अडानी ग्रुप के शेयर लाल निशान पर चल रहे थे। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट 24 जनवरी 2023 को पेश की थी। इस रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप को जितना नुकसान उठाना पड़ा हिंडनबर्ग को उतना ही फायदा हुआ है। अडानी ग्रुप के नुकसान में हिंडनबर्ग (Hindenburg Research) ने अरबों रुपयों की कमाई कर ली है। लेकिन हिंडनबर्ग ने ऐसे ही अचानक अडानी ग्रुप के खिलाफ रिपोर्ट पेश नहीं की है। इसके लिए हिंडनबर्ग की ओर से पहले से काफी तैयारी की गई थी। हिंडनबर्ग ने काफी सोच समझकर इस रिपोर्ट को पेश किया था, जिससे अडानी ग्रुप के शेयर नीचे गिरे और हिंडनबर्ग इसका फायदा उठा सके। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। आईए आपको बताते हैं किस तरह हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप के खिलाफ रिपोर्ट पेश करके अरबों रुपयों की कमाई की है।

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इस तरह निकाली रिपोर्ट

हिंडनबर्ग रिसर्च ने दावा किया है कि उसने अडानी ग्रुप पर रिपोर्ट दो साल की तहकीकात के बाद निकाली है। हिंडनबर्ग ने साल 2020 में निकोला के खिलाफ भी रिपोर्ट निकाली थी। इसमें निकोला के शेयर 94 फीसदी तक गिर गए थे। आपको बता दें कि हिंडनबर्ग एक इन्वेस्टमेंट रिसर्च फर्म या फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म है। यह फर्म इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स पर एनालिसिस रिपोर्ट निकालती है। Nathan Anderson इसके CFA हैं, उन्होंने 2017 में न्यूयॉर्क में इस फर्म की शुरुआत की थी। साल 2020 के बाद से कंपनी 30 रिपोर्ट निकाल चुकी है और अगर इन 30 कंपनियों के स्टॉक की औसत रिपोर्ट देखें तो इनके शेयरों में करीब 15% तक की गिरावट देखी गई। वहीं, छह महीनों में औसतन 26% की गिरावट देखी गई है।

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इस तरह हिंडनबर्ग ने कर ली अरबों की कमाई

कंपनी खुद को एक्टिविस्ट शॉर्ट सेलर बताती है। शॉर्ट सेलिंग का मतलब किसी स्टॉक, सिक्योरिटी या कमोडिटी की सेलिंग ट्रिगर करवाना, ताकि डिलीवरी टाइम के पहले उसकी कीमत गिर जाए और उसे कम कीमत पर खरीदा जा सके। कंपनी किसी कंपनी को टारगेट करके उसकी गड़बड़ियां निकालती है, फिर उसके शेयर गिर जाते हैं तो वो उसे खरीदकर बाद में प्रॉफिट कमाती है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पेश होने के दो दिनों के अंदर ही अडानी ग्रुप के शेयर 25 फीसदी तक गिर गए थे। अडानी समूह के इस नुकसान के बीच हिंडनबर्ग ने जमकर कमाई की है। दरअसल हिंडनबर्ग की कमाई का मुख्य जरिया शॉर्ट सेलिंग है। हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप के शेयरों की शॉर्ट सेलिंग करके अरबों की कमाई कर ली। बता दें कि शॉर्ट सेलिंग एक ट्रेडिंग या निवेश रणनीति है। इसमें कोई व्यक्ति किसी खास कीमत पर स्टॉक या सिक्योरिटीज खरीदता है और फिर कीमत ज्यादा होने पर उसे बेच देता है, जिससे फायदा होता है। आसान शब्दों में कहें तो शॉर्ट सेलिंग एक ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी है। इसमें किसी शेयर की कीमत गिरने पर पैसा कमाया जाता है।



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